घाटमपुर, कानपुर, जन सामना संवाददाता। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के जन्मदिवस समारोह में जिला पंचायत के प्रत्याशी रहे अरूण सचान ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी छोड़कर बहन मायावती को पाॅचवी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिये घाटमपुर विधानसभा की सीट भारी बहुमत से जिताने के लिये बसपा की सदस्यता ग्रहण की। एक दर्जन से ज्यादा ग्राम प्रधानों के साथ पहुंचे अरूण सचान ने पार्टी की नीतियों एवं रीतियों सब मेरी हुईं और आज से मैं इस परिवार का सदस्य हूॅं और इसके हित कामयाबी के लिए सदैव तत्पर व सक्रिय रहूंगा।
Read More »खड़ंजा बिछाने में लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
सचिव ने कहा सही बन रहा है खड़ंजा
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। जसराना में प्रधान की दबगई का विरोध करने पर ग्रामीणों को प्रधान ने मुकदमें में फंसाने की धमकी दे डाली। वहीं सचिव से शिकायत की तो कहा कि सीसी कार्य मानक के अनुरुप हो रहा है। ग्रामीणों ने पुलिस को बुलाया तो भी हल नहीं निकला। ग्रामीणों ने प्रधान एवं सचिव पर मिलीभगत होने का अरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से गांव के सीसी कार्य की गुणवत्ता की जाॅच कराने की मांग की।
बड़ा गांव के दलवीर सिंह, शिवकुमार, देवदत्त, सुरेश ने बताया कि ग्राम प्रधान गांव की एक गली में सीसी कार्य करा रहे हैं। पुराने कार्यों में सीसी 4 इंच से ऊपर है। जबकि प्रधान द्वारा मात्र 2 इंच ही सीसी डलवाई जा रही है। टीटू, चंद्रभान, रतन सिंह, सिंटू, विवेक कुमार ने कहा कि रविवार की सुबह जैसे ही प्रधान से ग्रामीणों ने बात कही तो प्रधान ने दवंगई दिखाते हुए विरोध करने वाले ग्रामीणों पर अभियोग दर्ज कराने की धमकी दे डाली।
सौतेली भाभी के खिलाफ पिता ने लिखाया मुकदमा
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। जसराना में बीती रात्रि को थाना क्षेत्र के गांव नगला करौंदा में हुई हत्या के मामले में आसपास के क्षेत्रों में चर्चा रही। लोग बेरहम सौतेली भाभी को कोसते रहे। वहीं पिता द्वारा लिखाई गई तहरीर के आधार पर पुलिस के साथ मौके पर जाकर फोरेन्सिक टीम ने साक्ष्य जुटाए। आरोपी महिला को जेल भेजा गया है।
थाना जसराना क्षेत्र के गांव करौंदा हुई छह वर्ष के मासूम आाकांशू की हत्या के मामले में साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस के साथ फोरेंसिक टीम के सदस्य गांव में सक्रिय रहे। टीम ने सरसों के खेत में जाकर साक्ष्य एकत्रित किए। टीम को चूडी विछीया, मौजा, टीषर्ट और जूते मिले। टीम ने उसको कब्जे में लेकर उसे जाॅच के लिए भेजेने की बात कही। पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ कर साक्ष्य एकत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस ने आरोपी महिला सावित्री देवी को जेल भेज दिया। विदित हो कि एक दिन पहले ही सावित्री देवी पत्नी श्रीकृश्ण निवासी नगला करौंदा थाना जसराना ने अपने सौतेले देवर आकांशू 6 पुत्र श्यामवीर की उस समय हत्या कर दी जब वो उसके साथ शौच करने खेतों की तरफ गया था। ग्रामीणों को आकांशू चार घंटे बाद बेहोशी की हालत में सरसों के खेत में मिला। ग्रामीण उसे उपचार के लिए शिकोहाबाद ले गए जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोशित कर दिया।
आरएसएस द्वारा खिचड़ी भोज-सूर्य नमस्कार कार्यक्रम आयोजित
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चंद्रवती भवन राजेंद्र नगर में मकर संक्राति पर्व क उपलक्ष्य में खिचड़ी भोज एवं सूर्य नमस्कार का आयोजन हुआ।
जिसमें लगभग पांच सौ स्वयंसेवक एवं बहिनों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदीप द्वारा की गई। विभाग प्रचारक आरयेंद्र ने अपने बौद्धिक में हिन्दुत्व की एकता पर जोर दिया तथा मकर संक्राति के पर्व पर प्रकाश डाला। महानगर सह सेवा प्रमुख सुरेश चंद्र, नगर कार्यवाह रामेकुमार, बौद्धिक प्रमुख डा. वीरेंद्र सिंह, शाखा प्रमुख स्वयंसेवक विमल कुमार एडवोकेट, बृजेश प्रधान, नरेंद्र, रोहित, सर्वेश, प्रमोद आदि मौजूद रहे।
प्रेमी युगल ने ट्रेन के आगे लगायी छलांग, घायल
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। विगत अर्धरात्रि में प्रेम प्रसंग के चलते प्रेमी युगल ने ट्रेन के आगे कूद कर की आत्म हत्या की कोशिश घायल होने पर दोनो को आगरा भेजा गया।
थाना मटसैना क्षेत्र के गांव सुडामई निवासी 18 वर्षीय गोरब पुत्र सीताराम का प्रेम प्रसंग गांव ही 16 वर्षीय शिवानी पुत्री विकास के साथ चल रहा था। गांव में प्रेम प्रसंग की चर्चा होने पर शिवानी के पिता ने पुत्री को उसकी बुआ के घर आगारा के 100 फुटा रोड थाना एत्मादौला के भेज दिया। गौरव गांव के ही एक स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्य भी करता था।
सौतेली सास का गुस्सा मासूम देवर की हत्या कर उतारा
पुलिस ने आरोपी भाभी को भेजा जेल
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। थाना जसराना क्षेत्र के गांव नगला करौदा में सौतेली सास की नाराजगी एक महिला ने मासूम देवर की गला दबाकर हत्या करने से तारदी। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरतार करने के बाद जेल भेजा है।
थाना जसराना क्षेत्र के गांव नगला करौदा निवासी श्यामवीर की पहली पत्नी के मारने के बाद दूसरी पत्नी गीता के दो मासूम बच्चे अग्रेश व आठ वर्षीय आकांशू है। जो कि शनिवार को अचानक गायब हो गया, परिजनों ने सोचा कि वह घर के बाहर खेल रहा होगा। देर रात्रि तक वह घर नही आया तो परिजनों को चिन्ता हो गयी। खोजने पर उसका शव सरसों के खेत में पडा मिला।
जाति – धर्म के नाम पर नहीं करेंगे वोट
फिरोजाबाद, एस. के. चित्तौड़ी। अन्तर्राष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संरक्षण तथा लोक नागरिक कल्याण समिति के तत्वाधान में मतदाता जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन करीम नगर में किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता हाजी रहीश अल्वी ने की. इस अवसर पर उपस्थित लागों ने जाति-धर्म के नाम पर मतदान न करने की शपथ ली ।
इस मौके पर भारत निर्वाचन आयोग के ब्राण्ड एम्बैसडर सतेन्द्र जैन सौली ने कहा जाति-धर्म के नाम पर वोट डालने से बनने वाली सरकार सभी के लिये लोक प्रिय नहीं होती और न सर्व हित के लिये काम कर पाती है इसलिये जाति-धर्म के नाम पर नहीं बल्कि नैतिक मतदान करें।
बसपा सुप्रीमो मायावती का 61वां जन्मदिवस मनाया
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। बसपा सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का 61वां जन्मदिवस जनपद की 5 विधानसभा क्षेत्रों में बड़े धूमधाम से केक काटकर मनाया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनको कोटि कोटि बधाईयां दीं और लंबी आयु की कामना की। सबने संकल्प लिया कि बहिन मायावती को पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाकर जन्मदिन का तोहफा देना है।
इसी क्रम में टूण्डला विधानसभा क्षेत्र में बछगांव चैराहे पर बसपा सुप्रीमो मायावती का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। मुख्य अतिथि देवेंद्र बघेल, निर्दोष नंदा रहे। अध्यक्षता विधानसभा क्षेत्र प्रभारी राकेश बाबू एडवोकेट रहे। काफी संख्या में बसपा समर्थक कार्यक्रम में मौजूद रहे। फिरोजाबाद विधानसभा क्षेत्र के रसना गार्डन में बसपा सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसकी अध्यक्षता विधानसभा क्षेत्र फिरोजाबाद प्रभारी खालिद नसीर ने की। मुख्य अतिथि मुख्य जोन कोर्डीनेटर हेमंत प्रताप सिंह एवं विशिष्ट अतिथि योगेश प्रताप सिंह बघेल रहे। मंच पर सर्वप्रथम बसपा सुप्रीमो मायावती का वीडयो संदेश दिखाया गया। जिसमें विधानसभा चुनाव में कार्यकर्ताआंे से जोर-शोर से जुट जाने की अपील की गयी। मुख्य अतिथि मुख्य जोन कोर्डीनेटर हेमंत प्रताप सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती को पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाने की कार्यकर्ताओं से अपील की। विशिष्ट अतिथि मंडल कोर्डीनेटर योगेश प्रताप सिंह बघेल ने कहा जनता अब बसपा की ओर आशा भरी निगाहों से देख रही है।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने पर दिया जोर
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। वोट देना सभी मतदाताओं का संविधानिक अधिकार है मतदाता जागरूकता जैसे कार्यक्रमों का उद्देश्य मतदाताओं को उनके संविधानिक अधिकारों के लिए जागरूक होना है जिससे लोग प्रेरित होकर बिना भय या प्रलोभन के मतदान कर अपने संविधानिक अधिकार का प्रयोग कर सके। अहरौली मोड़ के पास एक निजी प्रतिष्ठान के कर्मियों द्वारा व आयोजित मतदाता जागरूकता मे सहायक निदेशक सूचना/सहायक मीडिया प्रभारी निर्वाचन प्रमोद कुमार ने कही तथा सभी मतदाताओं को मतदान करने की शपथ भी दिलायी। युवा बड़े बुजुर्ग जिनका मतदाता सूची में नाम है वह आवश्य मतदान करें जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। साथ ही देश का लोकतन्त्र भी मजबूत होगा। जनपद में 25 जनवरी को जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम की अध्यक्षता में राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन किया जा रहा है।
Read More »यूजीसी का अधिकांश भारतीय जर्नल्स के साथ एक अव्यावहारिक निर्णय-राजीव मिश्रा
कानपुर,जन सामना ब्यूरो। उच्च शिक्षा में सुधार की तमाम बातें करने के साथ एपीआई जैसे कई तुगलगी फरमान पारित करने के बाद यूजीसी ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था और भारतीय जर्नल्स के साथ एक और मजाक किया है। वह है रिसर्च जर्नल्स की हालिया सूची का जारी करना। 10 जनवरी को आम हुई सूची में यदि आप एक नजर डालेंगे तो पायेंगे कि लगभग 38653 जर्नल्स (http://www.ugc.ac.in/ugc_notices.aspx?id=1604) में देश के तमाम प्रतिष्ठित जर्नल्स नदारद हैं और इससे भी हास्यास्पद बात यह है कि जारी की गई पाँच सूचियों में हर सूची में केवल तीन इन्डेक्सिंग एजेन्सीज क्रमशः WOS (New Yark), SCOPUS (USA) और Index Copernicus International (ICI) (Poland) द्वारा इन्डेक्स्ड जर्नल्स को छोड़कर चैथी किसी एजेन्सी द्वारा सूचीबद्ध जर्नल्स या किसी भी स्वतंत्र जर्नल्स को स्थान ही नहीं दिया गया है। यहाँ यह भी बताना समीचीन होगा कि उपरोक्त तीनों एजेन्सीज में से SCOPUS (USA) सूचीबद्धता के साथ ही साथ अपने स्वयं के प्रकाशन भी निकालती है। (Source : encyclopedia)
यह बड़े दुःख का विषय है कि यूजीसी ने जर्नल्स की लिस्ट शिक्षा की गुणवत्ता को कायम रखने के लिये जारी की है परन्तु उसने यह काम उपरोक्त तीनों एजेन्सीज के सूचीबद्ध जर्नलों के बल पर किया तो प्रश्न उठता है कि क्या यूजीसी के पास अपना कोई पैनल या विवेक अथवा भारतीय जर्नल्स की गुणवत्ता परखने का तरीका नहीं है। यदि नहीं तो निश्चित रूप से उपरोक्त एजेन्सियों को लाभ पहुँचना स्वाभाविक ही है।