नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) कर्मचारी पेंशन योजना, 1995 के अंतर्गत हर महीने 65 लाख से अधिक पेंशनधारकों को मासिक पेंशन का संवितरण कर रहा है।
कोरोना वायरस महामारी के कारण देश के विभिन्न भागों में लॉक डाउन की घोषणा की गई है। वर्तमान परिस्थिति के कारण पेंशनधारकों को किसी किस्म की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त ने ईपीएफओ के फील्ड कार्यालयों को चालू माह के लिए पेंशनधारकों के विवरण और पेंशन राशि संबंधी विवरण 25 मार्च, 2020 तक उत्पन्न करने और उनका मिलान करने के निर्देश दिए हैं।
घरेलू व्यावसायिक विमान कंपनियों का परिचालन 24 मार्च, 2020 की मध्यरात्रि से बंद
नई दिल्ली। घरेलू व्यावसायिक विमान कंपनियों का परिचालन बंद हो जाएगा, जो 24 मार्च, 2020 को मध्यरात्रि (23 :59 बजे) से प्रभावी होगा।
विमान कंपनियों को अपने परिचालन की योजना तैयार करनी होगी ताकि विमान 24 मार्च 2020 को मध्यरात्रि (23 : 59 बजे) से पहले अपने गंतव्य पर पहुंच जाएं।
केवल कार्गो ले जाने वाले जहाजों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
दक्षिण कानपुर में भी दिखा जनता कर्फ्यू का पूरा असर
कानपुर : डॉ.दीपकुमार शुक्ल। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर पूरे देश के साथ-साथ कानपुर की जनता ने भी कोरोना के खिलाफ एकजुटता दिखायी। सुबह सात बजते ही शहर की सड़कों से लेकर गलियों तक में सन्नाटा छा गया। रविवार होने की वजह से सरकारी तथा गैरसरकारी प्रतिष्ठान तो वैसे भी बन्द रहते हैंद्य इससे जनता कर्फ्यू को सफल बनाने में पूरी मदद मिली। रविवार को अक्सर लोग बाहर घूमने का कार्यक्रम बना लेते हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण के भय से सभी लोग अपने-अपने घरों में ही दुबके रहे। जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए पुलिस को भी ज्यादा मशक्क्त नहीं करनी पड़ी। शहर का दक्षिणी इलाका भी पूरे दिन सन्नाटे में डूबा रहा। नौबस्ता थानाध्यक्ष ने बताया कि हम लोगों को इसके लिए ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ाद्य चूंकि यह किसी पार्टी या नेता द्वारा आयोजित बन्द नहीं था बल्कि लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला था। इसलिए लोग स्वयं ही घरों से नहीं निकले। जो निकले भी वे समझाने पर वापस लौट गए। मेडिकल स्टोर और राशन की कुछ दुकानें खुली रहीं। वहां भी कम ही लोग आते-जाते दिखायी दिये। इसके बावजूद पुलिस की टीमें पूरी मुस्तैदी से डटी रहीं। अर्रा चैकी इंचार्ज ने भी कहा कि यह मामला सीधे तौर पर लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। इसलिए हम लोगों को कोई विशेष प्रयास नहीं करना पड़ा। लोगों ने स्वयं ही जागरूकता का परिचय देते हुए इस अभियान को सफल बनाया। हालाकि गलियों के अन्दर स्थित पान-मसाले के कुछ दुकानदारों ने जनता कर्फ्यू को कोई विशेष तबज्जो नहीं दी और धड़ल्ले से पान-पुड़िया बेंचते रहे। वस्तुतः दवा, दूध और राशन की दुकानों को खोलने की छूट की आड़ में ये दुकानदार अपनी पान-पुड़िया की दुकानदारी करते रहे।
Read More »पूरी तरह सफल रहा कोरोना वायरस से जंग का प्रथम चरण
कानपुरः दीपांजलि शुक्ला। विश्व स्तरीय महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी दवारा घोषित जनता कर्फ्यू को हर आम और खास ने सफल बनाने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन ताका-झांकी की आदत से मजबूर कुछ लोगों ने जनता कर्फ्यू को तोड़ा भी। पुलिस के हत्थे चढ़े ऐसे लोगों का पुलिसकर्मियों ने अपने अन्दाज में स्वागत किया। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने देश की जनता से अपील की थी कि जनता कर्फ्यू के दौरान सभी लोग शाम 5 बजे 5 मिनट तक कोरोना वायरस से बचाव के लिए चलाये जा रहे अभियान में लगे पुलिसकर्मियों, डॉक्टरों, मीडियाकर्मियों, सफाईकर्मियों तथा डिलीवरी ब्वॉय आदि को ताली, थाली, घंटी या शंख बजाकर धन्यवाद दें। प्रधानमन्त्री के इस आग्रह को भी देशवासियों ने पूरी गम्भीरता से लिया और शाम के 5 बजते ही लोगों ने अपने-अपने घरों की छतों या दरवाजे के बाहर खड़े होकर शंख, घड़ियाल, ताली, घंटी और थाली बजाते हुए इस अभियान से जुड़े लोगों का धन्यवाद ज्ञापित किया। हालाकि इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण यह बताया गया कि शंख, घड़ियाल, थाली आदि बजाने से वातावरण में जो कम्पन उत्पन्न हुआ उसने कोरोना वायरस को भगाने का भी काम किया। अब इससे कोरोना वायरस भागा या नहीं यह तो किसी को नहीं पता। लेकिन इससे देशवासियों की एकजुटता का पता अवश्य चल गया कि किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए देश की जनता एकसाथ खड़ी होकर किसी भी मुहीम को सफल बना सकती है।
कोरोना संक्रमण का पहला मामला 31 दिसम्बर 2019 को चीन के वुहान शहर में सामने आया था। धीरे-धीरे वैश्विक महामारी का रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस से अभी तक पूरी दुनिया में 2 लाख से भी ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा इनमें से 10,000 से भी ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। ये आंकड़े कम होने की बजाय लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। चीन के बाद कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक मरीज इटली में पाये गए हैं। आंकड़ों के मुताबिक इटली में 47,021 व्यक्ति कोरोना वायरस के शिकार हुए हैं। जिनमें से 4,032 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। जबकि चीन में अभी तक 80967 लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हुए हैं। परन्तु वहां मरने वालों का अनुपात इटली की अपेक्षा बहुत कम है। चीन में अभी तक सिर्फ 3248 कोरोना संक्रमित लोगों की मृत्यु हुई है। भारत में कोरोना संक्रमण के अभी तक लगभग 4 सैकड़ा से अधिक मामले सामने आये हैं। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय आपदा की श्रेणी में शामिल कर दिया हैद्य जिससे देश की सभी राज्य सरकारें कोरोना वायरस से निपटने के लिए आपदा फंड का इस्तेमाल कर सकतीं हैंद्य इसके तहत राज्य सरकारें आपदा फंड की कुल सालाना राशि का 25 फीसदी तक उपयोग कर सकती हैं। इस फंड का इस्तेमाल जांच के लिये लैब या हेल्थ केयर उपकरण खरीदने के लिए किया जा सकेगा। इसके अलावा अस्पतालों को थर्मल स्कैनर, एयर प्यूरीफायर, वेंटिलेटर आदि से लैस करने में भी इस फंड का प्रयोग किया जा सकेगा।
कोविड 19 सावधान मूवमेंट
कानपुर, डॉ. दीपकुमार शुक्ल। आज कोविड 19 सावधान मूवमेंट मुहिम के अंतर्गत कानपुर शहर के लगभग हर कोने तक जनता कर्फ्यू का पालन करने एवं कोरोना वायरस से सावधान रहने के संदेशों को पहुंचाया गया। विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी एवं ब्रांड एंबेसडर स्मार्ट सिटी कानपुर डॉ. सुधांशु राय ने बताया कि शुक्रवार को ही इस कोविड 19 सावधान मूवमेंट ग्रुप की स्थापना हुई, जिसमें अब तक लगभग 300 व्यक्ति, सामाजिक संस्थाएं, विशेषज्ञ डॉक्टर, शिक्षक एवं मोटिवेटर एसोसिएशन आदि सम्मिलित हो चुकी हैं। जो बहुत ही प्रभावी माध्यमों से हर स्तर पर जनता कर्फ्यू और कोरोना वायरस के बचाव के संदेशों को पहुंचा रहे हैं। डॉ. सुधांशु राय ने बताया कि पिछले 2 दिन में ही लगभग 10000 व्यक्तियों तक यह संदेश पहुंचाया गयाद्य आज उसी का एक प्रयास है कि कानपुर शहर में जनता कर्फ्यू सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस मुहिम में जहां शिक्षक डॉ. कामायनी शर्मा ने घर में काम करने वाली महिलाओं को सतर्क किया तो वही रोबिन्हुड आर्मी की भावना श्रीवास्तव ने झोपड़ियों में दिहाड़ी मजदूरों को इस वायरस से बचाव के उपाय बताये एवं उनके लिए आगामी दिनों में खाने की व्यवस्था करने को भी कहा। मेडिकल विशेषज्ञों ने सोशल नेटवर्किंग साइट से कोरोना वायरस से सावधानी पर अपनी राय रखी। कानपुर इंटेलेक्चुअल्स के विक्की भाटिया और सिफत भाटिया ने यूट्यूब के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा युवाओं तक सावधानी के संदेशों का प्रचार करायाद्य शिक्षक रुचि त्रिवेदी ने रास्ते में चल रहे लोगों को आगाह करते हुए जनता कर्फ्यू का पालन करने को कहा और उन्हें मास्क और सैनिटाइजर भी दिये। मुस्कान फाउंडेशन की पूजा गुप्ता ने प्रभावी तरीकों से व्हाट्सएप एवं फेसबुक के द्वारा दूर-दूर तक संदेशों को पहुंचाया परिवर्तन के अनूप द्विवेदी ने जन-जन तक संदेश पहुंचाने को कमर कसी। पी आई ए के बृजेश अवस्थी ने संदेशों को पोस्टर के माध्यम से पहुंचायाद्य विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र एसोसिएशन ने अपने ग्रुप के माध्यम से संदेशों को पूरे देश में फैलाया तो वही बीएनएसडी पूर्व छात्र परिषद के सचिव गुरुचरण सिंह अरोड़ा ने पूर्व छात्रों के माध्यम से पूरे देश में यह संदेश दिया। दीक्षांक संस्था के शशांक दीक्षित ने भी दिहाड़ी मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था करने का प्रयास किया !
Read More »कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सुहाग नगरी की जनता ने दिया सहयोग
घरों से नहीं निकले लोग, हाईवे पर पसरा सन्नाटा
फिरोजाबादः एस. के. चित्तौड़ी। कोरोना वायरस के खिलाफ लडाई में सुहागनगरी की जनता ने भी पूरी एकजुटता दिखाई। लोग घरों से बाहर नहीं निकले। हमेशा गुलजार रहने वाले प्रमुख बाजार, रेल व बस स्टैंड पर सुबह से शाम तक सन्नाटा पसरा रहा। वहीं हाईवे एवं संपर्क मार्ग सुनसान दिखाई दिए। पीएम मोदी की अपील का असर ही था कि ठेल-खोमचा एव पान-सुपारी व आम जरूरत की चीजों वाले प्रतिष्ठानों में ताले लटके रहे। वहीं डीएम-एसएसपी सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने शहर में भ्रमण कर कफ्र्यू का जायजा लेते रहे।
प्रमुख बाजारों में नही खुले दुकानों के शटर-
पीएम मोदी की अपील का असर दिखा। हमेशा गुलजार रहने वाले प्रमुख बाजार गल्ला मंडी, खोआ मंडी, सदर बाजार, शास्त्री मार्केट, मौहल्ला गंज, स्टेशन रोड स्थित दुकानों के शटर नहीं खुले। वहीं मुस्लिम इलाकों में भी पूरी तरह बाजार बंद रहे।
आवागमन के साधन रहे ठप-
कोरोना वायरस के खिलाफ लडाई में सरकार की पहल को आम जन का भरपूर सहयोग दिखा। लोग जरूरी कामकाज के लिए भी घरों से बाहर नहीं निकले। लोगों ने बाहर जाने संबंधी अपनी यात्रा कार्यक्रमों को टाल दिया। बस स्टैड व जैन मंदिर स्थित बस व टैंपो स्टाप पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं रेलवे स्टेशन पर भी एक्का-दुक्का यात्री ट्रेन के इंतजार में बैठ दिखाई दिए। दिन-रात सडकों पर फर्राटा भरने वाले प्राइवेट वाहन भी सडकों पर नहीं दिखाई दिए।
आस्था पर भारी कोरोना का असर-
कोरोना वायरस का असर नगर के प्रमुख धर्मस्थलांे पर भी दिखा। एक ओर जहां समुदाय विशेष के धर्म स्थलों के गेट नहीं खुले। वहीं नगर के प्रमुख जैन मंदिर, कैलादेवी मंदिर, बडे हनुमान मंदिर व जामा मस्जिद के अलावा गुरूद्वारा साहिब के मुख्य द्वार भी सूने-सूने से दिखे। लोगों ने घरों पर ही देव आराधना की।
जनता कर्फ्यू के दौरान इटावा पहुंचा विदेशी नागरिक
इटावा, राहुल तिवारी। पूरे देश में जनता कर्फ्यू का असर देखा जा रहा है वहीं इटावा में उस समय हड़कंप मच गया जब यूरोप का एक व्यक्ति भ्रमण करते हुए थाना कोतवाली के नौरंगाबाद चौकी पर जा पहुंचा। उसको चौकी इंचार्ज नीरज शर्मा ने रोक करके अपने आला अधिकारियों की इस बारे में जानकारी दी तुरंत मौके पर पहुंचे चिकित्सा अधिकारी और एसपी सिटी ने मौके पर पहुंचकर उससे पूछताछ की उसने बताया कि वह यूरोप से चलकर 11 देशों के सैर सपाटे पर निकला हुआ है। व्यक्ति ने बताया की 8 फरवरी को वह भारत देश में एंटर हुआ था सीएमओ से इस बात से पूछा गया तो बताया कि उसको कोरोनावायरस नहीं होगा क्योंकि यह पहले से ही भारत देश में घूम रहा है। जिसके बाद यूरोप के नागरिक को पुलिस ने अपनी यात्रा के लिए रवाना किया।
Read More »नगर निगम के कर्मचारी महामारी से निपटने के लिए जनता की सेवा में तत्पर
कानपुर, जन सामना संवाददाता। महामारी से निपटने के लिए चलाया जागरूकता सफाई अभियान कोरोना के मद्देनजर आपात स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम ने जोन और मुख्यालय स्तर पर टीमें गठित की गई थी प्रत्येक टीम में पांच-पांच सफाई कर्मचारी, एक ट्रिपर, एक टाटा.एस, एक लोडर रहेगा। यह टीम नगर निगम कंट्रोल रूम के द्वारा अगर किसी भी जोन/वार्ड में कोई भी समस्या को लेकर किसी का भी कंट्रोल रूम में फोन आता है तो उस जोन वार गठित टीम द्वारा मौके पर पहुंच कर उनकी समस्या का समाधान करेंगी। इस कड़ी में जनता कर्फ्यू के दौरान भी रविवार को नगर निगम के कर्मी एवं सुपरवाइजर संतोष कुमार मिश्रा ने अपने क्षेत्र बसंत विहार एवं नॉबस्ता पश्चिम में सफाई करते दिखे। नगर निगम के कर्मचारी इस महामारी से निपटने के लिए अपनी जान की परवाह ना करते हुए भी जनता की सेवा में तत्पर रहें तथा यह कर्मचारी सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक रोज की तरह अपनी-अपनी निर्धारित क्षेत्र में झाड़ू लगाएंगे, उसके साथ कूड़ा भी उठाएंगे एवं घरों से भी कूड़ा उठेगा। सफाई के लिए हर जोनल कार्यालय में 1-1 गैंग ड्यूटी पर रहेगा।
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