पवन कुमार गुप्ताः रायबरेली। जिले की ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र में इस समय अपराध अपनी चरम पर है, हर दिन कोई न कोई ऐसी घटना घटित हो जाती है जिससे कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ती दिखाई देती है।
बीते दिनों ऊंचाहार क्षेत्र में हुए एक गोली कांड का मामला उस समय प्रकाश में आया जब पुलिस ने मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गोलीकांड की घटना को दबाने का प्रयास किया। परिवार का आरोप है कि न ही उसके पुत्र को सही इलाज दिया गया और न ही सही मेडिकल तैयार कर गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया। पीड़ित परिवार ने खाकी और खादी पर मिली भगत का आरोप लगाने के साथ डॉक्टर पर किसी अन्य सरकारी अस्पताल में रेफर न करने का भी आरोप लगाया है।
बताते चलें कि कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी, एसपी और सीएमओ को दिए गए शिकायती पत्र में छत्रपाल पुत्र भारत लाल निवासी रामचन्दरपुर ऊंचाहार रायबरेली ने बताया है कि वह रामचंदरपुर का निवासी है। घटना दिनांक 08.01.2025 समय लगभग 12 बजे रात की है जब प्रार्थी का पुत्र योगेश कुमार जो कि रायबरेली से एक ट्रक में बैठकर चडरई चौराहे पर उतरा था। वहां से पैदल अपने घर आ रहा था। वह जैसे ही रविशंकर के बाग के पास पहुंचा तभी, वहां पहले से घात लगाये बैठे दिलीप कुमार पुत्र रामानन्द, गुड्डू तिवारी पुत्र रामानन्दन, राजा तिवारी पुत्र अंजनी, अमर शुक्ला पुत्र उमा शुक्ला जो गांव के ही निवासी है। पुरानी रंजिश को लेकर प्रार्थी के पुत्र के ऊपर हमला कर दिया और लात घूंसों से मरना शुरू कर दिया। प्रार्थी का पुत्र जान बचाकर भागना चाहा तो उक्त लोगों के द्वारा प्रार्थी के पुत्र को जान से मारने की नियत से गोली मार दी। प्रार्थी के पुत्र के पेट में गोली लगी और आर-पार हो गयी। प्रार्थी के पुत्र का इलाज जिला अस्पताल रायबरेली में चल रहा है। स्थानीय पुलिस द्वारा गम्भीर अपराध होने के बावजूद भी सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज नहीं की गई बल्कि प्रथम सूचना रिपोर्ट सं०- 0007/2025 अं० धारा 115 (2), 351(2), 126 (2) बी०एन०एस० में दर्ज की गयी। राजनीति दबाव के कारण थाना ऊंचाहार पुलिस/विवेचक द्वारा मुल्जिमानों को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, बल्कि इसके विपरीत प्रार्थी व उसके पुत्र पर सुलह समझौता हेतु निरन्तर दबाव बना रही है। प्रार्थी के पुत्र को लगातार जान का खतरा बना हुआ है।