Monday, November 18, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भूमि क्रय/अधिग्रहण के कार्य में तेजी लाने के निर्देश

गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भूमि क्रय/अधिग्रहण के कार्य में तेजी लाने के निर्देश

लखनऊ। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में आयोजित प्रोजेक्ट माॅनीटरिंग ग्रुप की बैठक में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे तथा डिफेन्स काॅरीडोर की प्रगति की समीक्षा की गई।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने सभी एक्सप्रेसवेज का निर्माण निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार पूरा करने के निर्देश दिये। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण की उल्लेखनीय प्रगति के लिये उन्होंने यूपीडा के अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए बधाई दी। माइल स्टोन-2 के लिए निर्धारित लक्ष्य 35 प्रतिशत के सापेक्ष 46 प्रतिशत प्रगति प्राप्त की गई है।
उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण के कार्य में तेजी लाई जाये। उन्होंने डिफेन्स काॅरीडोर में निवेश के लिए एमओयू साईन करने वाले निवेशकों से नियमित संपर्क व संवाद बनाये रखने तथा वीडियोकान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये।
इससे पूर्व बैठक में बताया गया कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे का करीब 46 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है तथा अवशेष कार्य द्रुत गति से चल रहा है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे का मुख्य कैरिजवे की एक साइड पर यातायात खोलने की लक्षित तिथि 28 फरवरी, 2022 है तथा दोनों साइड खोलने की लक्षित तिथि 30 अप्रैल, 2022 है। बैठक में यह भी बताया गया कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे का संपूर्ण कार्य 30 सितम्बर, 2022 तक पूरा कर लिया जायेगा। एक्सप्रेसवे में 343 कलवर्ट, 120 अंडरपास तथा 25 लघु ब्रिज के कार्य पूरे कर लिए गये हैं। दीर्घ सेतु, रेलवे उपरिगामी सेतु एवं फ्लाईओवर्स का निर्माण बड़ी तेजी से चल रहा है।पूर्वांचल एक्सप्रेसवे निर्माण की प्रगति समीक्षा में बताया गया कि सभी बड़े निर्माण कार्य पूरे हो गये हैं तथा मुख्य कैरिजवे को 30 अप्रैल, 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के शेष कार्य बड़ी तेजी से चल रहे हैं तथा निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार सभी कार्य पूरे हो जायेंगे। परियोजना के अंतर्गत 516 कलवर्ट, 255 अंडरपास, 97 लघु सेतु का निर्माण पूरा कर लिया गया है। दीर्घ सेतु, रेलवे उपरिगामी सेतु एवं फ्लाईओवर्स का निर्माण पूर्णता की ओर है।
गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति समीक्षा में बताया गया कि एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे को माह मार्च, 2022 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है तथा टाइमलाइन के अनुसार सभी कार्य हो रहे हैं। माइल स्टोन-1 के अंतर्गत पैकेज-1 के लक्ष्य 10 प्रतिशत के सापेक्ष 11.05 प्रतिशत तथा पैकेज-2 के लक्ष्य 8.60 के सापेक्ष 11.40 प्रतिशत की प्रगति हासिल कर ली गई है। परियोजना के अंतर्गत 70 कलवर्ट, 31 अंडरपास एवं 01 लघु सेतु का निर्माण पूरा हो गया है। दीर्घ सेतु एवं फ्लाईओवर्स का कार्य निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार चल रहा है।
गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना की समीक्षा में बताया गया कि भूमि क्रयध्अधिग्रहण का कार्य बड़ी तेजी से चल रहा है। एक्सप्रेसवे की प्रस्तावित लम्बाई 594 किमी है तथा एक्सप्रेसवे मेरठ-बुलंदशहर मार्ग पर जनपद मेरठ के बिजौली ग्राम के समीप से प्रारंभ होकर प्रयागराज बाईपास पर जनपद प्रयागराज से जुडापुर दाँदू ग्राम के समीप समाप्त होगी। परियोजना से 12 जनपद एवं 529 ग्राम आच्छादित हैं तथा परियोजना के लिए लगभग 7800 हेक्टेयर भूमि आवश्यक होगी। बैठक में यह भी बताया गया कि परियोजना से आच्छादित 12 जनपदों को भू अर्जन हेतु धनराशि उपलब्ध कराई जा चुकी है तथा जिलाधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है कि शनिवार को कैम्प लगाकर भू अर्जन से संबंधित 100 किसानों को जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित कराया जाये तथा निर्धारित टाइमलाइन के अनुसार प्रगति सुनिश्चित की जाये। बैठक में यह भी बताया गया कि माह अप्रैल, 2021 में आरएफपी कम आरएफक्यू आमंत्रित किया जाना लक्षित है।
डिफेन्स काॅरीडोर के निर्माण की प्रगति समीक्षा में बताया गया कि अब तक 16 कंपनियों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। अलीगढ़, कानपुर एवं झांसी में सड़क, बिजली, पानी, बाउंड्रीवाॅल आदि इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्य कराये जा रहे हैं।
बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास नीना शर्मा सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।