रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। जनपद का बिजली विभाग पूरी तरह से बेलगाम हो चुका है यहां तक कि आला अधिकारी ग्रामीणों के साथ साथ पत्रकारों का भी फोन नहीं उठाते हैं। लगातार बिजली की ट्रिपिंग से परेशान हो रहे ग्रामीण,किसान और मजदूर।ऊंचाहार ग्रामीण क्षेत्र के उपभोकताओं ने बिजली विभाग के कर्मचारियों पर मनमानी का आरोप लगाया है। बिजली विभाग को ट्विटर के माध्यम से भी सूचना दी जाती है लेकिन उसके बावजूद अधिकारियो ने ग्रामीणों को आपूर्ति बहाल करने का आश्वासन ही देते हैं लेकिन बिजली नहीं।
गौरतलब है कि ऊंचाहार क्षेत्र के विद्युत उपकेंद्र से बिजली की आपूर्ति व्यवस्था बदहाल हो गई है। हर शाम मनमाने तरीके से कटौती कर दी जाती है गर्मी के मौसम में रात भर घंटो ग्रामीण क्षेत्र में बिजली गुम रहती है। आज भी क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था बदहाल है। विद्युत विभाग के जेई लालमणि का फोन मिलाने पर उठाया भी नहीं जाता है।ट्विटर के माध्यम से यह कम्पलेन हर दिन दर्ज कराई जाती लेकिन इसका कोई परिणाम भी नहीं निकलता है और उत्तर यह मिलता है कि आपको हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। अब विद्युत विभाग यह बताए कि बिजली कटौती की असुविधा तो हर दिन होती है कब तक खेद जताएंगे आप आखिर विद्युत विभाग इसके लिए कोई ठोस उपाय क्यों नहीं करता। इस समय दो घंटे के अंतराल में दो घंटे की रोस्टिंग चल रही है मतलब शाम पांच बजे कटौती के बाद सात बजे, फिर नौ बजे,फिर 11 बजे,फिर पांच बजे कटौती। कहने का मतलब यह है कि मतलब हद हो गई है। रायबरेली जिले के यह एक उपकेंद्र की घटना नहीं है। जमुनापुर उपकेंद्र,ऊंचाहार ग्रामीण क्षेत्र और तहसील उपकेंद्र कहने का मतलब है सभी उपकेंद्र से जुड़े उपभोक्ता बिजली की कटौती से परेशान है ऊपर से भीषण गर्मी। सोशल मीडिया पर तो लोग सरकार तक को कोसने लगे हैं कि आखिर रायबरेली जिले से किस बात का बदला ले रही है सरकार।ट्वीट करने के बाद हर दिन मध्यांचल सोशल मीडिया सेल से फोन भी आता है और आश्वासन भी दिया जाता है लेकिन बिजली नहीं दी जाती।