राजीव रंजन नागः नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने आज संसद सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण कर ली है। प्रियंका गांधी जब पद और गोपनीयता की शपथ ले रही थी, तब उनके भाई राहुल और मां सोनिया भी वहां बतौर सांसद मौजूद थे। इस दौरान उनके बेटे और बेटी रेहान वाड्रा और मिराया वाड्रा संसद पहुंचे थे। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा, मैं बहुत खुश हूं। प्रियंका अपनी मां सोनिया गांधी के साथ संसद भवन पहुंची थीं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रियंका गांधी का नाम पुकारा, वो हाथ में संविधान का किताब लेकर पहुंची और शपथ ली। उन्होंने एक पारंपरिक केरल साड़ी “कसावु” पहन रखा था। दक्षिण भारत खास कर केरल में ऐसी साड़ियां किसी शुभ मौके पर पहनने का रिवाज है।
वह अब संसद में गांधी परिवार की तीसरी सदस्य हैं; उनकी मां सोनिया गांधी राजस्थान से पार्टी की राज्यसभा सांसद हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आज बहुत खुश हूं’’ और जब उन्होंने शपथ ली तो जोरदार जयकारों और ‘भारत जोड़ो’ के नारों के साथ उनका स्वागत किया गया।
प्रियंका गांधी जब पद और राजनेता की शपथ ले रही थीं, तब उनके भाई राहुल और सोनिया सोनिया भी वहां मौजूद थे। इस दौरान उनके बेटे और बेटी रेहान और मिराया संसद में थे। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने अपनी मां और डेमोक्रेट नेता सोनिया गांधी ने बेटी की शपथ लेने से पहले कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं।’
विपक्ष के अध्यक्ष ओम बिरला ने जैसे ही प्रियंका गांधी का नाम बुलाया, वो हाथ में संविधान की किताब लेकर गए और शपथ ली। इस तरह आज से गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में दिखेंगे। हालांकि नेहरु-गांधी परिवार के तौर पर वह लोक सभा हुंचने वाली दसवीं सदस्य है।
प्रियंका ने पहली पंक्ति में बैठे नेताओं की ओर से हाथ जोड़कर नामांकन किया। सदन में विपक्ष के नेताओं और उनके भाई राहुल गांधी ने भी हाथ जोड़कर अपना समर्थन स्वीकार किया है। शपथ लेने के बाद वह चौथी पंक्ति में बैठीं। जबकि विपक्ष के नेता राहुल गांधी पहली पंक्ति में बैठे थे।
प्रियंका गांधी वाड्रा का लोकसभा में प्रवेश सिर्फ़ एक राजनीतिक पल नहीं था, बल्कि प्रतीकात्मकता से भरा दृश्य था। केरल कसावु साड़ी पहने प्रियंका के पहनावे ने कई लोगों को युवा इंदिरा गांधी की याद दिला दी, जिन्हें संसद में अपने कार्यकाल के दौरान अक्सर इसी तरह की पारंपरिक साड़ियों में देखा जाता था। गुरुवार को वायनाड से सांसद के तौर पर शपथ लेने के लिए खड़ी प्रियंका गांधी ने पारंपरिक पोशाक का जो चुनाव किया, उसका बहुत गहरा अर्थ था। कसावु साड़ी सिर्फ़ एक पहनावा नहीं है; यह केरल की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान इसे पहनने का प्रियंका गांधी का फ़ैसला वायनाड के लोगों के प्रति सम्मान के तौर पर भी देखा गया, जिन्होंने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुना है।
प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी से उनकी समानता अनोखी थी। कई लोगों ने देखा कि कैसे प्रियंका गांधी के रूप-रंग ने उनकी दादी और तीन बार प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी की याद ताजा कर दी। इंदिरा गांधी अपने पहनावे का इस्तेमाल आम लोगों से जुड़ने के लिए करती थीं। प्रियंका गांधी की साड़ी की पसंद भी उसी भावना को प्रतिध्वनित कर रही थी। उनसे यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें शपथ ग्रहण समारोह के दौरान अपनी दादी की याद आई, प्रियंका ने जवाब दिया, ‘हां, मुझे उनकी याद आई, और मुझे अपने पिता की भी याद आई।’
(सीपीआई) के सत्यन मोकेरी को हराकर 4,10,931 वोटों के अंतर से वायनाड लोकसभा सीट जीतीं हैं। कांग्रेस के गढ़ वायनाड में प्रियंका गांधी, बीजेपी की नव्या हरिदास और सीपीआई के सत्यन मोकेरी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला का सामना किया। वायनाड सीट उनके भाई राहुल गांधी ने खाली की थी, जो पहले वायनाड का प्रतिनिधित्व करते थे, लेकिन इस साल के लोकसभा चुनावों में दोनों सीटों से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उत्तर प्रदेश के रायबरेली चले गए।