शिवली/कानपुर देहात, जितेन्द्र कुमार। अग्नि सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आज शुक्रवार को शोभन मंदिर एवं तहसील क्षेत्र के सभी चौराहों एवं छोटे बड़े कस्बों में जगह जगह पर कैंप लगाकर फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा लोगों को आग से बचाव के तरीके बताकर जागरुक करने का काम किया गया। वहीं किसानों को भी अपनी फसलों को आग से बचाने के तरीके बताए गए तथा अग्नि सचेतक योजना की पुस्तक भी लोगों को वितरित की गयीं।
बताते चलें कि वर्ष 1944 में मुंबई में भारतीय सेना की विस्फोटक सामग्री से भरा पानी का एक जहाज अचानक आग लग जाने से खाक हो गया था उक्त जहाज की आग बुझाने के प्रयास में फायर ब्रिगेड टीम के करीब 66 कर्मी शहीद हो गए थे। उन्हीं फायर ब्रिगेड कर्मचारियों की याद में 14 अप्रैल से लेकर 20 अप्रैल तक अग्निशमन दिवस एवं अग्नि सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। अग्नि सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत शुक्रवार को फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा शोभन आश्रम में कैंप लगाकर भारी तादाद में आने वाले श्रद्धालु भक्तों दुकानदारों व्यापारियों एवं आम जनता को अग्नि सुरक्षा एवं जीवन रक्षा के उपाय बताए गए। फायर ब्रिगेड टीम के आईएफएम जय सिंह जादौन ने लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि अग्नि दुर्घटना के तीन निशान लापरवाही भूल और अज्ञान।
समस्त पोलिंग स्टेशनों में समस्त व्यवस्था पूर्ण कराने के सम्बंध में डीएम ने की बैठक
कानपुर, जन सामना ब्यूरो। जनपद के समस्त पोलिंग स्टेशनों के परिसर में ईंट पत्थर आदि न रहे इस हेतु निरीक्षण कर यदि हो तो तत्काल हटाया जाये। समस्त विद्यालयों के प्राचार्य, सम्बन्धित प्रभारी का नाम मोबाइल नम्बर की सूची रहे ताकि कोई भी समस्या यदि व्यवस्था को लेकर हो तो तत्काल सम्पर्क कर करायी जा सकें। समस्त पोलिंग स्टेशनों में 18x 18 के टेन्ट प्रत्येक दशा में 27 अप्रैल रात्रि या 28 अप्रैल दोपहर 12 बजे तक लग ही जाये, समस्त एआरओ के पास उन टेन्ट लगाने वालों के नाम, मोबाइल नम्बर की सूची भी रहें। जितने मतदान बूथों को आदर्श बूथ बनाये जा रहे है, उन सभी मे मतदाओं के बैठने की व्यवस्था, सेल्फी प्वाइंट, ठण्डा पानी, शौचालय, कक्षों में पंखे, पर्याप्त मात्रा में रोशनी की व्यवस्था समस्त पोलिंग स्टेशनों में रहे।
उक्त निर्देश आज जिलाधिकारी विजय विश्वास पन्त ने कलेक्टेट सभागार में जनपद के समस्त पोलिंग स्टेशनों में समस्त व्यवस्था पूर्ण कराने के सम्बंध में बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित सम्बन्धित अधिकारियों दिये।
आईएन जहाज चीन के किंगदाओ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में भाग लेंगे
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। आईएन जहाज कोलकाता और शक्ति पीएलए (नौसेना) के 70वें वर्षगांठ समारोहों के एक हिस्से के रूप में अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू में भाग लेने के लिए 21 अप्रैल 2019 को चीन के किंगदाओ में पहुँचने का कार्यक्रम है। अंतर्राष्ट्रीय फ्लीट रिव्यू (आईएफआर) नौसेना जहाजों, विमानों एवं पनडुब्बियों का एक परेड है और इसका आयोजन राष्ट्रों द्वारा सदभावना को बढ़ावा देने, सहयोग को मजबूत बनाने और उनकी संगठनात्मक क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। आईएफआर विश्व की नौसेनाओं के लिए उनकी क्षमता और स्वदेशी जहाज डिजाइन तथा जहाज निर्माण क्षमताओं को एक वैश्विक/अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में प्रदर्शित करने के एक आदर्श मंच का भी काम करती है। भारत द्वारा फरवरी 2016 में विशाखापट्टनम आयोजित दूसरे आईएफआर में लगभग 100 जंगी जहाजों के साथ 50 नौसेनाओं की शानदार भागीदारी देखी गई थी।
किंगदाओ में आईएफआर में भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व स्वदेशी रूप से निर्मित स्टेलथ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस कोलकाता और फ्लीट स्पोर्ट जहाज आईएनएस शक्ति द्वारा किया जायेगा।
महिलाओं की वित्तीय साक्षरता देश के भाग्य में बदलाव ला सकती है
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने जोर देकर कहा कि जब तक कि महिलाओं को हर क्षेत्र में समान हितधारकों के रूप में शामिल नहीं किया जाता राष्ट्र की प्रगति में तेजी नहीं आ सकती। उन्होंने राज्य एवं केंद्र की सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों और मुख्य रूप सिविल सोसायटी से वित्तीय प्रबंधन पर महिलाओं को शिक्षित करने की दिशा में सामूहिक रूप से काम करने का आग्रह किया।
आज हैदराबाद में वोडाफोन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से लर्निंग लिंक्स फाउंडेशन आयोजित वित्तीय साक्षरता के जरिये महिलाओं के सशक्तिकरण पर राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने वित्तीय साक्षरता के जरिये महिलाओं को सशक्त बनाने पर अधिक जोर देने की अपील की। उन्होंने कहा कि “महिलाओं को प्रगति में समान साझेदार बनाने का कार्य अनिवार्य रूप से उन्हें स्वतंत्र बनाने तथा आर्थिक मसलों से निपटने में उन्हें सशक्त बनाने के द्वारा आरंभ किया जाना चाहिए।“
अपने फ्रेंचाइजी पार्टनर्स की तलाश में जुटा कबाड़ ऑनलाइन डॉट कॉम
मध्यप्रदेश में कबाड़ ऑनलाइन डॉट कॉम का फ्रेंचाइजी पार्टनर बनने का सुनहरा अवसर
– तमाम शहरों से मिली अविश्वसनीय प्रतिक्रिया
– राज्य के अन्य शहरों में फ्रेंचाइजी पार्टनर्स की तलाश
– करें संस्था के ब्रांड और काम करने के तरीकों का इस्तेमाल
भोपाल, जन सामना ब्यूरो। भोपालः मध्यप्रदेश के इंदौर सहित अन्य शहरों के तमाम घरों को कबाड़ मुक्त बनाने के बाद कबाड़ ऑनलाइन डॉट कॉम अब राज्य के लगभग सभी शहरों में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने जा रहा है। महज दो महीनों के सीमित समय में ही प्रदेशवासियों से अविश्वसनीय प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद कबाड़ ऑनलाइन अब राज्यभर में अपने फ्रेंचाइजी पार्टनर्स की तलाश कर रहा है। संस्था राज्य के विभिन्न छोटे-बड़े शहरों में इच्छुक उम्मीदवारों के समक्ष फ्रेंचाइजी विकल्प पेश कर रही है।
पार्टनर बनने के लिए संस्था के साथ एक अनुबंध करना होगा, जिसके बाद पार्टनर्स कबाड़ ऑनलाइन ब्रांड के नाम का प्रयोग करके अपने सम्बंधित शहर में इसकी शाखा की शुरुआत कर सकते हैं। ख़ास बात यह है कि कबाड़ ऑनलाइन का फ्रेंचाइजी पार्टनर बनने के लिए आपको बेहद न्यूनतम शुल्क अदा करना होगा। एक बार संस्था का पार्टनर बनने के बाद पार्टनर्स संस्था के ब्रांड, व्यापार करने के तरीके, उसके द्वारा किये गए निर्धारित मूल्य एवं तकनीकी आदि का इस्तेमाल कर सकते है।
दिनेश चन्द्र खरे कायस्थ सिन्डीकेट के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए
प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर प्रबुद्ध कायस्थ बन्धुओं ने दी बधाईयां
लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। इन्दिरा नगर निवासी दिनेश चन्द्र खरे को ‘‘कायस्थ सिन्डीकेट’’ का उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कायस्थ सिन्डीकेट के राष्ट्रीय महासचिव अमृत सिन्हा ने दिनेश चन्द्र खरे को नियुक्त करते हुए कहा है कि भविष्य में भी आप कायस्थ समाज के लिए और अधिक ईमानदारी और पूर्ण लगन से कार्य करेंगे।
दिनेश चन्द्र खरे पिछले कई वर्षों से कायस्थ समाज के उत्थान हेतु विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़कर अपने सामाजिक सेवा समाज को प्रदान कर रहे थे। श्री खरे कायस्थ समाज कल्याण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पद को भी सुशोभित कर रहे हैं।
श्री खरे के नेतृत्व में अभी कुछ समय पूर्व कायस्थ परिचय सम्मेलन का लखनऊ शहर में वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कायस्थ सिन्डीकेट का प्रदेश अध्यक्ष पद पर श्री दिनेश चन्द्र खरे को नियुक्त किये जाने पर कायस्थ समाज में हर्ष की लहर है।
वी.पी. पाठक ने रेल बोर्ड के सदस्य (मेटेरियल्स तथा मैनेजमेंट) का पदभार संभाला
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। भारतीय रेल की स्टोर्स सेवा के 1980 बैच के अधिकारी वी.पी. पाठक ने रेल बोर्ड के सदस्य (मेटेरियल्सट तथा मैनेजमेंट) का पदभार संभाला लिया।
इससे पहले वह 12 जून, 2018 से रेल बोर्ड में महानिदेशक (आरएस) के रूप में काम कर रहे थे और दिसंबर 2016 से चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स के महाप्रबंधक थे।
श्री पाठक ने 1979 में इलाहाबाद के मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में प्रतिष्ठा के साथ स्नातक की डिग्री प्राप्त की। श्री पाठक ने पूर्व रेलवे, एनआर, एनसीआर कोर, एनईआर, एनडब्ल्यूआर, आरसीएफ, डीएलडब्ल्यू तथा सीएलडब्ल्यू में विभिन्न पदों पर कार्य किया।
रेल बोर्ड के महानिदेशक (आरएस) के पद पर उनकी सेवा के दौरान भारतीय रेल ने स्क्रैप बिक्री से 4192 करोड़ रूपये की आय अर्जित की। यह आय पिछले वर्ष की तुलना में 33.4 प्रतिशत अधिक थी। उन्हें ट्रेकिंग तथा संगीत में दिलचस्पी है। उन्होंने 2014 में कैलाश मानसरोवर की यात्रा की।
जम्मू-कश्मीर और पीओजेके के बीच एलओसी व्यापार पर रोक
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) व्यापार पर रोक लगा दी। भारत सरकार ने यह कदम एलओसी के पार वाले व्यापार मार्गों का पाकिस्तान स्थित तत्वों द्वारा गैर कानूनी हथियारों, मादक पदार्थों और जाली नोट आदि भेजने के लिए दुरुपयोग किये जाने की खबरें मिलने के बाद उठाया है।
उल्लेखनीय है कि एलओसी व्यापार जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के आरपार की स्थानीय आबादी के बीच आम इस्तेमाल वाली वस्तुओं के आदान-प्रदान को सुगम बनाने के लिए अपेक्षित है। दो व्यापार सुविधा केंद्रों – सलामाबाद, उरी, जिला बारामूला और चक्कन-दा-बाग, जिला पुंछ के माध्यम से एलओसी व्यापार की अनुमति है। यह व्यापार सप्ताह में चार दिन होता है और यह वस्तु विनिमय प्रणाली और जीरो ड्यूटी के आधार पर किया जाता है।
जनता की अदालत में फैसला अभी बाकी है
कुछ समय पहले अमेरिका के एक शिखर के बेस बॉल खिलाड़ी जो कि वहाँ के लोगों के दिल में सितारा हैसियत रखते थे, उन पर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप लगा। लेकिन परिस्थिति जन्य साक्ष्य के आभाव में वो अदालत से बरी कर दिए गए जबकि जज पूरी तरह आश्वस्त थे कि कत्ल उसने ही किया है क्योंकि फैसला “कानून के दायरे” में ही किया जाता है। अदालत या फिर कोई संवैधानिक संस्था चाहे कहीं की भी हो, विश्व में उनके द्वारा इस प्रकार के फैसले दिए जाना कोई नई या अनोखी बात नहीं है। लेकिन अदालत के इस फैसले के बाद जो अमेरिका में हुआ वो जरूर अनूठा था। क्योंकि कोर्ट से “बाइज़्ज़त बरी” होकर ये सितारा खिलाड़ी जब अपने महलनुमा घर पहुंचे, तो उनके चौकीदार ने उन्हें घर की चाबियाँ देते हुए कहा कि उनके दर्जन भर सेवक अदालत के फैसले से आहत होकर त्यागपत्र दे चुके हैं और वह खुद भी केवल उन्हें ये चाबियां सौंपने के लिए ही रुका हुआ था। इतना ही नहीं जब उन्होंने अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट में टेबल बुक करनी चाही तो उन्हें मना कर दिया गया। जब वो स्वयं रेस्टोरेंट पहुंच गए जो लगभग खाली था, तो भी उन्हें टेबल नहीं दी गई। वैसे तो यह प्रसंग पुराना है लेकिन वर्तमान चुनावी दौर में प्रासंगिक प्रतीत होता है।
Read More »बुजुर्गों की अनदेखी…
समाज को आईना दिखाता एक सच..
अगर पुराने दौर में एक नजर घुमाई जाए तो बुजुर्गवार लोग इतने लाचार नहीं होते थे जितने कि अब दिखाई देते हैं। तब परिवार में मुखिया के तौर पर उनकी पहचान बनी रहती थी और हर जरूरी कार्य में उनकी सलाह या रजामंदी ली जाती थी। बदलते वक्त ने संबंधों में दूरी तो बढ़ा ही दी है साथ में भावनाओं को भी खत्म कर दिया है। व्यक्ति अपनों के प्रति असंवेदनशील होता जा रहा है। हम भाग दौड़ भरी जिंदगी, व्यस्तता और छोटे होते परिवार को दोष देते हैं लेकिन क्या यह सही नहीं है कि मूल्यों का हनन और संस्कार भी मिटते जा रहे है। अपवाद हर जगह होते हैं और अब भी दिखाई देते हैं कि बहुत व्यस्तता के बावजूद लोग अभी भी जिम्मेदारियां निभाते हैं हालांकि यह अब गांवों में, छोटे परिवार और संयुक्त परिवारों में दिखाई देती है जहां बुजुर्गों देखभाल होती है। उन्हें अपमानित या निरादर नहीं किया जाता है। लेकिन फिर भी आज समाज में इतना बदलाव आ चुका है कि मानव मन संवेदना से दूर होता जा रहा है। आज हम अपने लोगों से ही दूर होना चाहते हैं, जिम्मेदारी नहीं निभाना चाहते हैं। आज लोग अपने बूढ़े माता-पिता को बोझ समझने लगें हैं। आज की औलादें यह महसूस नहीं कर पा रही है कि यह वही माता पिता है जिन्होंने उनके लिए खुद को होम किया है। बचपन से लेकर जवानी तक उनके एक शानदार जीवन के लिए संघर्ष किया है। बाद में वही बच्चे यह तो तुम्हारा फर्ज था कहकर मुंह चुराते हैं, और जब जिम्मेदारी की बात आती है तो व्यस्तता का बहाना बना कर मुंह मोड़ लेते हैं।