कार्य से निवृत्त हो सकता है, लेकिन शिक्षाकार्य से कभी नहीं ले सकता निवृति
शिक्षक शिक्षा कार्य से कभी नहीं होता सेवानिवृत्त-वीरेंद्र कन्नौजिया
रायबरेली.पवन कुमार गुप्ता। 36 वर्षों तक बेसिक शिक्षा विभाग में सेवा देने वाले अमावां ब्लॉक के कम्पोजिट विद्यालय जतुआ टप्पा के प्रधानाध्यापक शौकत परवेज सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। 31 मार्च को सेवानिवृत्त होने जा रहे प्रधानाध्यापक के सम्मान में सोमवार को विद्यालय परिवार के शिक्षकों की तरफ से सम्मान और विदाई समारोह आयोजित किया गया। जिसके मुख्य अतिथि बीईओ मुख्यालय वीरेंद्र कुमार कन्नौजिया और विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय शैक्षिक संघ के जिलाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह रहे।इस मौके बीईओ मुख्यालय वीरेंद्र कुमार कन्नौजिया ने प्रधानाध्यापक शौकत परवेज के कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने सदैव ही अधिकारियों से समन्वय बनाकर रखा और विद्यालय को ऊंचाइयों पर ले जाने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक की सेवा बहुत अद्वितीय होती है। शिक्षक का संबंध बच्चों से होता है, जिनका मन सदैव उछलकूद करता रहता है। बच्चों के मन को काबू करके उनको शिक्षित करने का काम एक कुशल शिक्षक ही कर सकता है। सेवानिवृत्त गुरुजनों ने एक शिल्पकार की भांति बच्चों को गढ़कर देश के योग्य नागरिक बनाने का काम आजीवन किया है। एक शिक्षक आजीवन ज्ञान की धारा से जुड़े रहते हैं। वह कार्य से निवृत हो सकता है, लेकिन शिक्षाकार्य से कभी निवृति नहीं ले सकता है। गुरु एवं शिष्य की प्राचीन पावन परंपरा को फिर से स्थापित करने की दिशा में काम करना चाहिए ताकि विद्यार्थीगण आजीवन अपने शिक्षकों को स्मरण करें। उन्होंने कहा कि माता-पिता बच्चे को जन्म देते हैं। उनका स्थान कोई नहीं ले सकता लेकिन एक शिक्षक ही है, जिसे हमारी भारतीय संस्कृति में माता-पिता के बराबर दर्जा दिया जाता है, क्योंकि शिक्षक ही हमें समाज में रहने योग्य बनाता है। शिक्षक को ‘समाज का शिल्पकार’ कहा जाता है। विशिष्ट अतिथि बीरेंद्र सिंह और शिक्षक नेता सूर्य प्रकाश श्रीवास्तव ऊर्फ राजू लाला ने प्रधानाध्यापक का सम्मान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और कहा कि गुरूजी का बहुत ही शानदार कार्यकाल रहा है। कार्यक्रम का संचालन संकुल बल्ला नीरज कुमार ने किया। इस मौके पर इकबाल अहमद, बृजेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार, सरफराज, अशोक, कुमकुम, सुयश सैनी, प्रीति, एसएमसी कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद इश्तियाक अहमद, ग्राम प्रधान तेज बहादुर, एआरपी रितेश कुमार, अब्दुल मन्नान, शिवशंकार, जेपी रावत, शिवराज यादव, छंगालाल, शफीकुर रहमान, साकेत बिहारी, एजाज, ओम प्रकाश, विनोद यादव, प्रवेश यादव, कमल कुमार अहिरवार, जगदीश यादव, संतन सिरमौलि, मनोज पुष्कर, घनश्याम , धर्मेंद्रराम, गरिमा, अश्वनी कन्नौजिया, राशिद, भरत राजभर, सहित सैकड़ों शिक्षक और शिक्षकाएं मौजूद रही।
बच्चों के कार्यक्रमों ने सबका मनमोह
जतुआ टप्पा के छोटे-छोटे बच्चों की तरफ से पेश किए गए कार्यक्रम ने आए हुए सभी अतिथियों का मनमोह लिया। आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत हुस्ना बानो, ऐ वतन मेरे तू आजाद रहे…,देश रंगीला और जलवा जलवा, सुनो गौर से दुनिया वालो…, शराब खराब है.., जैसे गीतों पर विद्यालय के बच्चों ने गीत प्रस्तुत किया। इस मौके पर नेता जी और घूंघट की फटकार ले बैठी पर नाटक और छात्र अरमान द्वारा भाषण दिया गया। बच्चों के कार्यक्रम को सफल बनाने में सबसे अधिक योगदान विद्यालय के शिक्षक इकबाल अहमद, बृजेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार, सरफराज, अशोक, कुमकुम, सुयश सैनी, प्रीति का रहा।