जिलाधिकारी के अध्यक्षता में भू-जल सप्ताह का हुआ आयोजन
चन्दौली, जन सामना ब्यूरो। भूगर्भ जल का दुरूपयोग रोकने और जल संचय को लेकर सरकार की पहल पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में भूजल सप्ताह का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने समस्त जिलास्तरीय अधिकारियों को निदेर्शित करते हुये कहा कि एक सप्ताह तक चलने वाले इस अभियान में सरकारी व गैर सरकारी संगठन के सहयोग से जनपद, तहसील व ब्लाक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाय ताकि जगह-जगह सोखफिट व खेतों में मेढ़बन्दी कर जल संचयन हो इससे भूजल स्तर खतरे से ऊपर रहेगा।
डीएम ने भूजल संचयन करने के लिए अधिकारियों से कहा किसान दिवस व क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को जल संचयन करने के बारे में जानकारी दी जाय। कहा कि जल के बिना जीवन संभव नही है, क्योंकि जल प्रकृति का महत्वपूर्ण घटक है। स्वच्छ जल मानव से लेकर पशु एवं जीवन जन्तु और वनस्पतियों के लिए आवश्यक है, जिसका संरक्षण करना हमारा दायित्व है। भूजल सप्ताह इस उद्देश्य से मनाया जा रहा है ताकि भूजल दोहन को रोकन एवं वर्षा जल के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना है। उन्होनें कहा कि बारिश के दौरान खेत की मिट्टी बहकर दूसरे खेत एवं नदी, नालों में चली जाती है, जिससे खेत की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। इसलिए खेत की मेड़ बंन्दी करते रहें जिससे मृदा संरक्षण के साथ बारिश का पानी भी संरक्षित हो सके।
श्री चहल ने जल संरक्षण के उपायो को बताते हुये कहा कि वर्षा जल संरक्षण हेतु स्टोरेज टैंक का व्यक्तिगत/सामुदायिक स्तर पर निर्माण, खेतों की मेड़ बन्दी, कुएं के पास सोख्ता गड्ढा खोदकर जल का पुनर्भरण, वृक्षारोपण, नहर नेटवर्क में सुधार एवं घरों में जल निकासी के स्थान पर सोख्ता गड्ढों का निर्माण कर जनपद के लोगों को संकल्प दिलाये कि पानी का सदुपयोग करेंगे तथा भावी जल निधि के रूप में बारिश के पानी को संचित कर भूजल स्त्रोत्र को बचाने का कार्य करेगे। बैठक समाप्ति से पूर्व समस्त अधिकारियों को भूजल दोहन को रोकन के लिए शपथ भी दिलायी। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी डा0 एके श्रीवास्तव, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई अरूण कुमार यादव, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, पशु चिकित्साधिकारी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।