⇒ग्राम पंचायत स्तर पर लगेंगे समाधान दिवस, सचिव सुनेंगे समस्याएं
मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। नगर निगम, नगर पंचायत और नगर पालिकाओं की तरह अब जनपद की ग्राम पंचायतें भी अपनी आय के स्रोत तलाशेंगी। यही आमदनी ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाएगी। ग्राम पंचायत स्तर पर ही समाधान दिवस लगेंगे जिनमें ग्राम पंचायत सचिव पूर्व निर्धारित नियत दिन और समय पर ग्रामीणों की समस्याएं सुनेंगे। 19 से 25 दिसम्बर तक सुशासन सप्ताह मनाया गया। प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के अंतर्गत 23 दिसम्बर को वेटरनरी विश्वविद्यालय के किसान भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें जनपद के समस्त ग्राम प्रधान, सचिव सहायक विकास अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे। कार्यशाला में ग्राम प्रधानों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गई कि वह कहां से आय अर्जित कर सकते हैं। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, प्लास्टिक एकत्रीकरण जैसे विषयों पर भी विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गयी। नगर निगम द्वारा विकसित उपाय नामक ऐप के विषय में भी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गयी। जिसमें बताया गया कि समस्या का त्वरित निस्तारण ऑनलाइन फोन एवं शिकायत से किया जा सकता है।
‘‘सभी सचिव रोस्टर के अनुसार सचिवालय पर बैठक जन समस्याओं की सुनवाई करते हुए गुणवत्तापरक समाधान करें एवं कायाकल्प कार्य एक सप्ताह में पूर्ण करें तथा सभी ग्राम प्रधानों को व्यावसायिक कृषि को बढावा देने के लिए प्रेरित किया।’’
– मनीष मीना, मुख्य विकास अधिकारी