पवन कुमार गुप्ता: रायबरेली। शहर के अंदर प्राइवेट बस संचालकों द्वारा खुलकर शासन के नियमों की अनदेखी की जा रही है। यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की आंखों में धूल झोंक रहे ऐसे वाहन या फिर प्रशासन इन्हें देखकर भी नजरअंदाज कर रहा है। सवारी से भरी यह बस यातायात के नियमों का भी उल्लंघन कर रही है। इसके साथ बस की छत पर रखकर क्षमता से अधिक सामान ढो रही है, चित्र में देखा जा सकता है कि रायबरेली शहर के जेल गार्डन रोड से होते हुए शहर के डिग्री कॉलेज की तरफ जा रही यह प्राइवेट बस किस तरह ऊपर से गुजर विद्युत के तारों से बचने का प्रयास कर रही है। सवारी और छत पर रखे अधिक ऊंचाई पर सामान से भरी यह बस यात्रियों के जान को भी जोखिम में डाल रही है। गौरतलब तो यह है कि यदि कोई दर्दनाक हादसा यदि हुआ तो प्रशासन क्या निर्णय लेगा और कितनों को और कैसे सुरक्षित बचा पाएगा। यातायात पुलिस द्वारा यातायात माह और सड़क सुरक्षा माह मनाया गया और बखूबी सुर्खियां बटोरी गई परंतु शहर के अंदर ही यातायात को व्यवस्थित नहीं कर पाई। उक्त के संबंध में ट्विटर के माध्यम से यूपी पुलिस और रायबरेली पुलिस को टैग करते हुए अवगत कराया गया, जिस पर उनके द्वारा कार्यवाही हेतु यातायात पुलिस को निर्देशित किया गया। जब इसकी कार्यवाही जानने के बारे यातायात सीओ को फोन लगाया गया तो उनके द्वारा कहा गया कि मीडिया सेल ही कार्यवाही से अवगत कराएगा । अब सवाल यह उठता है कि आखिर रायबरेली की यातायात पुलिस किस काम की, क्या मामले में कार्यवाही पर जवाब मीडिया सेल ही देगा या फिर यातायात संबंधित अधिकारी। यह वही यातायात पुलिस है जिसने बीते दिन एक पत्रकार की घर में खड़ी मोटरसाइकिल तक का चालान कर दिया था और आज उक्त वीडियो ट्वीट के संबंध में जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि किस शहर के अंदर ही यातायात के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और यातायात पुलिस जवाब मीडिया सेल से मांगने को कह रही है।