कानपुर/कानपुर देहात, संदीप गौतम। कानपुर में जहरीली शराब से 4 मौतों का मामला अभी थमा भी नहीं था की 36 घंटे के अंदर ही आप अंदाजा लगा सकते है की कानपुर पुलिस की टीम कानपुर देहात में जहरीली शराब को लेकर छापेमारी कर रही थी और कानपुर देहात प्रशासन चैन की नींद सो रहा था। आबकारी विभाग सुपर संडे मना रहा था वही जब जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला और मरने वालों की तादाद 5 हो गयी तब प्रशासन की नींद खुली और मंडल के आलाधिकारी मौकाएं वारदात पर पहुंचे वही जहरीली शराब से मरने वालो की तादाद बढ़ सकती है क्योंकि अभी लगभग एक दर्जन लोग गंभीर रूप से जहरीली शराब की वजह से अस्पताल में भर्ती है। इस जहरीली शराब के गोरखधंदे में पूर्व सपा विधायक के नाती का नाम सामने आया है।
जब प्रशासन लापरवाह और गैरजिम्मेदार हो जाता है, तो ये होता है, जब प्रशासन जिम्मेदार अधिकारी अपनी जिम्मेदारी है तो ये होता है, जी हां कानपुर देहात में अवैध रूप से बेचीं जा रही जहरीली शराब पीने से मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है अभी तक मरने वालो की संख्या 5 हो गयी है और मौतों का ये सिलसिला बढ़ सकता है दरअसल रूरा थाना क्षेत्र के मढौली गाँव में जहरीली शराब बेची जा रही थी ये जहरीली शराब के इस गोरखधंदे को सपा के पूर्व विधायक राम स्वरुप सिंह गौर के नाती विनय सिंह गौर अंजाम दे रहे थे। जिला प्रशासन की लापरवाही का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की कानपुर नगर में महज एक दिन पहले शराब पीने से 4 मौते हुयी थी कानपुर/कानपूर देहात में छापेमारी कर रही थी और कानपुर देहात प्रशासन और आबकारी विभाग सुपर सन्डे मना रहा था जहरीली शराब वाले लोग है।
मढौली गाँव के हरी मिश्रा (45 साल), मढौली निवासी श्यामू सिंह (35 साल), मढौली निवासी छुन्ना सिंह (35 साल), मढौली निवासी नरेन्द्र सिंह (40 साल), मढौली निवासी महेश कठेरिया (40 साल) ये वो लोगों की लिस्ट है जो जहरीली शराब पीने से मौत की आगोश में हमेशा के लिए समा गए दरअसल लोगों ने गाँव में देशी शराब के ठेके से शराब पी और शराब पीकर घर चले गए जिसके बाद उन्हें प्यास लगी और उन लोगों ने पीने के लिए पानी माँगा घरवालों ने खाना खाने के लिए जोर दिया लेकिन जहरीली शराब धीरे-धीरे अपने रंग में आ गयी और हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया गाँव वालों की माने तो कोई कैमिकल मिलाकर जहरीली शराब बनायी जाती थी और इस काम में पुलिस की मिली भगत भी थी।
अब जरा जिले के आबकारी अधिकारी हेमंत चौधरी ( जिला आबकारी अधिकारी ) का भी बयान बेचारे खुद को बेबस और लाचार बता कर बोल रहे है की किसी ने 442 बैच की शराब दुकानों में सप्लाई की है जो कानपूर में भी सप्लाई हुयी थी और उसी शराब की वजह से कानपूर में 4 मौते हुयी थी और आज कानपूर देहात में 5 मौते हो गयी है उन्होंने कहा की सेल्समैन पर कार्यवाही की जाएगी और दुकानों को सीज किया जाएगा कुछ पैसो की लालच में सेल्समैन बाहरी शराब रख कर ठेके में बेच रहे थे लेकिन उन्होंने अपनी गलती स्वीकार नही की की आखिर आबकारी विभाग और आबकारी पुलिस क्या कर रही थी।
जब नगर और कानपूर देहात में जहरीली शराब से 9 मौते हो गयी तब 442 बैच की शराब को अवैध रूप से माना गया और इस बात की भी पुष्टी हो गयी की ये बैच की शराब पूर्ण रूप से फर्जी है अब ये कमिश्नर साहब कह रहे है और घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बता कर आगे कार्यवाही की बात कह रहे है और शासकीय खजाने से बतौर मुआवजा मरने वाले लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रूपये दिलाने की बात कह रहे है। कमिश्नर साहब भी मान रहे है की आबकारी विभाग और पुलिस की बगैर मिली भगत से जहरीली शराब नही बिक सकती इस बात की जांच की जाएगी वही कमिश्नर कानपुर ने माना की आबकारी अधिकारी मुख्य रूप से दोषी है और उन पर निश्चित कार्यवाही होगी।
इस सन्दर्भ में आई जी कानपुर जोन ने कहा की भले ही दोषी कितना रसूख वाला हो उसे बख्शा नही जाएगा और आबकारी ऐक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी जिसमे मृत्यु दंड तक का प्रावधान है।
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बेकसूर को भी पुलिस ने हिरासत में ले रखा है।
ग्राम हेतपुर पोस्ट सुरार, जिला कानपुर के निवासी दीलीप पुत्र राम सिंह को पुलिस ने अपनी हिरासत में ले रखा है? परिजनों ने बताया जब संचेडी थाना में जानकारी करने जाते है। उनको कोई भी जानकारी नहीं दी जा रही है।