हाथरसए जन सामना ब्यूरो। मेला श्री दाऊजी महाराज किला के इतिहास में पहली बार रिसीवर शिविर में डाक टिकट प्रदर्शनी का आयोजन शैलेन्द्र वाष्र्णेय सर्राफ के संयोजकत्व में किया गया। प्रदर्शनी का शुभारम्भ भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्रीमती श्वेता दिवाकरए मानव कल्याण सामाजिक संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष राजीव वाष्र्णेयए प्रदेश उपाध्यक्ष विपिन वाष्र्णेय व अनिल कुमार वाष्र्णेय तेल वालों ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया। विशिष्ट अतिथि के रुप में सभासद आशीष गोयलए धीरज जैनए बौण् रमनमूर्ति शर्माए श्रीमती बाला शर्मा सभासद थे।
इस अवसर पर सिकन्द्राराऊ से विशिष्ट अतिथि के रुप में पधारे विपिन वाष्र्णेय ने कहा कि उन्होंने प्रथम बार इस तरह के डाक टिकट व लिफाफे देखे हैं। जो कि सामाजिक उत्थानए देश भक्तिए सर्व धर्म सम्भाव का सन्देश देते हेैं। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हमारे जिले में ऐसे डाक टिकट संग्रहकर्ता शैलेन्द्र सर्राफ हैंए जिन्होंने देश विदेश की हजारों डाक टिकटें अपने संग्रह में समेट रखी हैं। उन्होने आगे कहा कि वह शीघ्र ही सिकन्द्राराऊ में शैलेन्द्र सर्राफ के संयोजन में डाक टिकट व सिक्का प्रदर्शनी लगवायेंगे।
मुख्य व्यस्थापक राकेश वाष्र्णेय सर्राफए शेखर वाष्र्णेय बीज वाले व गिरधर गोपाल पेन्टस डीलर ने सभी अतिथियों का माला पहनाकर व प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन ह्यूमन राइट्स काउंसिल के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय ने किया।
प्रदर्शनी में प्रमुख रुप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दी गई महापुरुष लिंकन की डाक टिकट व हाथरस के राजा महेन्द्र प्रताप की डाक टिकटए महापुरुषोंए स्वतंत्रता सैनानीए अमर शहीदए जलियावाला बागए वैज्ञानिकोंए जागरुकता पर जोर देने वाले कार्डए भारत द्वारा सभी धर्मो पर चलाई गई डाक टिकटए अंग्रेजों व राजा महाराजाओं के समय के स्टाम्प पेपरए हुण्डीए पशु पक्षियोंए पेड़ पौधौए खेलकूदए देश विदेश में महात्मा गांधी पर निकाले गये डाक टिकट व लिफाफेए ब्रिटिश काल के डाक टिकट व पोस्ट कार्ड व लिफाफेए भारतीय सेनाओं के रैजीमेंटए सेना के हवाई जहाजए टैंक आदि पर जारी डाक टिकटों के अलावा विदेशों में भगवान कृष्ण और राधा पर चलाई गई डाक टिकटें रहीं।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक शैलेन्द्र वाष्र्णेय सर्राफ ने बताया ये डाक टिकटें हमारे देश की एकताए अखंडता व संस्कृति को जीवांत रखती हैं। यह दुर्लभ डाक टिकटें हमारी धरोहर हैं। युुवा पीढ़ी को इस प्रदर्शनी से मानव प्रेम और देश प्रेम की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि वे अगली बार सिक्कों की प्रदर्शनी भी लगायेंगे। उन्होंने आगे कहा कि प्रदर्शनी में सभी धर्मो पर जारी भारतीय डाक टिकट व संयुक्त रुप से भारत ने अपने पड़ोसी देशों के साथ जो डाक टिकटेें चलाई हैं। वह भी हमें गौरवान्वित करती हैं। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य स्वतंत्र कुमार गुप्तए अरविन्द वाष्र्णेय दाल मिल वालेए राजीव वाष्र्णेय घी वालेए चन्द्रगुप्त विक्रमादित्यए शेखर वाष्र्णेय बीज वालेए राकेश वाष्र्णेय सर्राफए बौण् रमनमूर्ति शर्माए नवीन गुप्ता एपेक्सए रुपकिशोर जीकेए डिम्पीए रवि वाष्र्णेयए शुभम ऐलानीए जुगनू वाष्र्णेय आदि विशेष रुप से उपस्थित थे।