ऐ अल्लाह हमारे गुनाहो को माफ फरमा दे और देश में अमन चैन अता फरमा
कानपुर, जन सामना संवाददाता। ऐ अल्लाह हमारे गुनाहों को माफ कर दे, ऐ अल्लाह हमारी खताओं को बख्श दे, ऐ अल्लाह बीमारों को शिफा (अच्छा) अता फरमा दे, ऐ अल्लाह परेशान हाल लोगों की परेशानीयों को दूर फरमा दे, ऐ अल्लाह बेरोज़गारों को रोज़गार अता कर दे, ऐ अल्लाह बे औलादों को औलाद अता कर दे, ऐ अल्लाह ज़मीनी व आसमानी बलाओं से हम सब को महफूज़ फरमा दे, ऐ अल्लाह हमें गुनाह से दूर रहने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह हमें नेक काम करने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह गरीबों की मद्द करने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह बेसहारा लोगों का सहारा बनने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह भूखों का खाना खिलाने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह हमें पांचों वक्त की नमाज़ पढ़ने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह हमें बुर्ज़ुगाने दीन के बताए हुए नक्शे कदम पर चलने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह जिनके यहां जवान बेटियां घरों में बैठी है उनके लिए अच्छे रिश्ते अता फरमा, ऐ अल्लाह हमारे घरों में अपनी रहमत नाज़िल फरमा, ऐ अल्लाह बच्चों से मोहब्बत और बड़ों की इज्जत करने की हमें तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह हमें हज करने की तौफीक अता फरमा, ऐ अल्लाह हमारे देश में अमन, चैन, खुशहाली व तरक्की अता फरमा, ऐ अल्लाह जो लोग बेकसूर जेलों में बंद है उनकी रिहाई का इन्तिज़ाम गैब से फरमा। यह दुआ जब हज़रत मखदूम अब्दुल शाह चिश्ती कादरी अशरफी तकिया बिसातियान कर्नेलगंज कानपुर के 50वें कुल शरीफ की महफिल में हज़रत मौलाना सैय्यद मोहम्मद अकमल मियां अशरफी ने की तो हज़ारों लोगों ने आमीन की सदाए बुलंद की। कुल शरीफ के बाद लोगों को लंगर वितरित किया गया। इस अवसर पर दरगाह शरीफ के सज्जादानशीन शकीलुद्दीन लतीफी, नफीसुद्दीन लतीफी, मो0 शाह आज़म बरकाती, इखलाफ अहमद डेविड चिश्ती, मौलाना जियाउर्रहमान कादरी, मोहम्मद आरिफ आदि लोग उपस्थित थे।