Friday, March 29, 2024
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राष्ट्र और समाज के प्रति समर्पित थे एकात्मवाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय

2017.07.12 02 ravijansaamnaकानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। राष्ट्र और समाज के प्रति एकात्मवाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय समर्पित थे। तथा सबका साथ सबका विकास को तरजीह देते थे उन्हीं के मूल मन्त्रों पर प्रदेश सरकार भी सबका साथ सबका विकास को लेकर प्रदेश का चैमुखी विकास कर रही है। उन्होंने राष्ट्र धर्म पांचजन्य, स्वदेश तरूण भारत जैसे समाचार पत्रों का प्रकाशन भी किया। देश के कामकाज के लिए अपनी भाषा का व्यवहारिक रूप से आवश्यक माना है उसको राष्ट्रस्वाभिमान से जोड़ा। यह विचार पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के तहत अमरौधा ब्लाक परिसर में आयोजित तीन दिवसीय संगोष्ठी, अन्त्योदय प्रदर्शनी व समारोह कार्यक्रम के तीन दिवसीय कार्यक्रम में खंड विकास अधिकारी राजमणि त्रिपाठी, मधुलता, समाजसेवी विकास सचान आदि ने व्यक्ति किये तथा कार्यक्रम हर्षउल्लास के साथ सम्पन्न हो गया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं द्वारा दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पाठ पर कटपुतली के माध्यम से जागरूकता सम्बोधन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सम्बोधन प्रतियोगिता का विषय पं. दीनदयाल का जीवन परिचय, विचार तथा वर्तमान में प्रासंगिता में से कई विद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसके अलावा मेला विकास खंड के कर्मचारियों ने नुक्कड नाटक, रामजी शास्त्री द्वारा लोकगीत का अच्छा प्रदर्शन किया जिसके माध्यम से पं. दीनदयाल उपाध्याय का जीवन पाठ व साफ सफाई पर स्वच्छता का महत्व बताया। खंड विकास अधिकारी राजमणि त्रिपाठी, मधुलता, विकास सचान, रामगोपाल, रमा सिंह, सुशील कुमार आदिजनों ने विचार गोष्ठी प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र स्मृति चिन्ह भी दिया। पर्यावरण मित्र नवीन दीक्षित ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने निर्देश दिये है कि पं. दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष समारोह कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विकास खंडों के मुख्यालय पर अन्तयोदय मेला व संगोष्ठी प्रदर्शनी आदि का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के मार्गो पर पर चलना चाहिए उनके सिद्धान्त व विचार आज भी प्रसांगिक है तथा एकात्मवाद मानववाद की धारणा से भारतीय संस्कृति को मजबूती प्राप्त हुयी है। विधायक विनोद कटियार, मुख्य विकास अधिकारी केदारनाथ सिंह आदि जनप्रतिनिधियों के विचार, सूचना विभाग की अन्त्योदय मेला व प्रदर्शनी एकात्मकवाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद का दर्शन सभी के लिए प्रेरणादायक है बताया गया तथा आज की युवा पीढ़ी को एकात्म मानववाद से परिचित कराने की जरूरत है। सरकार का लक्ष्य समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति की पीढ़ा दूर करना है पर भी जोर दिया गया। एकात्मवाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय के जीवन पाठ, वैचारिक समरसता आदि राष्ट्र व समाज के विकास के प्रति समर्पित प्रदर्शनी को सैकड़ों लोगों द्वारा देखा गया तथा उसकी प्रसंसा की। प्रदर्शनी देखने गये सलावतपुर के रामगोपाल कुशवाहा, लखीमपुर के बबलू, कानपुर के अमित कुमार, शांहजहांपुर के डा. वी कुमार, मधुलता, मीना, रीना आदि द्वारा भी प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदर्शनी से एकात्मवाद मानववाद सबका साथ सबका विकास आदि हेतु प्रेरणा दायक है। प्रदर्शनी में पं. दीनदयाल उपाध्याय का सबका साथ सबका विकास पुस्तक पाकर भी दर्शकों ने खुशी जाहिर की।