Wednesday, January 22, 2025
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खाली पड़ी जमीन को कब्जा करने का प्रयास

पवन कुमार गुप्ता: ऊंचाहार, रायबरेली। मामला तहसील क्षेत्र ऊंचाहार की एनटीपीसी परियोजना के बाउंड्री वाल से लगे हुए निरंजनपुर गांव का है। खुर्रुमपुर ग्राम सभा के अंतर्गत आने वाला निरंजनपुर गांव ऊंचाहार से सलोन मार्ग पर है। परियोजना की बाउंड्री से सटे हुए निरंजनपुर गांव के पास ऊंचाहार सलोन मार्ग के किनारे कुछ दुकानें और मकान बने हुए है ,जो कि विगत 40 वर्षों से वहां काबिज है। जिनमें दर्जन भर ग्रामीणों का परिवार रह रहा है।
पिछले दो महीने से एनटीपीसी परियोजना की नजर निरंजनपुर गांव में खाली पड़ी जमीन पर पड़ी और प्रबंधन द्वारा उस पर कब्जा करने के लिए वहां के रहवासियों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की गई। जिसके लिए एनटीपीसी प्रबंधन ने वहां की दुकानों और मकानों पर बाकायदा नोटिस भी चस्पा किया गया। जिसमें साफ-साफ शब्दों में मकान खाली करने के निर्देश दिए गए हैं।
ग्रामीणों द्वारा बताया यह जा रहा है कि एनटीपीसी परियोजना की बाउंड्री के किनारे कुछ जमीन शेष पड़ी हुई थी। जिस पर एनटीपीसी परियोजना द्वारा यूके लिप्टस के पेड़ और गांव के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के उद्देश्य से विद्यालय बनवाया गया था। परन्तु अब एनटीपीसी प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा जमीन कब्जा करने के उद्देश्य से गांव में लगे यूकेलिप्टस के पेड़ों को काट दिया गया है, साथ ही विद्यालय के जर्जर इमारत को भी ढहा दिया गया।
बताते हैं कि परियोजना द्वारा निरंजनपुर गांव की तरफ नया गेट खोलने की कार्ययोजना तैयार की गई है। जिस पर निरंजनपुर ग्रामवासियों को आपत्ति है और ग्रामीणों ने इस सम्बंध में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनय शुक्ला उर्फ बाबा के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी ऊंचाहार सिद्धार्थ चौधरी से शिकायत करते हुए एक मांग पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
इस मौके पर ग्राम सभा खुर्रुमपुर प्रधान प्रतिनिधि विनय शुक्ल उर्फ बाबा दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे। साथ संतोष, रज्जन, प्रमोद सहित ग्रामसभा की महिलाएं भी मौजूद रही है।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि विनय शुक्ला उर्फ बाबा ने बताया कि परियोजना से प्रभावित निरंजनपुर गांव के लिए एनटीपीसी प्रबंधन से हम सभी लोगों की मांग है कि परियोजना के बाउंड्री वाल से किनारे त्रिभुवन मिश्रा के घर से ऊंचाहार सलोन मार्ग तक ग्रामीणों के आवागमन हेतु डामरीकृत पक्का मार्ग (500 मीटर) बनवाया जाए , ऊंचाहार सलोन मार्ग से छेदी लाल वर्मा के घर तक लगभग (300 मीटर) इंटर लॉकिंग मार्ग का निर्माण हो जिससे गांव में आवागमन सुलभ हो सके। साथ ही 50 सौर ऊर्जा की मांग भी की गई है। इस बारे में एसडीएम ऊंचाहार को सभी ग्रामीणों ने बुधवार को ज्ञापन सौंपा है।
प्रधान प्रतिनिधि ने कहा कि परियोजना प्रबंधन को एसडीएम के माध्यम से भेजे गए मांग पत्र की मांग पूरी होने तक एनटीपीसी परियोजना अपने कार्य को बंद रखे अन्यथा ग्रामीण आंदोलित होने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी एनटीपीसी परियोजना के अधिकारियों की होगी।
अवगत हो कि जिस जगह पर एनटीपीसी परियोजना अपना निर्माण कार्य करने जा रही है, उस जगह की जमीन पर ग्रामीण विगत 40 वर्षों से काबिज हैं। उनको नोटिस देकर खाली कराना अर्थात उन्हें बेघर करना होगा। परियोजना से प्रभावित इन ग्रामीणों को बेघर करने से पहले प्रबंधन को इनकी मांगों को भी अनसुना नहीं करना चाहिए। वहीं ग्रामीणों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए उनकी दुकानों और मकानों को न तोड़े जाने की गुहार लगाई है।
उप जिलाधिकारी ऊंचाहार सिद्धार्थ चौधरी ने कहा है कि इस प्रकरण में परियोजना महाप्रबंधक से वार्ता कर ग्रामीणों की समस्या का समाधान निकाला जाएगा।