Sunday, May 5, 2024
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तीन -तीन वार्डों के विकास पुरुषों की जंग में फंसा, कानपुर दक्षिण का रामगोपाल चौराहा

रामगोपाल चौराहे से एक किमी के दायरे में पेयजल की कोई व्यवस्था न होने के कारण राहगीर बेहाल

अवनीश सिंह,कानपुर। गर्मी अपने पूरे शबाब पर है,इंसान तो क्या पशु पक्षी भी इस गर्मी से बेहाल है, गर्मी का तापमान 42 से 47 डिग्री सेल्सियस तक जा रहा है, ऐसे ही कानपुर दक्षिण के व्यस्ततम रामगोपाल चौराहे में पेयजल की व्यवस्था न होने के कारण रामगोपाल चौराहे से गुजरने वाले राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।तीन-तीन वार्डों के विकास पुरुषों के विकास की हकीकत को क्षेत्रवासियों की पीड़ा के रूप में बयां कर रही है। रामगोपाल चौराहा कानपुर दक्षिण और ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों के आवागमन का केंद्र बिंदु होने के कारण चौराहे में दिन भर भीड़-भाड़ रहती है, प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता रहता है। लेकिन पेयजल की कोई व्यवस्था न होने के कारण राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहां गुजरने वाले राहगीरों से जब संवाददाता ने बातचीत की तो, जरौली निवासी शिवप्रकाश ने बताया कि रामगोपाल चौराहे से एक किमी के दायरे में न कोई हैंडपंप, सबमर्सिबल और न ही कोई प्याऊ की व्यवस्था है, रामगोपाल चौराहे में एक हैंडपंप लगा है, वो भी कई वर्षों से खराब पड़ा है। जो तीन -तीन वार्डों के पार्षदों और नगर निगम के अधिकारियों के विकास की कलई खोलने का प्रमाण दे रहा है, सबसे ज्यादा दिक्कत गर्मी के मौसम में होती है।जब दूर -दूर से आने जाने वाले राहगीर पीने के पानी के लिए परेशान रहते हैं,राहगीरों ने बताया कि चौराहे के आस पास लगने वाली दुकानों से बिकने वाले पानी के पाउच और बोतल ही जिंदा रहने का सहारा है, अन्यथा एक किमी तक किसी भी प्रकार की पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। अब सवाल यह उठता है, नगर में पेयजल की व्यवस्था नगर निगम के अन्तर्गत आती है, ऐसे में रामगोपाल चौराहा जो पहले वार्ड 62 के अन्तर्गत आता था। जो 2017 में नगर निगम के चुनाव में तीन वार्डों की सीमा में वार्ड 45, वार्ड82, वार्ड 9 में बंट गया। 2012 में {वार्ड 62} की पार्षद सरोजनी यादव थी, 2017 में वार्ड{ 45} बर्रा से पार्षद अर्पित यादव सपा से चुने गए। वार्ड 82 से संतोष साहू बीजेपी से चुने गए,वार्ड 9 से आरती गौतम बीजेपी से चुनी गई। राहगीरों के अनुसार विगत 10 वर्षों से किसी भी प्याऊ,सबमर्सिबल पंप की व्यवस्था की ओर न तो क्षेत्रीय पार्षदों ने ध्यान दिया और न ही नगर निगम के अधिकारियों ने कोई व्यवस्था की, रामगोपाल चौराहा कानपुर स्मार्ट सिटी के दावे को खोखला साबित करता है।किसी भी शहर को स्मार्ट सिटी तब बनाया जा सकता है जब वह क्षेत्र विकसित कर दिया गया हो। रामगोपाल चौराहे में पेयजल जैसी समस्या के लिए क्षेत्र की जनता को 10 वर्षों से न्याय नही मिला, जनता द्वारा चुने गए जन प्रतिनिधि जनता की परेशानी दूर करने में नाकाम साबित होते दिख रहे हैं, ऐसे में इस रामगोपाल चौराहे में पेयजल की कोई व्यवस्था न होने के कारण आस पास की जनता परेशान है। सबसे ज्यादा परेशानी गर्मी के महीनों में होती है पूरी गर्मी निकल गई, लेकिन किसी पार्षद को क्षेत्र की जनता की कोई सुध बुध नही, क्षेत्रीय जनता ने बताया कि चुनाव आते ही नेता सक्रिय हो जाते हैं, वैसे कानपुर नगर निगम के पार्षदी के चुनाव इसी वर्ष 2022 में होने को है, विगत 10 वर्षों में कोई व्यवस्था तो नहीं हुई देखिए आगे इस दिशा में कोई व्यवस्था की जाती है या नही।
वही संवाददाता ने पार्षद अर्पित यादव{ वार्ड 45} से बात की तो उन्होने कहा कि रामगोपाल चौराहे में पानी की व्यवस्था के लिए नगर निगम में लिखित में सूचना दी गई है। जैसे टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी, वहां पर पानी का प्रबंध किया जाएगा।
वही संवाददाता ने पार्षद संतोष साहू {वार्ड 82} से बात की तो उन्होने कहा कि मैंने कई बार नगर निगम के अधिकारियों को कई बार सूचित किया,लेकिन संबंधित अधिकारियों ने इस दिशा पर कोई कार्यवाही नहीं की।

वही संवाददाता ने पार्षद आरती गौतम{ वार्ड9} से बात की तो उन्होने कहा कि पेयजल की समस्या से निपटने के लिए हैंडपंप की व्यवस्था की गई थी,लेकिन वो खराब हो गए, नगर निगम के अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है।