सासनी, हाथरस। कोतवाली पुलिस ने अंतर्राज्यीय गिरोह के एक सदस्य को मंय फाॅरचूनर कार सहित गिरफ्तार कर बडी कामयाबी हासिल की है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में बदमाश के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजा है। उक्त खुलासे में दिल्ली पुलिस भी शामिल थी।
घटना का खुलासा करते हुए एसएचओ अश्वनी कौशिक ने बताया कि वह पुलिस कप्तान द्वारा चलाए जा रहे अपराधी धडपकड और अपराध नियंत्रण अभियान के तहत कस्बा इंचार्ज मनोज शर्मा, एसआई विजय सिंह, कांस्टेबिल गौरव पुरी, विजय कुमार एवं जीप चालक कांस्टेबिल इंद्रपाल सिंह के साथ शांति व्यवस्था हेतु गश्त पर थे। तभी उन्हें करीब साढे आठ बजे देर शाम थाना मंगोलपुरी दिल्ली से आई पुलिस टीम से सूचना मिली कि 39 तरूण एंक्लेब प्रीतमपुरा दिल्ली से एक फारचूनर गाडी चोरी हुई है, जिसका रंग सफेद है। जीपीएस सिस्टम लगा होने के कारण उसकी लोकेशन अलीगढ हाथरस रोड की ओर मिल रही है। दिल्ली पुलिस टीम की इस सूचना पर एसएचओ ने सघनता से वाहन चैकिंग शुरू कर दी। तभी उक्त चोरी की कार बडी तेजी से कोतवाली की ओर आती दिखाई दी। जिसे रोकने का इशारा किया तो चालक ने फिल्मी स्टाइल में कार को अपने पीछे की दिशा में तेजी से मोड दिया और भागने की कोशिश करने लगा। इस पर पुलिस ने भी पीछा किया और कोतवाली से अन्य एसआई तथा फोर्स को बुला लिया। फोर्स के जवानों ने बडी मुस्तैदी से कार लेकर भाग रहे वाहन चोर को पकडने का प्रयास किया। मगर वह मार्ग में भीड होने के कारण उसे भागने का मौका नहीं मिला। पुलिस ने फुर्ती से वाहन चोर और चोरी की कार को दबोच लिया। पुलिस कार तथा चालक युवक को कोतवाली ले आई। जहां उसकी जामा तलाशी में एक तमंचा अदद 315 बोर और दो जिंदा कारतूस बरामद किए। पुलिस ने जब कार चोर से पूछताछ की तो उसने कार चोरी करने से पूर्व वह किसी अन्य वाहन का कार और चेसिज आदि नंबर ट्रेस कर पहले कागज तैयार कराते हैं और फिर उसके बाद कार चोरी करने की घटना को अंजाम देते हैं। इसके बाद चोरी की गई कार का चेसिज ओर इंजन नंबर तथा कार नंबर मेरठ में चेंजकर उसकी डिलीवरी एमपी के एक अन्य वाहन चोर गिरोह करते हैं। पकडे गये बदमाश ने पुलिस को बताया कि उसके गिरोह के सदस्य मंहगी कारों पर ही हाथ साफ करते हैं। बदमाश ने पुलिस को बताया कि यह कार उसने अपने साथी कादिर पुत्र जागिर गली नंबर 3 अहमद नगर थाना लिसाडीगेट मेरठ, शहजाद व आदिल अंसारी जो उसके सगे भाई हैं तथा पीएसी के निकट गंदे नाले के पास रहते हैं, मिलकर चोरी की है तथा मेरठ ले जाकर इंजन, चेसिज और नंबर प्लेट का नंबर कंप्यूटर से मिटाकर नई आरसी, बीमा, पाॅलिसी बनाकर बेचने जा रहा था। उसके तीनों भाई हापुड रास्ते में एक्सप्रेस-वे पर उसे छोडकर अलीगढ के रास्ते होते हुए जाने के लिए कहकर चले गये। तभी रास्ते में पुलिस के हत्थे चढ गया। पुलिस ने फरार अभियुक्तों के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर पकडे गये बदमाश को जेल भेजा है। पूछताछ मंे पुलिस को युवक ने अपना नाम नावेद पुत्र निसार अहमद निवासी मकान नंबर 888 अहमदनगर थाना लिसाडीगेट जनपद मेरठ बताया है तथा अपने तीन फरार साथियों के नाम कादिर पुत्र जाकिर निवासी 13 अहमद नगर थाना लिसाडीगेट जिला मेरठ, शहजाद पुत्र नामामलूम, आदिल पुत्र नामालूम निवासीगण पीएसी के पास गन्दा नाले के निकट मोदीपुरम थाना मोदीपुरम जिला मेरठ बताया हैं। पुलिस ने बदमाश से एक फारचूनर कार नंबर डब्लू बी06 क्यू 8880 जिसका चैसिज नंबर एमबीजेएए 3जी 5700533367 तथा इंजन नंबर 1 जीडीए 197632 जो मंगोलपुरी के सुरेन्द्र गुप्ता जो सियाराम कैमिकल्स प्रा.लि. बवाना थाना शाहबाद दौलतपुर दिल्ली ने थाना मंगोलपुरी में गाडी चोरी की रिर्पोर्ट दर्ज करा रखी थी। बदमाश को मय कार के पकडने वाली टीम में एसएचओ अश्वनी कौशिक के साथ कस्बा इंचार्ज मनोज शर्मा, एसआई विजय सिंह, कांस्टेबिल गौरवपुरी, विजय कुमार थे। दिल्ली थाना मंगोलपुरी एसआई विपिन कुमार है.कां. नवदीप त्यागी, सुनील शर्मा, दिनेश कुमार, नीटू थाना मंगोलपुरी मौजूद थे।