कानपुर नगर, श्यामू वर्मा। पूरे देश में नवरात्र और विजयादशमी की धूम मची हुई है। शहर के कई इलाकों में रामलीला के आयोजन किए जा रहे हैं। शनिवार को पूरे देश भर में दशहरा का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। कानपुर में भी दशहरा की तैयारी के लिए सबसे पुरानी कही जाने वाली गोल चैराहे स्थित रावण के पुतलों की मंडी है। जहां कई वर्षों से यहाँ के झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले परिवार अपना जीवन यापन के लिए हर साल की तरह इस बार भी रावण के पुतले तैयार करने में जुटे हैं। कारीगर करीब-करीब रावण के पुतलों को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। आपको बताते चलें कि इस मंडी को रावण मंडी के नाम से जानते हैं यहां पर सड़क किनारे रहने वाले करीब 100 परिवार कई वर्षों से इसी तरह रावण के छोटे बड़े पुतले बनाते चले आ रहे हैं। यहाँ रावण के पुतले 4 फीट से लेकर 40 फीट तक तैयार किये जाते हैं। दूर दूर से लोग यहां दशहरा के एक दो दिन पहले से ही यहाँ आकर अपनी पसंद का रावण खरीदने आते हैं जिसके बाद पुतले को लेजाकर अपने गली मोहल्लों में पुतला दहन करते हैं। सनिगवां निवासी हर्ष ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी रावण मंडी से रावण खरीदा है अपने मोहल्ले में रामलीला के लिए बच्चो के लिए 18 फीट का रावण ले जा रहे हैं। जिसकी कीमत 2300 रुपये है।
सड़क मार्ग से निकल रहे लोगों ने अपने अपने घरों और गली मोहल्लों में रावण के पुतले ले जाने के लिए रावण मंडी से रावण की खरीदारी की जहां खास तौर पर छोटे छोटे बच्चों में रावण के छोटे बड़े पुतलों को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया।
पिछले 10 वर्षों से रावण के पुतले बना रहे कारीगर मनोज अपने परिवार समेत रावण के छोटे बड़े पुतले बनाते हैं। मनोज ने बताया कि यहां 4 फीट से लेकर 40 फुट तक के ऑर्डर पर रावण के पुतले बनते हैं फिर जैसा आर्डर पार्टी का आता है वैसा ही पुतला तैयार होता है। रावण को बनाने के लिए बांस, खपच्ची, अखबार के पेपर, दफ्ती और चमकीले कागज का प्रयोग किया जाता है। 40 फीट का रावण बनाने के लिए करीब 6 से 7 दिन लगते हैं। 40 फीट के रावण की लागत की बात की जाए तो लागत से ज्यादा मेहनत लगती है। वहीं लागत तो करीब 5 हजार तक आती है वहीं रावण करीब 10 से 15 हजार तक बिक जाता है। कारीगर अजय ने बताया कि पिछले कई वर्षों से यहाँ परिवार समेत रावण के पुतले तैयार कर रहे है। छोटे बड़े रावण के पुतलों के अलग अलग रेट निर्धारित हैं। हमारे पास 400 रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक के रावण के छोटे बड़े पुतले मौजूद है। जिन्हें तैयार करने के लिए महीने भर पहले से ही तैयारी शुरू हो जाती है। अजय ने बताया कि 10 फीट का रावण करीब ढाई से तीन हजार तक बिक जाता है। छायाकारः नीरज राजपूत