रायबरेली। एनटीपीसी कंपनी के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (उत्तर) एन श्रीनिवास राव ने एनटीपीसी की ऊंचाहार परियोजना का दौरा किया। जहां उन्होंने विद्युत ग्रह की पहली दूसरी और तीसरी विद्युत इकाईयों के नियंत्रण कक्षों के साथ-साथ स्टेज के कूलिंग टावर एवं चौथे चरण के सीएचपी-एमजीआर का निरीक्षण किया। श्री राव ने तृतीय, चतुर्थ एवं पाचवीं इकाई में एफजीडी गैस इन व ट्रायल रन का शुभारंभ किया। इस प्रक्रिया के शुरू होने से प्रदूषण को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी। इस अवसर पर उत्तरी क्षेत्र मुख्यालय के महाप्रबंधक (प्रचालन सेवाएं) अमरीक सिंह भोगल, एनटीपीसी ऊंचाहार के परियोजना प्रमुख मनदीप सिंह छाबड़ा और महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) रवि प्रकाश अग्रवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक ने विद्युत ग्रह की प्रचालन प्रणाली का गहन अवलोकन किया तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करके सतत एवं गुणवत्तापूर्ण प्रचालन पर जोर दिया। अपने दौरे के दौरान श्री राव ने यूनियन, एसोसिएशन, युवा कर्मचारियों के साथ अलग-अलग बैठक करके कंपनी के मिशन एवं दृष्टि पर चर्चा करते हुए सभी से अपील की कि अपने-अपने कार्यक्षेत्र में शत प्रतिशत योगदान देते हुए एनटीपीसी कंपनी के भावी लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करें। क्योंकि भारत सरकार बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत बनाने में एनटीपीसी कंपनी से बहुत अपेक्षा रखती है। हमें उन अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए बिना रुके और बिना थके काम करना है।
दौरे के दूसरे दिन श्री राव ने अरखा ऐश डाइक का निरीक्षण किया तथा परियोजना परिसर में चल रही बालिका सशक्तिकरण शीतकालीन कार्यशाला में पहुंचकर प्रतिभागी बालिकाओं से मुलाकात की। बालिकाओं से संवाद करते हुए उनका हौंसला बढ़ाया तथा उन्हें विषयगत शिक्षा संबंधी सामान उपहार स्वरूप भेंट करके उनका उत्साहवर्धन किया। इसके साथ ही व्यावसायिक उत्कृष्टता मूल्यांकन की टीम से भी श्री राव ने मुलाकात की।
श्री राव ने परियोजना के कर्मचारी विकास केन्द्र में संचालित एनटीपीसी सेफ्टी अकादमी का दौरा किया तथा कर्मचारियों के तकनीकी एवं कौशल विकास में सेफ्टी एकादमी द्वारा समय-समय पर आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त कर उनकी सराहना की। अपने दो दिवसीय दौरे में ऊंचाहार परियोजना की प्रगति, प्रचालन उत्कृष्टता और पर्यावरणीय स्थिरता की प्रतिबद्धता को बल देते हुए श्री राव ने यहां के कर्मचारियों के योगदान एवं समर्पण की भूरि-भूरि सराहना की।