जीवन और मानवता के प्रति नई दृष्टि विकसित करने का आग्रह
बीमारी या अर्थव्यव्स्था सभी को प्रभावित करते हैं, सबसे बड़ी सीख तो ये है कि हमारा जीवन एक दूसरे पर परस्पर निर्भर है: उपराष्ट्रपति
कोविड ने वैचारिक और नैतिक प्रश्न उठाए हैं, आर्थिक विषमताएं उजागर हुई हैं
कोविड सभ्यता के लिए चुनौती: उपराष्ट्रपति
श्री नायडू ने कोरोना काल में जीवन की 12 सूत्रीय नव सामान्यताएं बताई
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। उपराष्ट्रपति तथा राज्य सभा के सभापति श्री एम वेंकैया नायडू ने आज लोगों से नई जीवन शैली अपनाने का आग्रह किया और कोरोना संक्रमण के अभी तक के अनुभवों से सीख लेते हुए, इस वायरस का सामना करने के लिए 12 सूत्रीय नव नॉर्मल प्रतिपादित किए। इन आशंकाओं के बीच कि हमें इस वायरस के साथ उम्मीद से अधिक समय तक रहना पड़ सकता है, उन्होंने जीवन और मानवता के प्रति नया दृष्टिकोण विकसित करने पर बल दिया।
लॉकडाउन 4.0 – गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में लगाए गए प्रतिबंधों में ढील नहीं दे सकते हैं
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश स्थानीय स्तर पर आकलन और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के आधार पर ऐसा कर सकते हैं: गृह मंत्रालय
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए 17.05.2020 को लॉकडाउन प्रतिबंधों के बारे में संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए। चूंकि लॉकडाउन को 31.05.2020 तक बढ़ा दिया गया, इसलिए प्रतिबंधों में व्यापक छूट दी गई।
आज से प्रभावी नए दिशा-निर्देशों के तहत, अब राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ही 17.05.2020 को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी संशोधित दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन का परिसीमन या निर्धारण करेंगे। रेड/ऑरेंज जोन के भीतर कंटेनमेंट (सील) और बफर (नियंत्रित) जोन की पहचान करने का काम स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा ही स्थानीय स्तर की तकनीकी जानकारियों एवं सूचनाओं और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के आधार पर किया जाएगा।
गंभीर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान‘ पर नजर
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। भारत मौसम विज्ञान विभाग के तूफान चेतावनी प्रभाग ने अपनी नवीनतम विज्ञप्ति (12.30 बजे) में निम्नलिखित जानकारी दी है:
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी (बीओबी) के ऊपर कल का दबाव उसी दोपहर (16 मई के 14.30 बजे) एक गहरे दबाव में तीव्र हो गया और उसी शाम (16 मई के 17.30 बजे) बीओबी के मध्य भागों के ऊपर चक्रवाती तूफान ‘अम्फान‘ (यूएम-पन के रूप् में उच्चरित) के रूप में बदल गया। आज, 17 मई, 2020 को सुबह 0830 बजे यह गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में तीव्र हो गया और पारादीप (ओडिशा) के लगभग 990 किमी दक्षिण, दीघा (पश्चिम बंगाल) के लगभग 1140 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम और खेपुपारा (बांग्ला देश) के लगभग 1260 किमी दक्षिण-दक्षिणपश्चिम की दूरी पर करीब 11.4 डिग्री उत्तर अक्षांश एवं 86.0 पूर्व देशांतर के निकट एक ही क्षेत्र में केंद्रित है।
अमान्य या गैर-कार्यात्मक फास-टैग वाले वाहनों पर लागू शुल्क से दोगुना टोल शुल्क लगाया जाएगा
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने जीएसआर 298ई, दिनांक 15 मई 2020 को राष्ट्रीय राजमार्ग शुल्क (दरों का निर्धारण और संग्रह) नियम, 2008 में संशोधन के लिए अधिसूचना जारी की है।अधिसूचनाके अनुसार यदि किसी वाहन में फास-टैग नहीं लगा है या वाहन वैध या कार्यात्मक फास-टैगकेबिना, शुल्क प्लाजा के “फास-टैग लेन” में प्रवेश करता है, तो वाहन को उस श्रेणी के वाहनों के लिए लागू शुल्क के दोगुने के बराबर शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा।
इस संशोधन से पहले, वाहन के उपयोगकर्ता को शुल्क प्लाजा पर केवल दो बार भुगतान करना पड़ता था, यदि वाहन में फास-टैगनहीं है और वाहन समर्पित फास-टैगलेन में प्रवेश कर गया है।
लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों की मदद के लिये मांगी बस खर्च उठायेंगे अधिवक्ता
उन्नाव, जन सामना ब्यूरो। जिले के अधिवक्ता संजीव त्रिवेदी की सराहनीय पहल जिन्होने लाॅकडाउन में फंसे उन्नाव जिले के प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिये प्रशासन से अपील की जिसमे उन्होंने उन्नाव जिले के एड़ीएम राकेश कुमार से कहा की उन्हें दो बसे चलाने की परमीशन चाहिये। जिससे की लाॅकडाउन में फंसे उन्नाव जिले के सभी प्रवासी भाईयों को उनके घर तक पहुंचाने में मदद कर सके।
अधिवक्ता राकेश त्रिवेदी ने बताया की उन्हें अपने प्रवासी भाईयों का दर्द देख कर बहुत आहत पहुंची हैं। जिसे देख वे अपनी क्षमता अनुसार जितना हो सके मदद करना चाहते है। राकेश त्रिवेदी उन्नाव जिले से राष्ट्रीय यूथ के आइकन चुने जा चूके हैं।
शिवली में बने क्वारंटाइन सेंटर का नोडल अधिकारी ने किया औचक निरीक्षण
मुम्बई से अपने घर लौट रहे एक प्रवासी की मौत
जिन्दगी हर कदम एक नई जंग हैं और इस जंग में एक प्रवासी अपनी जिन्दगी की जंग हार गया
मुम्बई से चला था अपने घर को कानपुर में आकर जिन्दगी ने छोड़ा साथ
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। कानपुर के रामादेवी चौराहे पर प्रवासियों की भीड़ में एक प्रवासी ने दम तोड़ दिया। चिलचिलाती धूप में बैठे एक प्रवासी के अचानक मौत होने से हड़कंप मच गया। वही कोरोना पीड़ित जान कर प्रवासी का शव घंटों वही पर पड़ा रहा जिसका कोरोना प्रशिक्षण के लिए ब्लड सैंपल लिया गया।
प्रवासी के साथ में आ रहे लोगों से जानकारी करने पर पता चला की बहराइच के मकसूदपूर गाॅव से खुशबुद्दीन अपने चाचा इकबाल व भाई सलाउद्दीन के साथ मुम्बई काम कर कुछ पैसे कमाने गया था पर घर वालो को क्या पता था कि वापसी मे खुशबुद्दीन के मरने की खबर आयेगी। लाॅकडाउन में फंसे दोनो भाई व चाचा को जैसे ही घर जाने का साधन मिला तीनो चल दिये।
वित्त मंत्री ने सात सेक्टरों में सरकारी सुधारों और सहायक उपायों की घोषणा
रोजगार को बढ़ावा देने हेतु मनरेगा के लिए आवंटन में 40,000 करोड़ रुपये की वृद्धि
भारत को भावी महामारियों हेतु तैयार करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य में निवेश बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी अन्य सुधार
‘कोविड’ के बाद समानता के साथ प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा
आईबीसी से संबंधित उपायों के जरिए ‘कारोबार में सुगमता’ बढ़ाई जाएगी
कंपनी अधिनियम से संबंधित डिफॉल्ट को अपराध की श्रेणी से हटाया गया
कंपनियों के लिए कारोबार करने में सुगमता
एक नए, आत्मनिर्भर भारत के लिए सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम नीति
केवल वर्ष 2020-21 के लिए राज्यों की उधारी सीमा 3% से बढ़ाकर 5% की गई और राज्य स्तरीय सुधारों को बढ़ावा
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12 मई 2020 को भारत की जीडीपी के 10% के बराबर 20 लाख करोड़ रुपये के एक विशेष आर्थिक और व्यापक पैकेज की घोषणा की। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान का आह्वान किया। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के पांच स्तंभों यथा अर्थव्यवस्था, अवसंरचना, प्रणाली, युवा आबादी या शक्ति और मांग को भी रेखांकित किया।
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कोविड-19 से लड़ने के लिए घोषित किए गए प्रोत्साहन या राहत पैकेज पर आज यहां आयोजित पांचवीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने आरंभिक संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 12 मई 2020 को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में व्यक्त किए गए विजन का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री को उद्धृत करते हुए श्रीमती सीतारमण ने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हम अत्यंत अहम मोड़ पर हैं। कोविड-19 महामारी एक संदेश और एक अवसर लेकर आई है। हमें अब आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करने की आवश्यकता है।
दक्षिण पश्चिम मॉनसून का दक्षिण अंडमान सागर में प्रवेश
नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र/भारतीय मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी विभाग की ओर से नवीनतम रिलीज के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मॉनसून दक्षिण बंगाल की खाड़ी, निकोबार प्रायद्वीप और अंडमान सागर के कुछ इलाकों में प्रवेश कर गया है।
मॉनसून की ऊत्तरी सीमा (एनएलएम) अक्षांश 5 डिग्री उत्तर/ देशांतर 85 डिग्री पूर्व, अक्षांश 8 डिग्री उत्तर/देशांतर 90 डिग्री पूर्व, कार निकोबार, अक्षांश 11 डिग्री उत्तर/देशांतर 95 डिग्री पूर्व पार कर चुकी है।
अगले 3-4 दिनों के दौरानमॉनसून की स्थिति
दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले 48 घंटे के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी, अंडमान सागर, एवं अंडमान प्रायद्वीप के बाकी हिस्सों और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ इलाकों में और आगे बढ़ने के अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं।
चिलचिलाती धूप, भूख, प्यास, प्रकति की मार झेल रहे प्रवासियों की मदद को आगे आये लोग
औरैया हादसे से सबक ले रहे प्रशासन ने प्रवासियों की बढ़ाई मुश्किले सीमा की सील
12 घंटे से भी ज्यादा समय तक लगा जाम
कानपुर नगर, अर्पण कश्यप। औरैया हादसे को देखते हुये कानपुर प्रशासन ने ट्रकों व अन्य माल वाहक वाहनों से जाने वाले प्रवासियों की सुरक्षा हेतु उन्हें कानपुर की सीमा जाजमऊ गंगापुल पर उतार कर बसों द्वारा उनके घर भेजने का कार्य कर रही हैं। जिसके चलते जाजमऊ पुल से भौती बाईपास तक सैकड़ों वाहनों की कतार लग गयी। सूबह की स्थिती ये रही की चिलचिलाती धूप की वजह से लोग बिलखने लगे वही कुछ प्रवासी ऐसे भी थे जिन्होने सैकड़ों किलोमीटर दूरी तय करने की ठानी व साईकिल व रिक्शा ही चला कर घर को रवाना हो लिये।
प्रवासी मो. संजूर, रविन्द्र, मुन्ना, कन्हैया, इकरामूल ये सभी प्रवासी हैं। दिल्ली में किसी निर्माण कम्पनी में काम करते थे जानकारी करने पर इन लोगों ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से नौकरी गई, घर गया, रोजी रोटी गई, भूखे मरने की नौबत आ गई थी। एक हफ्ते पहले घर आने के लिये हम पाॅच लोगों ने मिलकर 2 रिक्शे खरीदे व इसी से अब दिल्ली से बिहार के कटिहार गांव के लिये निकल पड़े है। रास्ते में स्वयं सेवियों द्वारा जो भी खाने को मिल जाता उसे लेकर आगे बढ़ते जा रहे है।