हाथरस, नीरज चक्रपाणि। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हाथरस के तत्वावधान में दीवानी न्यायालय हाथरस में 08 अप्रैल शनिवार को प्रातः 10 बजे से राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जायेगा।
Read More »समस्त प्रत्याशियों के व्यय लेखा मिलान/समाधान बैठक 10 अप्रैल को
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2017 में प्रत्याशियों के द्वारा किये गये व्यय एवं उनके द्वारा लेखांकित अभिलेखों के मिलान/समाधान हेतु एक बैठक का आयोजन 10 अप्रैल को अपरान्ह 2 बजे कलेक्टेªट सभागार कक्ष में आहुत की गयी है। जिसमें व्यय प्रेक्षक डी प्रवीन भी उपस्थित रहेंगे। यह जानकारी वरिष्ठ कोषाधिकारी सहायक नोडल अधिकारी निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण ने देते हुए बताया कि बैठक में जिलाधिकारी कुमार रविकांत सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, समस्त प्रभारी लेखा टीम, समस्त रिर्टनिंग आफीसर आदि भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने समस्त रिर्टनिंग आफीसर से कहा है कि वे बैठक में अवश्य भाग ले तथा अपने विधानसभा से संबंधित प्रत्याशियों का व्यय लेखा सहित प्रतिभा करें।
Read More »8 व 9 को केन्द्रीय राज्यमंत्री खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग कानपुर देहात व फतेहपुर में
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। केन्द्रीय राज्यमंत्री खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग भारत सरकार साध्वी निरंजन ज्योति 8 व 9 अप्रैल को जनपद कानपुर देहात व फतेहपुर में अपने निर्धारित कार्यक्रमों में निर्धारित समय में शामिल रहेंगी।
Read More »अग्नि सुरक्षा सप्ताह 14 अप्रैल से
आमजन को आग से बचाव के प्रति करें जागरूक अग्निकाण्ड की घटना के प्रति सजग रहे और पूरी सावधानी व सतर्कता बरते: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। जिलाधिकारी कुमार रविकान्त सिंह ने कहा है कि 14 अप्रैल से अग्निशमन वीक भी मनाया जाता है। जिसमें रैली, गोष्ठी, पम्पलेट आदि के माध्यम से लोगों को आग से बचाव की जानकारी देने की तैयारी अग्निशमन विभाग रखे। अप्रैल, मई माह व वर्तमान समय में किसानो की फसलों की कटाई व म-सजय़ाई का कार्य निरंतर कही न कही होता रहता है और इस माह में लू, हवा आदि का प्रभाव भी रहता है। विभिन्न कारण, लापरवाही व असावधानी आदि से भयंकर अग्निकाण्ड की घटनायें हो जाती है। जिससे जन, धन की क्षति होती है। किसानो की अधिकांश फसले खेतो व खलिहानो में खड़ी व पड़ी हुई है। विभिन्न कारणो से खेतो व खलिहानो में रखी फसलो से अग्निकाण्ड की घटनाएं घटित हो जाती है। जिसमें आमजन को अग्निकाण्ड की घटना के प्रति सजग रहने और पूरी सावधानी की जरूरत है। उन्होंने किसानों से कहा है कि किसान खेत-ंउचयखलिहानों या जहाॅं कहीं भी फसल रखी जाती है उन स्थानों पर विशेष निगरानी रखें तथा बीड़ी, सिगरेट पीने वालों पर विशेष नजर रखें।
व्यय प्रेक्षक ने प्रत्याशियों को तलब कर चुनाव खर्चे का अपडेट ब्यौरा मांगा
कानपुर देहात, जन सामना संवाददाता। विगत 19 फरवरी माह को जनपद में विधानसभा सामान्य निर्वाचन में मतदान तथा 11 मार्च को मतगणना का कार्य सकुशल निष्पक्ष, निर्भीक व शांति पूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ था। निर्वाचन आयोग द्वारा विधान सभा चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा खर्च की धनराशि भी निर्धारित की गयी थी। आय व्यय के खर्चे को लेकर व्यय प्रेक्षक डी प्रवीन द्वारा कोषाधिकारी कक्ष में एक बैठक की गयी। धनराशि का ब्यौरा को व्यय प्रेक्षक डी प्रवीन ने मुख्य कोषाधिकारी कक्ष में ऐसे प्रत्यशियों जिनका अभी खर्चे का ब्योरा अप्राप्त है प्रत्याशी व उनके प्रतिनिधियों को तलब कर लेखा जोखा लिया गया और उनसे कहा कि निर्वाचन अयोग द्वारा विधानसभा सामान्य निर्वाचन में एक खर्च की सीमा तय थी जिसका उन्हें ब्यौरा देना है कितना पैसा कहां खर्चा किया गया।
Read More »अक्षरशः अनुपालन हमारा परम कर्तव्य, कर्तव्यों का पालन करें पुलिस: जकी अहमद
समाजसेवा के बेहतर विकल्प पुलिस के पास 196 रिक्रूट आरक्षियों ने सकुशल प्राप्त किया प्रशिक्षण, प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। प्रदेश में कानून व्यवस्था सुदृ-सजय़ करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कानून व्यवस्था को अधिक चुस्त दुरूस्त करने के लिए नित नई-ंउचयनई चुनौतियों का सामना करना भी परम आवश्यक है। पुलिस एवं प्रशासन प्रबन्धन सुचारू प्रणाली का एक महत्वपूर्ण अंग है। समाज में कानून के शासन एवं शान्ति व्यवस्था की स्थापना में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। समाज के हर तबके की सुरक्षा व उन्हें न्याय दिलाना पुलिस का परम कर्तव्य है।
शौचालय का भ्रष्टाचार मिटाने में जुटा ग्राम प्रधान
चन्दन जायसवाल/आमिर सोलंकी
कानपुर देहात। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की महत्वाकांक्षी योजना ‘स्वच्छ शौचालय’ योजना में भ्रष्टाचार की अमरवेल ने खूब रंग दिखाया है और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानों की जेब भरने का एक अच्छा माध्यम ‘स्वच्छ शौचालय योजना’ बनती दिख रही है। इस योजना के तहत बनाये गए शौचालयों में मानकों के साथ पूरी निर्भीकता के साथ खूब खिलवाड़ किया गया है और इसमें ग्राम विकास अधिकारी ने भी पूरी सहभागिता करते हुए ऐसे शौचालयों को तैयार करवा कर उपयोग के लिए छोड़ दिए जो भविष्य में देश की जनता को उसी स्थान पर लाकर छोड़ देंगे जिससे बचाने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी जी जी-जान से जुटे हैं। कहने का मतलब यह है कि जो शौचालय ग्रामीण क्षेत्र की जनता उपयोग कर रही है उनके दोनों टैंकों में मल प्रवाहित हो रहा है। कुछ वर्षों बाद जब दोनों टैंक एक साथ भर जायेंगे तो ऐसे में या तो शौचालयों का उपयोग बन्द करना पड़ेगा या टैंकों में एकत्र हुए मैले को बिना जैविक खाद के बने ही फेंकने की मजबूरी होगी। जबकि स्वच्छ शौचालय में दो टैंक इस लिए बनाये गए हैं कि पहले एक टैंक का उपयोग हो जब वह भर जाये तो दूसरा टैंक खोल दिया जाये और जब पहले वाले टैंक में एकत्र हुआ मल जैविक खाद का रूप ले ले तो उसे खेतिहर भूमि को उपजाऊ बनाने के काम में लाया जाये। लेकिन जागरूकता की कमी व ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते ग्रामीणों को शौचालय उपयोग की सही जानकारी नहीं दी गई है।
चिकित्सा क्षेत्र में सेवाभाव कैसे…?
डाक्टरों को धरती का भगवान माना जाता है और उनका क्षेत्र यानीकि चिकित्सा क्षेत्र सेवा का क्षेत्र कहा जाता है। लेकिन यह कहने में जरा भी संकोच नहीं कि चिकित्सा का क्षेत्र अब सेवा का नहीं बल्कि व्यापार का क्षेत्र बन चुका है, बने भी क्योंकि ना…? सवाल मेरे मन में उठा कि जब लाखों रूपये खर्च कर डाक्टरी की पढ़ाई की है तो डाक्टर बनने वालों का शायद यही पहला उद्देश्य रहेगा कि पहले लागत को क्यों ना वसूला जाये…? इसके बाद समाजसेवा कर ली जायेगी।
वहीं हमारे देश के ज्यादातर अभिभावकों की चाह भी यही होती है कि मेरे बेटे या बेटी अच्छी शिक्षा पाये और अच्छा धन कमाये, इसीलिए वो अपनी सन्तानों को शिक्षित करने के लिए भारी भरकम रकम खर्च करते हैं। और जब भारी भरकम रकम खर्च कर डिग्री ली जायेगी तो फिर उसके बाद सेवा भाव करने की बात महज एक बेमानी ही कही जायेगी। जो लोग डाक्टर बन जाते हैं चाहे वो सरकारी अस्पताल में स्थान पायें या निजी अस्पताल खोलें उनका पहला उद्ेश्य यही रहता कि जो खर्च किया गया है उसे कमाया जाये। इसलिए उनमें चिकित्सा क्षेत्र में सेवा भाव नहीं बल्कि व्यापार पहले दिखता है।
प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग
हाथरस, नीरज चक्रपाणि। सीबीएसई बोर्ड से संचालित प्राइवेट स्कूलों द्वारा प्रति वर्ष फीस वृद्धि के नाम पर मनमानी व अभिभावकों का उत्पीडन किये जाने के खिलाफ आज अभिभावकों द्वारा एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर कार्यवाही की मांग की।
अभिभावकों ने ज्ञापन में कहा है कि प्राइवेट स्कूलों में बिल्ंडग फीस, ट्यूशन फीस, मासिक फीस के अलावा एक मुश्त एडमीशन फीस आदि के नाम पर मोटी रकम वसूल की जा रही है साथ ही अभिभावकों को इनके द्वारा नियुक्त दुकानदारों से ही कापी-किताबें खरीदने को बाध्य करते हैं तथा प्रति वर्ष पुस्तकों में मामूली फेरबदल कर नई किताबें खरीदने को मजबूर करते हैं जिससे अभिभावकों पर भारी बोझ पड रहा है।
समीर
क्यूँ समीर तू रुका हुआ है छोड़ सभी बांधा मग में।
मुझको भी गतिवान बना तू तीव्र चलूँ उजले पथ में।
क्यूँ समीर …………..
मंद मंद शीतलता से तू शीतल राहे कर देता।
निज स्वभाव को इस जीवन में थोड़ा सा ही भर देता।
क्यूँ समीर…………….
सरसर की मृदु ध्वनियों से तू सांसो की साँस बढ़ा देता।
सदृश तेरे मैं भी हो जाऊ अंतर का सुख दे देता।
क्यूँ सम…………….
तरु पल्लव में गति भरता तू जीव जंतु में भरता प्राण।
मंद मंद सुख सबको दे तू तन मन हर्षित कर देता।
क्यों समीर……………..