कानपुर नगर, श्यामू वर्मा। विजयदशमी में सदियों से रावण दहन कर असत्य पे सत्य की जीत का संदेश दिया जाता है पर समाजवादी व्यापार सभा और उप्र उद्योग व्यापार संगठन कानपुर नगर से जुड़े व्यापारियों ने इस बार व्यापार विरोधी दस मुखी 2017 के आधुनिक रावण का पुतला दहन कर देश मे व्याप्त व्यापार विरोधी नीतियों के खिलाफ़ अपना विरोध दर्ज कराया है। मनमाने तरीके से लागू की गई जीएसटी, नोटबन्दी, 1 अक्टूबर से लागू होने वाला ईवे बिल,चीन से व्यापार, जीएसटी में महीने में तीन और साल में छत्तीस रिटर्न के प्रावधान, जीएसटी में हिरासत के प्रावधान, जीएसटी में इंस्पेक्टर राज, पेट्रोल डीजल की मूल्य वृद्धि और महँगाई, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद और सिक्कों की समस्या को इस आधुनिक व्यापारी भक्षक रावण के दस सर दिखाते हुए सपा व्यापार सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष और उद्योग व्यापार संगठन के कानपुर अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने इन दस कारणों को ही देश की आर्थिक बदहाली और व्यापारियों की बर्बादी का कारण बताते हुए सरकार से फ़ौरन इन दस व्यापारिक समस्याओं का देश से खात्मा कर देश की डूब चुकी अर्थव्यवस्था और बर्बादी की कगार पे खड़े व्यापारी समाज को राहत देने की मांग रखी।
जीएसटी हाय हाय नोटबंदी हाय हाय के नारों के बीच अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की इन दस समस्याओं ने अंदर ही अंदर देश की अर्थव्यवस्था को दीमक की तरह खोखला करने का काम किया है। अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि प्रतीत तो यह होता है कि केन्द्र सरकार खासकर मोदी जी इस आधुनिक रावण के सारथी बने हुए हैं।न काला धन मिला और न ही देश और व्यापारियों को आर्थिक मज़बूती मिली। उल्टा देश का व्यापारी ही चोर साबित हो गया। यह दस सर वाला रावण बुरी तरह से देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर चुका है जिसका सबसे ज़्यादा फायदा चीन और पाकिस्तान जैसे मुल्कों को हो रहा है जो भारत को कमज़ोर करना चाहते हैं। अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की प्रदेश का व्यापारी अखिलेश सरकार को याद कर रहा है। व्यापारियों का मान स्वाभिमान केवल अखिलेश सरकार में सुरक्षित है। कलक्टरगंज में भारत माता प्रतिमा के पास रावण दहन में सैकड़ों की तादाद में व्यापारी मौजूद थे और सबने मांग रखी की दसों समस्याओं पे केंद्र सरकार फौरन काम करे वरना व्यापारी बड़ा आंदोलन करेगा। अभिमन्यु गुप्ता, हरप्रीत सिंह बब्बर, संजय बिस्वारी, मनोज सोनी, ज़फ़र अहमद, मो शाहरुख, मनीष गंगवानी, नितिन सिंह, सवी गांधी, विभोर शर्मा, उपेंद्र दुबे, शब्बीर अंसारी, आतमजीत सिंह, विकास थापर, मनमोहन गुप्ता, अवधेश गुप्ता, करन सिंह, मो शादाब, तरुण मिश्रा सी ए, भानु प्रताप, घनश्याम गुप्ता, रमेश बाजपई, संजय कुमार, कामता प्रसाद द्विवेदी, उदय द्विवेदी, फैसल जमाल, राहुल यादव, वेद प्रकाश यादव, आमिर खान, नीरज गुप्ता, निखिल मैसी, सुशील त्रिवेदी आदि मुख्य थे। छायाकार : नीरज राजपूत