Kanpur Nagar: ग्रीन पार्क स्टेडियम कानपुर नगर में आज 44वां शतरंज ओलंपियाड प्रतियोगिता के आयोजन का प्रचार-प्रसार व शतरंज खेल को बढावा देने के उद्देश्य से शुरू की गयी मशाल रिले कार्यक्रम के ग्राण्ड मास्टर तेजस, अंवतिका व उनकी टीम का स्वागत किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अध्यक्ष विधान सभा उ0प्र0 सतीश महाना ने कहा कि हम में से बहुत कम ही लोग इस बात से परिचित हैं कि चेस ओलंपियाड जो लगभग 100 साल पहले शुरू हआ था, इस बार, पहली बार भारत में होने जा रहा है।
Jan Saamna Office
पीड़ित की आवाज बने पत्रकार : सुघर सिंह प्रदेश प्रभारी
इलेक्ट्रॉनिक एव प्रिंट मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों को बांटे गए नियुक्ति पत्र
इटावा। अगर पत्रकार पीड़ित की आवाज बनकर उसकी खबर छाप कर उसे न्याय दिलाता है तो इससे बड़ी समाज सेवा कोई नहीं हो सकती इसीलिए पत्रकार को समाज का दर्पण कहा जाता है।
यह बात इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के उत्तर प्रदेश के राज्य प्रभारी सुघर सिंह ने इटावा के बाबा मॉल में आयोजित नवनियुक्त पदाधिकारियों के सम्मान समारोह में कही।
आओ नशीली दवाओं के दुरुपयोग, अवैध तस्करी रोकनें में सक्रिय भागीदारी बढ़ाएं
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ़ अंतर्राष्ट्रीय दिवस 26 जून 2022 पर विशेष
नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने सामुदायिक सहायता की ज़रूरत हैं
मादक पदार्थों के प्रयोग से दुष्प्रभाव- परिवार से विच्छेदन, अपराध प्रवृति में वृद्धि, शारीरिक व मानसिक कमजोरी के रूप में सामने आती है – एड किशन भावनानी
अंतरराष्ट्रीय स्तरपर मादक पदार्थों के सेवन और नशीली दवाओं के दुरुपयोग तथा उसकी अवैध तस्करी के मामलों से करीब-करीब हर देश पीड़ित है और यह समस्या दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। खासकर मानवीय युवा पीढ़ी जिन्हें भविष्य की बागडोर संभालनीं है, यानें हमारी अगली पीढ़ी बनने वाले युवा और बच्चों की रुचि मादक पदार्थों में बढ़ती ही जा रही है हम अपने आसपास भी देखते होंगे कि बच्चे भी सिगरेट, बीड़ी, बीयर पीने की ओर आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं जो वैश्विक समस्या बनती जा रही है इसीलिए ही नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस 26 जून के उपलक्ष में हम इस आर्टिकल के माध्यम से, आओ नशीली दवाओं के दुरुपयोग, अवैध तस्करी को रोकने सक्रिय भूमिका बढ़ाएं पर परिचर्चा करें।
वृद्धाश्रम की वेदना
सिसकती है कई ज़िंदगीयां उस दोज़ख के भीतर एक गुमनाम सी उम्र ढ़ोते, सुलगती है ममता और वात्सल्य पिता का ज़ार-ज़ार रोते..
मन को झकझोरने वाले द्रश्य पनपते है कलयुग के कारीगरों की करतूतों को उजागर करते, वृद्धों की आँखों से पश्चाताप छलकता है असुरों को पैदा करने की सज़ा पाते..
उस जननी के ख़्वाबगाह से बहते अश्कों की भयावह गाथा कोई क्या जानें, जन्म दिया जिसे वही छोड़ गया वृद्धाश्रम की चौखट के पीछे..
खून से सिंचा जिस औलाद को अपने शौक़ परे रखकर, सपने जिनके पूरे किए उसी ने कलंकित किया माता-पिता के मासूम हृदय को..
कानपुर बोट क्लब का “लोगो“ जारी, जल्द ले सकेंगे बोटिंग का लुत्फ
कानपुर नगर। जल क्रीड़ाओं के प्रथम ट्राइयल की तिथि नजदीक आ रही है, कार्य गति और खेल भावना को बनाए रखने के लिए, “कानपुर बोट क्लब“ की कार्यकारी समिति ने आज कानपुर बोट क्लब का “लोगो“ जारी किया। कार्यक्रम का आयोजन आज गंगा बैराज बोट क्लब की खूबसूरत लोकेशन पर किया गया।
कानपुर बोट क्लब का “लोगो“ समग्र रूप से “वाटर स्पोर्ट्स, रिवर लाइफ एंड द नेचर“ का प्रतीक है।
CDO ने मण्डलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी की तैयारियों के सम्बन्ध में की समीक्षा
सम्बन्धित अधिकारी गोष्ठी में अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं का प्रदर्शन हेतु पूरी कर ले तैयारी:-मुख्य विकास अधिकारी
Kanpur Dehat: जिलाधिकारी नेहा जैन के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की अध्यक्षता में झांसी में आयोजित होने वाले मण्डलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी 2022-23 के तैयारी के सम्बन्ध में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई, बैठक में उप निदेशक कृषि विनोद कुमार यादव ने बताया कि जनपद में कुल कृषि योग्य क्षेत्रफल 228000 हे0 है, जिसमें रबी में 182844 हे0 एवं खरीफ में 109926 हे0 क्षेत्रफल आच्छादित है। इसी प्रकार सिंचित क्षेत्रफल – जनपद का शुद्ध सिंचित क्षेत्रफल 172886 है, जिसमें से नहर से 62872 हे० राजकीय नलकूप से 22150 हे0 एवं निजी नलकूप से 87739 हे0 क्षेत्रफल की सिंचाई होती है।
जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण
Kanpur Dehat: जिलाधिकारी नेहा जैन ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ट्रामा सेन्टर, औषधि केन्द्र, आकस्कि वार्ड आदि का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ट्रामा सेन्टर में साफ सफाई एवं सम्पूर्ण व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिये, इसके पश्चात उन्होंने जन औषधि केन्द्र का भी निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान जन औषधि केन्द्र में दवाऐं कम पाये जाने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की तथा ज्यादा से ज्यादा दवा जन औषधि केन्द्र में रखने के निर्देश दिये जिससे कि गरीब जनता को सस्तेदामों में दवा उपलब्ध हो सके। इसके पश्चात उन्होंने आकस्मिक वार्ड का निरीक्षण किया, निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से वार्ता कर इलाज के बारे में जानकारी ली, जिस पर मरीजों द्वारा बताया गया कि इलाज सही प्रकार से हो रहा है तथा दवा भी अस्पताल से उपलब्ध करायी जा रही है।
Read More »सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के बारे में जानना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य
सूचना का अधिकार अधिनियम व्यक्ति को अपने अधिकारों के प्रति सचेत करता है
Kanpur Dehat: आजादी के बाद जिन दो अधिनियमों में जनता को सर्वाधिक सशक्त बनाने का काम किया वे थे जनहित याचिका और सूचना का अधिकार अधिनियम, इसलिए जरूरी है कि इनके बारे में जनता को जागरूक किया जाये। सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 में लागू किया गया, इसके अन्तर्गत कोई भी नागरिक किसी भी सरकारी विभाग से कोई भी जानकारी ले सकता है। बस शर्त यह है कि आर0टी0आई0 के तहत पूछी जाने वाली जानकारी तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए।
महाकुम्भ 2025 का भव्य आयोजन हो – मुख्य सचिव
महाकुम्भ 2025 भारत और उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से दुनिया को रूबरू कराने का बेहतरीन अवसर
तात्कालिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जायेलखनऊ: प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कुम्भ मेला 2025 की तैयारियों की समीक्षा की।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि 2025 का महाकुम्भ भारत और उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से दुनिया को परिचित कराने का बेहतरीन अवसर है। महाकुम्भ 2025 का भव्य आयोजन हो। आजादी का अमृत महोत्सव और महाकुम्भ 2025 को ध्यान में रखते हुए संगम क्षेत्र के साथ ऐतिहासिक विरासतों व पौराणिक धार्मिक स्थलों के जीर्णाेद्धार कार्य तेजी से सम्पन्न किया जाए।
अब तो सोच बदलो
आज हम 21वीं सदी की दहलीज़ पर खड़े है औरतों ने अपनी अठारहवीं सदी वाली छवि बदलकर रख दी है, हर क्षेत्र में नारी एक सक्षम योद्धा सी अपना परचम लहरा रही है और परिवार का संबल बनकर खड़ी है, फिर भी कुछ लोगों की मानसिकता नहीं बदली। चाहे कितनी ही सदियाँ बदल जाए कामकाजी और नाईट ड्यूटी करने वाली स्त्रियों के प्रति कुछ अवधारणा कभी नहीं बदलेगी। घर से बाहर निकलकर काम करने वाली औरतों को एक अनमनी नज़रों से ही क्यूँ देखता है समाज का एक खास वर्ग? चंद हल्की मानसिकता वाली औरतों को नज़र में रखते रात को बाहर काम करने वाली हर महिला को आप गलत नहीं ठहरा सकते। मुखर महिला यानी बदचलन, किसी मर्द के साथ हंस कर बात करने पर महिला को शक कि नज़रों से ही देखा जाता है।
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