शिवली/कानपुर देहात, जितेन्द्र सविता। मैथा तहसील में कार्यरत एक दर्जन लेखपालों का स्थानांतरण दूसरे राजस्व गांवों में कर दिया गया है। आधा दर्जन लेखपालों को स्थानांतरित किए जाने की मांग एक वर्ष से अधिवक्तागण कर रहे थे। दूसरी तरफ मांडा गांव के लेखपाल का गांव के एक अधिवक्ता से तालाब की जमीन को लेकर विवाद चर्चित रहा था। उनको भी दूसरी जगह भेजा गया है। स्थानांतरण में लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष भी शामिल हैं।
मांडा गांव के लेखपाल राजनारायन को राजस्व गांव भेवान भेजा गया है। जब कि पूर्व जिलाध्यक्ष विकास सचान को भेवान से हटाकर जैतपुर शिवली भेजा गया है।पूर्व तहसील अध्यक्ष कामता प्रसाद मिश्र को बघवट की जगह बड़ागांव भेजा गया है। विद्यासागर को ज्योति से हटाकर बेहटा भेजा गया है। बड़ागांव के लेखपाल नंदकिशोर को मांडा भेजा गया है। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार दीक्षित को बैरी सवाई से हटाकर भीखर भेजा गया। अनिल कुमार शुक्ला को आंट से हटाकर बैरीसवाई में भेजा गया है। साथ ही बैरिदरियाव का प्रभार भी दिया गया है। शिवकांत को भीखर से बघवट भेजा गया है। संत कुमार पटेल को बेहटा से आट भेजा गया है। राजीव कुमार पांडेय को काशीपुर पूर्व से ज्योती भेजा गया। अवधेश गुप्ता को बारनपुर कहिजरी से हटाकर काशीपुर पूर्व भेजा गया है। जब कि काशीपुर मध्य का प्रभार दिया गया है। धर्मेंद्र सिंह को काशीपुर मध्य से बारनपुर कहिंजरी भेजा गया है। उपजिलाधिकारी रामशिरोमणि ने बताया कि प्रशासनिक आधार व तीन वर्ष से कार्यरत लेखपालों को दूसरे क्षेत्रों में स्थानान्तरण किए गए हैं।