Monday, April 21, 2025
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फिरोजाबाद: सत्येंद्र हत्याकांड का किया खुलासा

फिरोजाबाद। दो अगस्त को ग्राम नगला मान सिंह में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सत्येंद्र पुत्र स्व. रामनिवास निवासी ग्राम धोनई थाना नगला खंगर की हत्या कर दी गई थी। जिसको लेकर थाना सिरसागंज में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। उक्त घटना को लेकर एसएसपी सचिन्द्र पटेल द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुये एसपी ग्रामीण राजेश कुमार के निर्देशन व सहायक पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी सिरसागंज इराज राजा के पर्यवेक्षण में एसओजी प्रभारी कुलदीप सिंह व थाना सिरसागंज की संयुक्त पुलिस टीम गठित कर घटना का शीघ्र अनावरण कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी को निर्देशित किया गया ।
एसपी ग्रामीण राजेश कुमार ने पुलिस लाइन में वार्ता कर जानकारी देते हुये बताया कि पुलिस टीम को सूचना मिली कि नगला मान सिंह में हुई हत्या करने वाले व्यक्ति व्यास आश्रम गढ़सान रोड पर आश्रम गेट के पास खड़े हैं। उक्त सूचना पर पुलिस टीम ने दोनों अभियुक्त राघवेंद्र उर्फ काके यादव पुत्र प्रेमदेव व अनिल यादव पुत्र रामदेव निवासीगण इशहाकपुर थाना नगला खंगर को घेराबंदी कर पकड़ लिया। दोनों अभियुक्तों ने बताया कि थाना नगला खंगर क्षेत्र धोनई निवासी प्रदीप पुत्र अजय पाल यादव ने लड़की के चक्कर में वर्ष 2014 में गांव इशहाकपुर बुलवाकर पिटवाया व बेइज्जत किया। इसके बाद प्रदीप बाहर काम करने चला गया था। करीब आठ माह पहले फेसबुक के माध्यम से पता चला कि वह झारखंड एक कम्पनी में काम करता है। रक्षाबंधन से 10-15 दिन पूर्व अपने फोन से वाॅयस चेन्जर के माध्यम से अपनी आवाज को लड़की की आवाज में बदलकर ज्योति शर्मा नगला मान सिंह बताते हुये एक अगस्त 2020 को नगला मान सिंह के पास बुलाया था। पर बाइक पर दो लोग होने के कारण घटना अंजाम नहीं दी जा सकी। दो अगस्त को फिर बुलाया तो प्रदीप अपने दोस्त सतेंद्र के साथ आया। तब अभियुक्त राघवेंद्र व अनिल यादव द्वारा मोटरसाइकिल पर फायर कर दिया। जिससे सतेंद्र की मौत हो गयी क्योंकि बाइक सत्येंद्र चला रहा था। अभियुक्तों से हत्या में प्रयुक्त तीन मोबाइल, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एक, तमंचा 315 बोर बरामद किये गये । गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी गिरीश चंद्र गौतम, एसओजी प्रभारी कुलदीप सिंह, उपनिरीक्षक रनवीर सिंह, उपनिरीक्षक अंकित मलिक, उपनिरीक्षक प्रवीन कुमार, विजय कुमार, परमानन्द, राघव दुबे, हिमांशु, महिला कांस्टेबल हेमलता साथ रहे ।