⇒अब कब्जेदारों में मची हलचल, नेताओं के चक्कर लगाना शुरू, अधिवक्ताओं से भी लिया जा रहा मशवरा
रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। ऊंचाहार विद्युत विभाग की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करके भवन निर्माण करने वालों में अब हलचल मची हुई है। मामले में प्रशासन द्वारा भूमि की पैमाइस और उसकी रिपोर्ट शासन में भेजे जाने के बाद अब कब्जेदार अपना अपना भवन बचाने के लिए हर कोशिश कर रहें है।ज्ञात हो कि ऊंचाहार नगर के मध्य स्थित विद्युत उपकेंद्र की करीब दो बीघा जमीन पर कई दशक से मकान बने हुए है। सरकारी जमीन का कई दशक से क्रय विक्रय होता रहा है। किंतु जिम्मेदारों को इसकी खबर नहीं थी। मामले में एक शिकायती पत्र पर जब राजस्व टीम ने पैमाईस की तो मामले का खुलासा हुआ है। अब जब इन भवनों पर कार्रवाई की बात आई है तो भवन स्वामी अपना अपना मकान बचाने के लिए भाग रहे है। बताया जाता है कि कुछ लोगों ने प्रयागराज और लखनऊ में मंत्रियों के यहां भी पहुंचे है। इसके साथ ही कुछ लोग उच्च न्यायालय से राहत पाने के लिए अधिवक्ताओं से सलाह मशविरा भी कर रहे हैं।
डेढ़ दर्जन मकान व चार दर्जन दुकानें हैं इस जद में
बिजली विभाग की जमीन पर अवैध रूप से स्थाई निर्माण करने वालों की बड़ी तादात है। करीब दो बीघा जमीन पर कुल 18 छोटे बड़े मकान बने हुए है। यह सारा निर्माण बिजली घर के पीछे पूर्व,उत्तर दिशा में किया गया है जबकि बिजली घर के पश्चिम और दक्षिण दिशा में मुख्य मार्ग के किनारे करीब चार दर्जन स्थाई व अस्थाई दुकानें है। जिनमे कई साल से व्यवसाय हो रहा है। अब जब इस अवैध निर्माण को हटाने की कवायद शुरू हुई है तो अवैध कब्जेदारों की हवाइयां उड़ रही है।