Sunday, May 19, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » जिला कारागार में किया गया विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन

जिला कारागार में किया गया विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन

कानपुर देहात। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशों में माननीय अनिल कुमार झा, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कानपुर देहात के निर्देशानुसार मौहम्मद तौसीफ रजा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कानपुर देहात के द्वारा जिला कारागार, कानपुर देहात में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर के दौरान जिला कारागार के जेलर, डिप्टी जेलर तथा विचाराधीन/सिद्ध दोष महिला व पुरुष य बंदी उपस्थित रहे। सचिव द्वारा उपस्थित बन्दीगण जो 05 वर्ष से अधिक समय से कारागार में निरुद्ध हैं को उनके जमानत सम्बन्धी कानूनी अधिकारों के बारे में बताया गया।
सचिव द्वारा उपस्थित महिला/पुरुष बन्दियों से उनकी समस्याओं के बारे में भी पूछा गया तथा उन्हें बताया गया कि जिन बन्दियों के पास उनके प्रकरण में पैरवी हेतु कोई भी अधिवक्ता नहीं हैं, वे अपने प्रार्थना पत्र अधीक्षक जिला कारागार के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय को प्रेषित करवा सकते हैं। जिस पर उन्हें प्रकरण में पैरवी हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा निःशुल्क पैनल/नामिका अधिवक्ता उपलब्ध कराये जाते हैं। साथ ही उन्हें विभिन्न अपराधों में जमानत के बारे में विशेष जानकारी दी गयी। कुछ बन्दियों की जमानत इस जनपद में उनके विचारधीन मुकदमें में हो गयी है परन्तु उनकी रिहाई नहीं हो पा रही है इस सम्बन्ध में उपजेलर द्वारा बताया गया कुछ बन्दियों के मुकदमें अन्य जनपद में भी चल रहे जिस कारण इनकी रिहाई नहीं हो पा रही है। इस सम्बन्ध में सचिव द्वारा जेल प्रशासन को निर्देशित किया गया कि अन्य जनपद में सम्पर्क स्थापित कर इस सम्बन्ध में कार्यवाई करें जिससे बन्दियों की रिहाई अतिशीघ्र हो सकें।
सचिव द्वारा आज ही जिला कारागार का निरीक्षण किया गया। दौरान निरीक्षण पाया गया कि जिला कारागार में स्थापित चिकित्सालय में 08 बन्दी भर्ती हैं। पाकशाला का भी निरीक्षण किया गया। महिला बैरक, पुरुष बैरक एवं किशोर बन्दी गृह का भी निरीक्षण किया गया।
उक्त शिविर में मौहम्मद तौसीफ रजा, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजेश सिंह उपजेलर, पैनल अधिवक्ता जयवीर सिंह व कार्यालय लिपिक- सुबोध कुमार कटियार तथा महिला व पुरुष बन्दीगण उपस्थित रहे।