प्रयागराजः वी.डी. पाण्डेय। सरकार आम जनमानस के कल्याण के लिए तमाम योजनाओं को समय-समय पर क्रियान्वित करती रहती है और उन योजनाओं में जनता का ही पैसा पानी की तरह बहा जाता है लेकिन उस योजना का लाभ आम जनमानस को ना मिले और वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाए तब यह प्रश्न लाजमी हो जाता है कि इसका जिम्मेदार कौन है?
जी हां, विकासखंड भगवतपुर की ग्राम पंचायत खटागी में एक सामुदायिक क्रिया घर या बारात घर का निर्माण कराया गया था जिसके निर्माण को देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि इसके निर्माण के लिए सरकार के खाते से कई लाख रुपए खर्च किए गए होंगे। सामुदायिक भवन में लगी शीशे की खिड़कियां ,दर्जनों की संख्या में लटकते पंखे ,परिसर में लगा हैंडपंप, एक बड़ा गेट यह सब चीख चीख कर बता रहे हैं कि किस तरह यहां भ्रष्टाचार को दफनाया गया है। जिससे किसी को पता ही ना चल सके यहां कभी कोई भवन भी था। खटंगी न्याय पंचायत खटानी ग्राम सभा की जनता का कहना है कि इस भवन को बना तो दिया गया लेकिन वहां तक पहुंचने का रास्ता नहीं है। मतलब साफ है बरात घर का निर्माण करा कर उससे अपनी जेबें तो भरी गई लेकिन आम जनमानस को उसका लाभ मिलेगा या नहीं इस पर जिम्मेदारों ने विचार नहीं किया।
उसी का परिणाम है कि लाखों रुपए लगाकर बनाया गया सामुदायिक बरात घर बदहाली का शिकार हो गया है। जहां शहनाई की धुन होनी चाहिए थी, आज वहां विषैले सर्पों की फुफकार सुनाई पड़ती है। जनता की जिस समस्या के निवारण के लिए इस भवन का निर्माण कराया गया वह जनता आज भी उसी समस्या को झेल रही है। इसी ग्राम सभा के एक नागरिक राम भवन जिनकी मदद से हम उस भवन तक पहुंच सके उसने बताया कि सरकार जिस उद्देश्य से इसका निर्माण कराया था वह उद्देश आज भी पूरा नहीं हो सका है। हम लोग आज भी पूर्व की भांति समस्या को झेल रहे हैं। हमारी समस्याओं को सुनने वाला कोई भी नहीं है।