बागपत। खेकड़ा नगर के सीताराम मंदिर में चल रहे गणेश महोत्सव में पंडित यज्ञेश आचार्य ने भगवान गणपति के विकट स्वरूप की महिमा का गुणगान किया। उन्होंने बताया कि एक बार दैत्य कामासुर ने भगवान शिव की तपस्या करके उनसे त्रिलोक विजय का वरदान ले लिया था। कामासुर ने इसके बाद देवताओं पर अत्याचार शुरू कर दिया। देवताओं को कामासुर से मुक्ति भगवान गणपति ने विकट अवतार लेकर दिलायी। कामासुर से तात्पर्य कामवासना से है। भगवान गणेश के विकट स्वरूप की पूजा से कामवासना से मुक्ति मिलती है। रात को आयोजित भजन कीर्तन में भजन सम्राट देवेंद्र दीक्षित और शामली से आई भजन गायिका गुड़िया के भजनों पर सभी श्रद्धालु भगवान गणपति की भक्ति में डूब गए।
इस अवसर पर महोत्सव में देवेन्द्र धामा, सोनू यादव, जयवीर सिंह, राजेंद्र गोस्वामी, संजय वर्मा, देवेश कौशिक, सुशील कुमार शर्मा उर्फ बिट्टू, सनी गुप्ता, सचिन गुप्ता, विवेक शर्मा, जयकुमार शर्मा, विनोद अग्रवाल, करण गोस्वामी, सुमित्रा, काजल, सावित्री, अनीता, रजनी अग्रवाल, मधुर अग्रवाल, श्वेता कौशिक, नेहा कौशिक, राजेश गुप्ता, श्याम लता कौशिक, सनी कौशिक आदि उपस्थित थे।
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