श्रावण मास आज से प्रारंभ,बम भोले के जयकारों से गूंज उठे शिवालय
ऊंचाहार,रायबरेली।श्रावण मास के प्रथम सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाई और गंगा जल से मंदिरों में जलाभिषेक किया। हर हर गंगे, हर हर महादेव के जयकारों के बीच हजारों लोगों ने गोकना घाट पर स्नान और पूजा अर्चना कर कल्याण की कामना की। मान्यता है कि सावन मास में शिव की आराधना से भोलेनाथ प्रसन्न होकर भक्तों को मनोवांछित फल देते हैं।सोमवार को गोकना के अलावा डलमऊ और तीर का पुरवा खरौली घाट पर भी श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया और शिव मंदिरों में जलाभिषेक किया।भोर से स्नान और जल भरने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। बाद में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद क्षेत्र के प्राचीन शिव मंदिर मिर्जापुर ऐहारी स्थित बूढ़े बाबा व बड़ागांव स्थित गौरीशंकर मन्दिर में जलाभिषेक कर कल्याण की कामना की। इस दौरान गोकना घाट पर सुरक्षा की दृष्टि से व कांवरियों पर नजर रखने के लिए तहसीलदार अभिनव पाठक,कोतवाल विनोद कुमार सिंह दल बल सहित मौजूद रहे। बताते चलें कि कोरोना के चलते सरकार ने कांवरियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।गंगा में बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर पुलिस घाट पर गोताखोर टीम के साथ अलर्ट रही| प्रशासन द्वारा माइक से एलाउंसमेंट करके सुरक्षा की जानकारियां भी दी गई।हालांकि इस दौरान घाट पर शिवभक्तों की आस्था कोरोना की गाइड लाइन पर भारी पड़ी। वहीं मां गंगा गोकर्ण जनकल्याण सेवा समिति की ओर से समिति के सचिव व तीर्थ पुरोहित पंडित जितेंद्र द्विवेदी ने बताया कि गोकना घाट पर लोगों को गंगा को स्वच्छ रखने और पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण करने के लिए जागरूक भी किया गया।