हाथरस, नीरज चक्रपाणि। नशा जीवन को बर्बाद कर देता है यह जानते हुए भी लोग इसके आदी हो जाते हैं। अगर परिजनों की बात नहीं मानते हैं तो ऐसी स्थिति में परिजनों को नशामुक्ति केन्द्रों की तलाश करके अपने उम्मीदों के टुकड़ों को उसमें ना चाहते हुए उनकी भलाई के लिए भर्ती करना पड़ता है। लम्बे समय तक परिजनों से दूर रहकर एकान्त और केन्द्र द्वारा बताई गई दिनचर्या पर लगे हुए किशोर, नौजवानों को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मैडीकल विंग द्वारा चलाये जा रहे ‘‘मेरा भारत व्यसन मुक्त भारत’’ अभियान के अन्तर्गत हाथरस कोर्डीनेटर अलीगढ़ रोड स्थित आनन्दपुरी कालोनी सेवा केन्द्र की राजयोग शिक्षिका बीके शान्ता बहिन ने रक्षासूत्र बाँधकर उन्हें अध्यात्म, ध्यान, सकारात्मक चिन्तन करने की सलाह देर नशे से मुक्त होने का आव्हान किया। उज्ज्वल भविष्य संस्कार गृह नशा मुक्ति केन्द्र पर आयोजित कार्यक्रम में बीके शान्ता बहिन ने कहा कि अपने लिए नहीं तो कम से कम अपने परिवार की खुशी के लिए इस बीमारी से मुक्त हो जाओ। यह उम्र नशे के लिए नहीं लेकिन समाज और देश के लिए बेहतर करने की होती है। जैसा सोचेंगे वैसा ही बन जायेंगे। मैं बहुत अच्छा हूँ। सभी बहुत अच्छे हैं। मैं जल्दी ही इन व्यसनों से मुक्त हो जाऊँगा यह संकल्प बार-बार दोहरायें। इसके बाद बीके शान्ता बहिन ने गाइडैड काॅमेन्ट्री द्वारा राजयोग का अभ्यास कराया। इस अवसर पर संचालकों द्वारा बीके शान्ता बहिन को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। केन्द्र के संचालकों एवं सहायकों सीपी सिंह, अजय, प्रेम सिंह, कुलदीप, हरीओम आदि ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की संचालिका एवं ब्रह्मावत्सों का आभार व्यक्त किया। संगठन की ओर से मनोज कुमार, नीतू, गजेन्द्र, उमा आदि उपस्थित थे।