लखनऊ, जन सामना ब्यूरो। विधानसभा में PETN पाए जाने के बाद सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जारी किए जाने वाले पास पर आपत्ति जताई थी। इस आपत्ति को गंभीरता से लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने पास निरस्त करने की बात कही थी। विधानसभा के 1080 वाहनों के पास को निरस्त कर दिया गया है। विधायक और उनके प्रतिनिधि और विधानसभा सचिवालय के अधिकारी-कर्मचारियों के अतिरिक्त सभी प्रवेश पत्र निरस्त कर दिए गए हैं। सामान्य वाहन प्रवेश पत्र 365, वाहन प्रवेश पत्र 715 अस्थाई व्यक्तिगत प्रवेश पत्र 431 को निरस्त कर दिया गया है। सदन के सदस्यों के अतिरिक्त की जो भी प्रवेश करेगा उसकी तलाशी ली जाएगी। विधानसभा सचिवालय के संविदा और दैनिक वेतन कर्मियों का पुलिस सत्यापन कराया जाएगा। गुजरात, महाराष्ट्र विधानसभा की सुरक्षा व्यवस्था का अध्ययन भी किया जायेगा। विधानसभा सुरक्षा पर अध्ययन किया जाएगा। इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष के नेतृत्व में दल जाएगा। कहा गया है कि लोकतंत्र की व्यवस्था अभी तक सबसे राजनीतिक व्यवस्था है। पास निरस्त करने की प्रक्रिया सुरक्षा के मद्देनजर पूरी की जाएगी। जिस प्रकार की घटना उत्तर प्रदेश विधानसभा में हुई है इससे यह संकेत मिले हैं कि कुछ अराजक तत्वों लोकतंत्र की सर्वोच्च व्यवस्था पर हमला करने की की कोशिश में हैं।