Friday, April 25, 2025
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लाखो का टोल टैक्स वसूलने वाले एनएचएआई के पास नही है क्रेन

एनएचएआई हमेशा आपकी सेवा मे तत्पर है।कहॉ तक सच है ये स्लोगन

हाईवे पर चल रहे है तो अपनी मदद स्ंवम करे एनएचएआई के पास समय नही है

एक्सीडेन्टल गाडियो के लिये भी विभाग के पास नही है क्रेन

कानपुर गुजैनी हाईवे के दोनो तरफ है खतरा

कही नगर निगम की खुदाई तो की कही डायवर्जन का पत्थर बना यमदूत

कानपुर। नेशनल हाइवे के केयरटेकर एनएचएआई रोज का करोडो का टोल टेक्स की वसूलता है। बावजूद इसके हाईवे पर चलने वाले वाहनो के लिये एनएच ए आई के पास हाईवे मे फंसे हुये वाहनो के लिये कोई सुविधा नही है।लांगरूट पर चलने वाली गाडियॉ जिनसे हर चक्कर मे लगभग हजारो का टोल वसूला जाता है। ऐसे मे ड्राईवरो को होने वाली समस्यो से निजात दिलाना एनएचएआई की जिम्मेदारी बनती है। जिससे विभाग बचता नजर आता दिख रहा है।ताजा मामला कानपुर के बर्रा बाईपास हाईवे का है। जहॉ गुजैनी के सामने विभाग द्वारा डायवर्जन किया गया है।जिसके लिये एनएचएआई विभाग ने बैरी कैटिंग मे प्रयोग होने वाले पत्थरो को लगा रखा है। जहॉ पर रोशनी की कोई व्यवस्था नही है। जिससे देेररात आने वाले वाहन सीधा जाकर पत्थर से ही लड कर गंभीर रूप से घायल हो जाते है। कुछ तो मौके पर ही दम तोड देते है। आज भी एक ट्राला जिसमे लोहे का गाटर लदा था। जो की झारखंड से लादकर गाजिया बाद उतारने जा रहा था।उसी डायवर्जन के पत्थर मे जा टकराया और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सबसे अच्छी बात ये रही की ट्राले मे दो ड्राईवर थे दोनो ही सुरक्षित बच गये।वही ट्राला ड्राईवर से बातचीत करने पर ड्राईवर शौकत अली ने बताया की वह राजस्थान का रहने वाला है और गाजियाबाद लोड उतारने जा रहा था। तभी सामने रखे डायवर्जन पत्थर मे जा घुसा शौकत नेे बताया की सुबह लगभग चार बजे एक्सीडेंट हुआ था जिसके बाद से वह लगातार टोलपर्ची पर लिखे हुये हेल्प लाईन नम्बर पर फोन कर मदद मॉग रहा था पर कोई भी मदद नही मिली मजबूरन शौकत को अपने निजी खर्चे से क्रेन मंगवानी पडी।

एन एच ए आई ने क्रेन खराब होने का हवाला दे काटा फोन

वही ड्राईवर शौकत के अनुसार टोल पर्ची पर लिखे हेल्प लाईन नम्बर पर जब क्रेन मदद के लिये एनएचएआई विभाग को फोन किया तो उन्होने क्रेन खराब होने का हवाला दे फोन काट दिया।वही राहगीरो की माने तो हाईवे पर हुये एक्सीडेंट मे एनएचएआई की तरफ से कभी भी कोई मदद नही मिलती है। स्ंवम के खर्चे से ही क्रेंन व मेडिकल करना पडता है।

एक्सीडेंट हुये वाहनो से हाईवे पुलिस करती है वसूली

एक्सीडेंट हुये वाहनो के ड्राईवर जो की पहले से ही परेशान होते है। उनसे हाईवे पुलिस गाडिया हटाने के नाम पर धन उगाही करने मे लग जाती हैं।वही हजार पॉच सौ मे एक दो घंटे का समय और मिल जाता है।़

सडक के दूसरी तरफ हाईवे पर नगर निगम ने खोद रखी है सडक

वही सडक की दूसरी तरफ हाईवे पर जलकल की पाईप लाईन की लीकेज को सही करने के लिये नगर निगम ने हाईवे की खुदाई की थी।जिसे काम करने के बाद फौरी तौर पर निपटा दिया गया था। जिसमे आये दिन कोई न कोई वाहन फंसते रहते है। आज भी खुदी हुई सड़क मे इश्तियाज नामके ड्राईवर की गिटटी लदी गाडी धंस गई जिसके बाद इश्तियाज ने भी अपने खर्चे से क्रेन बुलाकर अपना ट्राला निकलवाया उससे पहले इन देानो ट्रालो की वजह से हाईवे के दोनो तरफ लम्बा जाम लगा था।