हाथरस, जन सामना ब्यूरो। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल की बैठक सासनी गेट स्थित महक होटल पर जिला अध्यक्ष अशोक बागला की अध्यक्षता में हुई। बैठक में प्रदेश मंत्री योगा पंडित और प्रदेश कार्य समिति सदस्य गोविंद प्रसाद अग्रवाल मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। बैठक में वक्ताओं ने सर्वसम्मति से प्रभारी मंत्री उपेंद्र तिवारी के बयान की घोर निंदा की। जिसमें उन्होंने कहा कि वही व्यापारी जीएसटी का विरोध कर रहे हैं जो 2 नंबर के काम नहीं कर पा रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि प्रभारी मंत्री का यह बयान अत्यंत खेद जनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री से व्यापारियों का प्रतिनिधि मंडल जीएसटी में लगने वाली लेट फीस और पेनल्टी के विरोध में मिलने गया था। किंतु प्रभारी मंत्री ने व्यापारियों की बात सुने बिना ही यह दुर्भाग्यपूर्ण वक्तव्य जारी किया। उन्होंने कहा कि व्यापारी अपने अथक परिश्रम से दिन और रात मेहनत करके राजस्व के रूप में सरकारी खजाने को भरता है किंतु दुर्भाग्यवश इसके पारितोषिक के रूप में उसको उत्पीड़न और शोषण ही प्राप्त होता है। प्रभारी मंत्री का यह बयान उनकी अहंकारपूर्ण मानसिकता का परिचायक है।
उन्होंने कहा कि जीएसटी का पोर्टल एक तरफ सही कार्य नहीं कर रहा है, जिसके कारण रिटर्न भरने में दिक्कत आ रही है। महीने में चार-चार रिटर्न दाखिल करने के लिए व्यापारी को बाध्य किया जा रहा है। व्यापारी अपने व्यापार को समय नहीं दे पा रहा है। जीएसटी पर सरकार की ओर से इस प्रकार के बयान उनकी हीनता के परिचायक हैं। सरकार बार-बार जीएसटी को सफल होने का दावा कर रही है जबकि पूरे देश में नोटबंदी और जीएसटी के जल्दबाजी पूर्ण निर्णयों के कारण और तकनीकी कमियों के कारण आज व्यापार चैपट हुआ जा रहा है। किंतु दुर्भाग्य की बात है कि जब वही व्यापारी सरकार को अपनी परेशानियों के परिचय देने के लिए प्रभारी मंत्री से मिलते हैं तो वह पूरी बात सुने बिना ही अनर्गल बयानबाजी चालू कर देते हैं। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल उनके इन बयानों और व्यवहार की कटु आलोचना करता है।
इस अवसर पर जिला महामंत्री कपिल अग्रवाल, नगर अध्यक्ष पदम अग्रवाल, नगर महामंत्री राजकुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष मुरारी लाल वर्मा, कर अधिवक्ता एसोसिएशन की ओर से महामंत्री विनोद अग्रवाल एड., दिनेश महरवाल, विनोद मित्तल, भगवत स्वरुप गर्ग, कपिल अग्रवाल चूना वाले, संदीप सेकसरिया, पीयूष गुरहा, प्रदीप शर्मा, ललित वाष्र्णेय, परवीन वाष्र्णेय, आलोक गुप्ता आदि उपस्थित थे।