Monday, November 25, 2024
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मथुरा वृंदावन रेल ट्रैक पर आईडिया देने बडी संख्या में पहुंचे लोग

⇒कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को प्रस्तावित बैठक शुक्रवार को हुई
मथुरा। वृंदावन मथुरा रेलवे ट्रेक को किस स्वरूप में बनाया जाए इसको लेकर मथुरा वृंदावन के लोगों में एक राय नहीं है। वृंदावन के लोग चाहते हैं कि इस प्रोजेक्ट पर जल्द काम शुरू हो, वहीं मथुरा में लोगों में ट्रेक के स्वरूप को लेकर एक राय नहीं है। ध्वस्तीकरण अभियान के बाद तमाम संगठनों और लोगों ने अपने अपने स्तर से अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के पास ट्रैक के स्वरूप को लेकर सुझाव रखे। इसके बाद रेलवे की गति शक्ति यूनिट ने ऐसे सभी सुझावों को एक मंच पर लाकर एक राय बनाने की पहल की है। शुक्रवार को मथुरा वृंदावन रेल ट्रैक के गेज परिवर्तन के चल रहे कार्य को लेकर डीएम, एसएसपी की मौजूदगी में स्थानीय निवासियों के साथ बैठक की और उनके सुझाव जाने। कलेक्ट्रेट सभागार में हुई बैठक में मांट विधायक राजेश चौधरी, डीआरएम आगरा टीपी अग्रवाल, डीएम पुलकित खरे, एसएसपी शैलेश पांडे और नगर आयुक्त अनुनय झा मुख्य रूप से मौजूद रहे। इस बैठक में मथुरा वृंदावन के निवासी उपस्थित रहे और समस्याओं को दूर करने के सुझाव मांगे गए। मथुरा वृन्दावन रेलवे ट्रैक के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिलाधिकारी मथुरा प्रशासन और जनता के बीच संवाद के लिए रखी गयी बैठक में नीचे सड़क और बीच मे पिलर पर मेट्रो ट्रेन की मांग मुखरता से उठाई गई। जंन सहयोग समूह के समन्वयक अजय अग्रवाल ने बैठक में कहा कि जितने भी सुझाव बैठक में इस रेल ट्रैक के सम्बन्ध में आये हैं और जिला अधिकारी उन सुझावों को रेल अधिकारियों को नोट कराने की कह रहे हैं। वास्तव में जन सहयोग समूह के पत्र पर रेलवे तीन वर्ष पहले भी उन सभी सुझावों को लिखित रूप में नोट कर चुका है। अजय अग्रवाल ने बैठक में कहा कि आज जिस योजना पर रेलवे काम कर रही है वह मथुरा वृंदावन के लिये अव्यवहारिक है। अगर रेलवे इस ट्रेन को उत्तर प्रदेश सरकार को दे तो यूपी मेट्रो इस पर चलाना संभव हो जाएगा क्योंकि वर्तमान में कीठम तक मेट्रो पास हो चुकी है। पत्र में बृज विरासत गलियारे की अपनी पुरानी मांग को दोहराया गया है। जिसमे मेट्रो की तर्ज पर एलिवेटेड ट्रेन प्रस्तावित थी नीचे दोनों ओर सड़क मार्ग प्रस्तावित था। वह प्रस्ताव जिसे रेलवे ने 2020 में नोट किया था। व्यापारी पीडी अग्रवाल ने आशंका जताई कि प्रोजेक्ट के कारण बनने वाले अंडरपास की वजह से शहर को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ेगा। होटल व्यवसाई राजीव अग्रवाल ने भी अपने विचार रखे। मीटिंग के बाद उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल के डीआरएम टी पी अग्रवाल ने बताया कि मीटिंग में मथुरा वृंदावन के लोगों के सुझाव सुने, समस्या का किस तरह से निस्तारण हो सकता है इस पर प्लानिंग की जायेगी।