मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। वृंदावन कॉरिडोर का विरोध वृंदावन के बाहर भी शुरू हो गया है। वृंदावन में बिहारी कॉरिडोर के निर्माण का विरोध कर रहे सेवायत व व्यापारियों के साथ गोवर्धन गिरिराज जी के सेवायतों ने भी उनके समर्थन में आवाज उठाई दी है। दानघाटी मंदिर प्रांगण में आयोजित बैठक में मंदिर सेवायतों ने कॉरिडोर निर्माण के विरुद्ध आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए उनके साथ संघर्ष में सहयोग करने की बात कही। दानघाटी मंदिर गोवर्धन में मंदिर सेवायत राम कौशिक की अध्यक्षता में आयोजित सेवायतों की बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कॉरिडोर निर्माण से वृंदावन का पौराणिक स्वरूप खत्म होगा। वहीं सेवायत समाज की विरासत पर भी अतिक्रमण होगा। मन्दिर सेवायत कालीचरण कौशिक ने संबोधित करते हुए कहा की सरकार का काम विकास करना तो है मगर ब्रज के विकास में पौराणिकता का ध्यान रखना आवश्यक है।ब्रज के विकास में जितना योगदान ठाकुर जी का है उतना ही यह के सेवायतों व नागरिकों का भी योगदान है। सेवायत मनीष लंबरदार ने कहा की वृंदावन का पौराणिक स्वरूप वहां की कुंज गलियों से है। कॉरिडोर बनने से वहां की पौराणिकता छिन जाएगी। वहीं वृंदावन पिकनिक स्थल बन जायेगा। सैंकड़ों लोग बेघर व बेरोजगार हो जायेंगे।कॉरिडोर निर्माण से पूर्व शासन को वहा के सेवायत समाज व व्यापारियों के साथ बैठक कर उनको सहमत करना चाहिए।