हाथरस, जन सामना ब्यूरो। मेला श्री दाऊजी महाराज के प्रांगण स्थित भारतीय जनता पार्टी के शिविर में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन सम्पन्न हुआ। आधी रात तक अनवरत पड़ी श्रृंगार, ओज व हास्य रसों की बरसात में हजारों श्रोताओं ने खूब डुबकी लगायी। कार्यक्रम की अध्यक्षता रेवेन्यू बार एसोसियेशन के उपाध्यक्ष व पूर्व बजरंग दल जिला संयोजक मदन मोहन गौड़ ने की। जबकि सफल संचालन संयोजक ओजकवि हरिनाम दास सांचा ने किया।
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ सांसद राजेश दिवाकर व भाजपा नगर अध्यक्ष मूलचन्द वाष्र्णेय द्वारा पं. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चलचित्रपट के आगे दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात हरिनामदास सांचा की मां सरस्वती वंदना के साथ कविताओं का दौर शुरू हुआ। लालसिंह लाल ने देश भक्ति से ओतप्रोत कविता सुनाई। हास्य कवि प्रदीप पंडित ने अपनी छोटी-छोटी हास्य रचनाओं से श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। श्रोताओं की मांग पर स्व. निर्भयानन्द जी की कविता श्री रामजी का मन्दिर बनेगा। धूमधाम से सुनाकर पंडितजी ने श्रोताओं की वाहवाही लूटी। प्रसिद्ध कवि मंगल पांडे ने भी अपनी रचनाओं से श्रोताओं में देश प्रेम की ओर अग्रसरित करने वाली भावना जगाई। उन्होंने श्रोताओं की मांग पर चोली वाली कविता का पाठ किया। जिसे श्रोताओं ने दिल खोलकर सुना और तालियों से स्वागत किया। हास्य कवि रमेश धमाका ने भी हास्य रचनाओं की फुलझड़ियों से श्रोताओं को हंसाकर लोटपोट कर दिया। संचालन करते हुये ओजकवि हरिनामदास सांचा ने कवि सम्मेलन को ऊंचाइयों तक ले जाने में सिद्ध हुई अपनी देश भक्ति व वीर शहीदों की याद में पढ़ी रचनाओं से श्रोताओं के अन्दर संचार भर दिया। उन्होंने सुनाई-रोटियां खा घास फूस लड़ी वीरता से जंग, प्रताप पटेल, सांवलकर का देश है, भारत की आजादी को हंसते लुटाये प्राण, भगत, सुभाष, चन्द्रशेखर का देश है। के अलावा अन्य एक और रचना सुनाई-जागो, उठो देश के सपूत वीर बांकुरो, एक-एक क्षण अनमोल जिंदगानी में, याद करो शहदतें लाड़लों जावांजों की, इतिहास भरा पड़ा खूनी कुर्वानी में, मेरा युवा साथियों का तन किस काम का, जो जिगर नहाया नहीं खून से जवानी में, आंधी हो या तूफान, आगे बढ़ो सीना तान, बल कौशल से लगा दी आग पानी में। कवि सम्मेलन में फूलसिंह पौरूष एड., मनोज द्विवेदी, वीरीसिंह, राकेश रसिक आदि दर्जनों कवियों ने कविता पाठ किया।
इस अवसर पर सांसद राजेश दिवाकर, सिकन्द्राराऊ विधायक वीरेन्द्र सिंह राणा, मदन मोहन गौड़ एड., विशिष्ट अतिथि सत्यपाल सिंह मदनावत, कवि सम्मेलन संयोजक व संचालक हरिनामदास सांचा के अलावा समस्त कवियों व अतिथियों का स्वागत प्रतीक चिन्ह व पीत वस्त्रों के साथ किया गया। स्वागत करने वालों में दीपक वाष्र्णेय, यतेन्द्र कुमार वाष्र्णेय, अंकित गौड़, ऋषि सिंह, पं. मनोज शर्मा, अंकित बंसल, नवीन शर्मा, गौरवकांत शर्मा, नीरज अग्रवाल, राघव वाष्र्णेय, विट्टू वाष्र्णेय, गुलशन वाष्र्णेय आदि थे। कवि सम्मेलन में नगर महामंत्री अशोक गोला, सांसद प्रतिनिधि मुकेश पौरूष, रामनिवास शर्मा, सुनील गांगेय के अलावा बड़ी संख्या में श्रोता व भजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।