Friday, May 3, 2024
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मानक के विपरीत शहर भर में चल रहे प्राइवेट नर्सिंग होम, सीएमओ और नोडल अधिकारी चुप्पी क्यों—

धड़ल्ले से संचालित हो रहे सीज किये गए प्राइवेट नर्सिंग होम, सीजिंग की कार्यवाही सिर्फ कागजों पर सिमटी
स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में मानकों को ताक पर रखकर कर चलाई जा रही हैं इलाज के नाम पर मौत की दुकानें
सीएमओ और नोडल अधिकारी की चुप्पी से शहर में मरीजों की जान से खेल रहे प्राइवेट अस्पताल संचालक
कानपुर। शहर में पान की दुकान की तरह नर्सिंग होमों का खुलना और मानक विपरीत धड़ाधड़ चलना आख़िर क्या दर्शाता है,ऐसी दशाओं में सीएमओ की चुप्पी क्यों,लाशें उगलने वाले इन अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग क्यों मेहरबान है ऐसे कई सवाल हैं जो हर तरफ सुनाई देते हैं। छोटी छोटी जगहों पर या यूं मानों कि जरा.जरा सी दुकान भर की जगह में चिकित्सा सेवायें मुहैया करवाने के नाम पर प्राइवेट नर्सिंग होम खोल दिये गये। जिनमें मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ धड़ाधड़ जारी है।

मानक विहीन चलने वाले प्राइवेट अस्पतालों में सरकारी डॉक्टरों का बड़ा रोल, साठ .गांठ से होता है खेल

प्राइवेट नर्सिंग होम मरीजों की जेब में खुलेआम डांका तो डालते ही हैं साथ ही उनकी जान के दुश्मन भी बनते हैं। बड़ी बात ये है कि इस अनैतिक कार्य में शहर के कई दिग्गज सरकारी डॉक्टर भी इनका साथ देते हैं। हॉस्पिटल संचालक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आपस में सांठ .गांठ करके ऐसा खेल खेलती है कि किसी को भनक तक नहीं लगती। शहर में कई ऐसे प्राइवेट नर्सिंग होम हैं जिनको सीज किया जा चुका हैए लेकिन मौजूदा समय में उक्त नर्सिंग होम धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं।

नर्सिंग होम के अंदर ही मेडिकल स्टोर, जो मरीजों से करते मनमानी लूट

प्राइवेट नर्सिंग होम अपने ही काम्प्लेक्स के अंदर मेडिकल स्टोर खोलते हैं। जिनका संचालन भी उन्हीं की सरपरस्ती में किया जाता है। हॉस्पिटल के अंदर भर्ती मरीज के तीमारदारों और परिजनों को यह मजबूरी होती है कि मरीज की सारी दवा वहीं से ली जायेगी। इनके द्वारा मनमाफिक दामों पर बेची जाने वाली दवाओं की कीमत पर मरीज और उसके परिजनों द्वारा जब ऐतराज किया जाता है तो परिजन व तीमारदारों के साथ अस्पताल प्रबंधन अभद्रता और झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। कई नर्सिंग होम मरीजों की मौतों पर हमेशा विवादों में रहे हैं। लेकिन आज तक उनपर कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिससे इन चिकित्सा माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।