‘एनईआईएसटी असम का पहला ऐसा अनुसंधान और विकास संस्थान है जहां परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की गई है’
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। एक कोविड-19 परीक्षण प्रयोगशाला पूर्वोत्तर विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (एनईआईएसटी) के जोरहाट परिसर में स्थापित की गई है। डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा, मंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, वित्त, शिक्षा (उच्च, माध्यमिक व प्राथमिक), परिवर्तन एवं विकास, पीडब्ल्यूडी, असम सरकार ने इस प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। सीएसआईआर-एनईआईएसटी के निदेशक डॉ. जी. नरहरि शास्त्री ने इस महत्वपूर्ण आयोजन को सीएसआईआर-एनईआईएसटी के इतिहास में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर बताया।
डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने इस तथ्य की सराहना की कि एनईआईएसटी असम का पहला ऐसा अनुसंधान और विकास संस्थान है जहां एक परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की गई है। डॉ. सरमा ने इसे संभव कर दिखाने के लिए संस्थान के वैज्ञानिकों और कर्मचारियों को बधाई दी।
वैज्ञानिक क्यों कर रहे हैं घातक कोरोना वायरस का कल्चर!
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। नोवेल कोरोना वायरस (SARS-CoV-2) से दुनिया भर में अब तक 56 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और 3.62 लाख से अधिक लोगों को इस वायरस से उपजी बीमारी कोविड-19 के प्रकोप से अपनी जान गंवानी पड़ी है। भारत की बात करें तो यहाँ नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण का आँकड़ा 1.58 लाख को पार कर चुका है और 4500 से अधिक लोगों की मौत कोविड-19 से हो चुकी है। इसके बावजूद, इस जिद्दी वायरस के कारण होने वाले संक्रमण और मौतों का सिलसिला अभी बना हुआ है। इतने बड़े पैमाने पर कोविड-19 के प्रकोप के बावजूद आखिर क्या कारण है कि वैज्ञानिक नोवेल कोरोना वायरस का लैब में कल्चर (संवर्धन) करके उसकी संख्या बढ़ाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं?
Read More »अरुणाचल प्रदेश ने मार्च 2023 तक सभी को नल कनेक्शन प्रदान करने की योजना बनाई
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। अरुणाचल प्रदेश द्वारा अपने यहां 100% घरेलू नल कनेक्शनों के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बनाई गई वार्षिक कार्य योजना को राष्ट्रीय जल जीवन मिशन, जल शक्ति मंत्रालय ने मंजूरी दे दी। इस राज्य ने मार्च, 2023 तक सभी परिवारों को 100% नल कनेक्शन प्रदान करने का प्रस्ताव रखा। भारत सरकार ने वर्ष 2020-21 में जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत इस राज्य के लिए 255 करोड़ रुपये मंजूर किए। राज्यों को कार्य-प्रदर्शन अनुदान के रूप में अतिरिक्त धनराशि दी जाती है जो स्पष्ट नजर आने वाले नतीजों यानी घरेलू नल कनेक्शनों और उसके अनुरूप वित्तीय प्रगति की दृष्टि से उनकी उपलब्धि पर आधारित होती है। राज्य वर्ष 2020-21 में कुल 2.18 लाख ग्रामीण परिवारों में से 77,000 को नल कनेक्शन देने की योजना बना रहा है। योजना बनाते समय आकांक्षी जिले, गुणवत्ता से प्रभावित बस्तियों, सांसद आदर्श ग्रामीण योजना के गांवों के परिवारों को प्राथमिकता के आधार पर कवर करने पर विशेष जोर दिया जाता है।
Read More »जम्मू-कश्मीर के गावँ-गावँ तक जल जीवन मिशन का कार्यान्वयन
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। जल जीवन मिशन का मुख्य उद्देश्य देश के प्रत्येक ग्रामीण परिवार को दीर्घकालिक आधार पर पर्याप्त मात्रा में निर्धारित गुणवत्ता के पेयजल के लिए एक कार्यात्मक घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करना है। ग्रामीणों में परियोजना के प्रति स्वामित्व की भावना पैदा करने के लिए व समुदाय को आपस में जुटाने के लिए ग्राम पंचायतों/ ग्राम पेयजल और स्वच्छता समितियों/ पानी समितियों को पानी के योजना बनाने के असीमित अधिकार दिए गये हैं। गांवों को ग्राम कार्य योजना बना कर कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर ने जल जीवन मिशन के तहत नल जल आपूर्ति के साथ हर घर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत की है। यूटी में 18.17 लाख परिवारों हैं 5.75 लाख परिवारों के पास एफएचटीसी उपलब्ध है। इस में से वर्ष 2020-21 तक जम्मू-कश्मीर में 1.76 लाख परिवार को एफएचटीसी उपलब्ध कराने की योजना बनाई गयी है व चालू वर्ष में यूटी 3 जिले यानी गांधारबल, श्रीनगर और रायसी के सभी 5,000 गांवों को शत-प्रतिशत एफएचटीसी कवरेज की योजना है इस वित्त वर्ष में केंद्रीय हिस्सेदारी के रूप मैं 681 करोड़ रुपये यूटी सरकार को दिए गये हैं। यूटी 2024-25 तक राष्ट्रीय लक्ष्य से पहले दिसंबर 2022 तक 100% कवरेज की योजना बना रहा है। ऐसा करके, जम्मू-कश्मीर नल कनेक्शन प्रदान करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक अग्रणी उदाहरण होगा।
भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान देने वाला एक प्रमुख देश: रवि शंकर प्रसाद
सरकार ने हमेशा रूपांतरकारी कार्यक्रमों में विश्वास किया है, चाहे यह डिजिटल इंडिया हो, मेक इन इंडिया हो या स्टार्ट अप इंडिया हो
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने हमेशा रूपांतरकारी कार्यक्रमों में विश्वास किया है, चाहे यह डिजिटल इंडिया हो, मेक इन इंडिया हो या स्टार्ट अप इंडिया हो। इन पहलों ने साधारण भारतीयों को अधिकारसंपन्न बनाया है, डिजिटल समावेशन की ओर अग्रसर किया, नवोन्मेषण एवं उद्यमशीलता को प्रोत्साहित किया और एक वैश्विक डिजिटल शक्ति के रूप में भारत का कद बढ़ाया।
इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण का संवर्धन मेक इन इंडिया कार्यक्रम का एक प्रमुख घटक रहा है। राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स नीति, 2019, संशोधित विशेष प्रोत्साहन स्कीम (एमएसआईपीएस), इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्लस्टर तथा इलेक्ट्रॉनिक्स विकास फंड जैसे प्रयासों के कारण भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन 2014 के 29 बिलियन डालर से बढ़कर 2019 में 70 बिलियन डालर तक पहुंच गया।
रक्षा मंत्री ने फ्रांस की सशस्त्र बल मंत्री से बातचीत की
भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर सहमति
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज फ्रांस की सशस्त्र बल मंत्री सुश्री फ्लोरेंस पार्ले के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने कोविड-19 स्थिति, क्षेत्रीय सुरक्षा सहित आपसी चिंता के मामलों पर चर्चा की और भारत तथा फ्रांस के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को सुदृढ़ बनाने पर सहमति जताई। दोनों मंत्रियों ने कोविड-19 महामारी से लड़ने में भारत और फ्रांस के सशस्त्र बलों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
फ्रांस ने कोविड-19 महामारी द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद राफेल विमान की समय पर प्रदायगी सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। रक्षा मंत्री ने 2020 से 2022 तक हिन्द महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस) की फ्रांस की अध्यक्षता का स्वागत किया। दोनों मंत्रियों ने 2018 के हिन्द महासागर क्षेत्र पर भारत-फ्रांस संयुक्त रणनीतिक विजन को साकार करने के लिए एक साथ कार्य करने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री ने ‘राज्य स्थापना दिवस’ पर तेलंगाना के लोगों को बधाई दी
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘राज्य स्थापना दिवस’ पर तेलंगाना के लोगों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही आंध्र प्रदेश की आम जनता को भी शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘तेलंगाना के लोगों को उनके राज्य के स्थापना दिवस पर बधाई। इस राज्य के लोग विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहे हैं। यह राज्य भारत के विकास को नई गति देने में बहुमूल्य योगदान दे रहा है। मैं तेलंगाना के लोगों की प्रगति और समृद्धि की मंगल-कामना करता हूं।
आंध्र प्रदेश के लोगों को शुभकामनाएं। कड़ी मेहनत और साहस इस राज्य की संस्कृति का पर्याय है। भारत के विकास में इस राज्य की भूमिका को विशेष अहमियत दी जाती है। इस राज्य के नागरिकों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’
गरीबों को सुराही एवं हाथ का पंखा वितरण किया गया
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। कोरोना जैसी महामारी के चलते आज वाई ब्लॉक संकटमोचन मंदिर के पास निर्जला एकादशी के अवसर पर कानपुर दक्षिण उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री एवं भाजपा नेता अभिषेक पांडे (मोनू) द्वारा इस भयंकर धूप में आते जाते राहगीरों सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए शरबत वितरण किया और गरीबों को सुराही एवं हाथ का पंखा भी वितरण किया गया। हिंदू संस्कृति में निर्जला एकादशी पर्व को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है वितरण करने में प्रमुख रूप से आचार्य विष्णु दत्त, इंजीनियर ऋषभ शुक्ला, रॉकी, विवेक शुक्ला, सुधीर शुक्ला, अजय चौधरी आदि लोग मौजूद रहे।
Read More »जितेंद्र त्रिपाठी ने एक लाख दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता पीएम केयर फंड में दी
रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर कोरोना जैसी महामारी के खिलाफ जंग लड़ने के लिए आर्थिक सहायता दिए जाने की अपील किये जाने पर रसूलाबाद की जनता ने भी भाजपा कानपुर देहात के मंत्री जितेंद्र त्रिपाठी जीतू के द्वारा एक लाख दो हजार रुपये की आर्थिक सहायता पीएम केयर फंड में भेज कर सराहनीय कार्य कर रसूलाबाद का नाम रोशन किया है।सहायता देने वालो के प्रति जनपद के वरिष्ठ भाजपा राम विलास त्रिपाठी ने आभार व्यक्त किया है।
भाजपा कानपुर देहात के वरिष्ठ मंत्री जितेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि देश आज कोरोना महामारी संकट के दौर से गुजर रहा है देश की केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार ने इस सकंट से जनता को उबारने के लिए बहुत ही सराहनीय मदद गरीबो की है।
सभी नदी जल धाराओं में 31 अगस्त तक मछली के आखेट पूर्णतया प्रतिबन्ध
कानपुर नगर, जन सामना ब्यूरो। जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बताया है कि जनपद कानपुर नगर की सीमान्तर्गत बहने वाली सभी नदी जल धाराओं में 01 जून 2020 से 31 अगस्त 2020 तक मछली के आखेट को पूर्णतया प्रतिबन्ध किया जाता है तथा उ0प्र0 मत्स्य अधिनियम 1948 के प्रविधानों के अन्तर्गत उक्त अवधि में मत्स्य फ्राई एवं फिंगरलिंग को पकडने, नष्ट करने अथवा बेचने एवं प्रजनन अवधि में मछली शिकारमाही को पूर्णतया प्रतिबन्धित किया जाता है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी बिठूर कानपुर से संगम तक मत्स्य बीज एवं मछली शिकारमाही पर पूर्ण रुप से प्रतिबन्ध है। इसके अनुपालन में कानपुर नगर के सीमा के अन्तर्गत बहने वाली गंगा नदी मत्स्य बीज एवं मछली की शिकारमाही को पूर्ण से प्रतिबन्धित किया जाता है। उन्होने निर्देशित किया है कि इन प्रतिबंन्धो के उल्लंघन की स्थिति में उ0प्र0 मत्स्य अधिनियम 1948 में निहित प्राविधानों के तहत कडी दडात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने उक्त आदेशों का कडाई पूर्वक अनुपालन सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश संबंधित विभाग एवं अधिकारियों को दिये है।
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