सामूहिक विवाह परिचय सम्मेलन का आयोजन सम्पन्न
कानपुर, जन सामना ब्यूरो। सामूहिक विवाह समिति कानपुर(रजि) के तत्वाधान में चित्रकूट धर्मशाला गोविंद नगर में सामूहिक विवाह परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें कानपुर एवं समीपवर्ती स्थानों के सैकड़ो युवक और युवतियों ने हिस्सा लिया। दिनभर चले सम्मेलन के उपरांत 10 जोड़ों का चयन विवाह के लिए किया गया। इस अवसर पर संस्था के महामंत्री पवन सक्सेना ने बताया कि कायस्थ सामूहिक विवाह आयोजन समिति द्वारा सामाजिक और आर्थिक विषमता को ध्यान में रखते हुए विगत 16 वर्षों से सामूहिक विवाह का सफल आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष भी यह आयोजन 16 फरवरी 2020 को किया जाना निश्चित किया गया है। निश्चित तारीख पर चयनित जोड़ों का विवाह समिति द्वारा वैदिक रीति रिवाज से कराया जाएगा। विवाह उपरांत संस्था द्वारा प्रत्येक जोड़े को गृह उपयोगी सामान उपहार के रूप में दिया जाएगा। कार्यक्रम में आए अतिथियों का स्वागत संयोजक लल्लन श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर संरक्षक सुरेंद्र सिन्हा, संयोजक श्याम श्रीवास्तव, शेखर, आनंद वर्मा, पंकज श्रीवास्तव, पवन सक्सेना, विवेक श्रीवास्तव, डी.के श्रीवास्तव, अनुपम निगम, आर.के सक्सेना आदि लोग मौजूद रहे।
Read More »सोंराव एक ही परिवार के पांच लोगों की जघंय हत्या से सनसनी
Read More »
बाँदा में नदी की पूजा, पौधों का प्रसाद
नए साल पर बुंदेलखण्ड से एक बड़ा संदेश आया है। प्यास और भुखमरी का पर्याय बन गए बुंदेलखण्ड की धरती पर एक अनूठा संकल्प साकार हुआ। कुओं की पूजा और तालाबों के उद्धार की मुहिम छेड़ने वाले बांदा के जिलाधिकारी हीरालाल ने युवाओं के समूह के साथ आधी रात को केन नदी के तट पर नए साल का स्वागत किया। नदी संरक्षण का समवेत संकल्प लिया गया। एक नई उम्मीद के साथ, एक नई ऊर्जा के साथ। औरों से अलग, अनूठे रूप में जल संरक्षण का जो पाठ जिलाधिकारी ने बाँदा में शुरू कराया है, वह एक बेहतर भविष्य की तरफ इशारा करता है। केन नदी की पूजा के साथ ही उसके तट वाले 22 गांवों में एक साथ चौपाल लगवाई गई और वहाँ जलवायु परिवरतन के खतरे बताये गए। ग्रामीणों से पूछा कि नदी का दुश्मन कौन? जवाब मिला कि नदी में हुआ भारी खनन और खत्म हुए जंगलात के कारण नदी की दुर्दशा हुई है। राज और समाज का संकल्प हुआ कि सब मिलकर केन को बचायेंगे। उसका जंगल वापस लाएंगे। उसको पानी देने ताल-तलैया और कुओं को फिर भरेंगे। कैसे होगा यह सब? इन चौपालों में तय हुआ कि बारिश का पानी खेत में, तालाब में, कुओं में रोककर भूजल भंडार बढ़ाएंगे और पौधे लगाएंगे। जिले में तालाबों और कुओं को ठीक करने का काम पहले से भी चल रहा था, मगर नए साल से इसे जनांदोलन की शक्ल देने का रास्ता तय हो गया है। जिलाधिकारी ने राज और समाज को एक साथ लाकर खड़ा कर दिया। नए साल के पहले हफ्ते में ही एक और अनूठी मुहिम शुरू हुई। गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर जिलाधिकारी ने सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में पौधे दिये। गुरुद्वारा कमेटी ने अब हर रोज प्रसाद में पौधे देने का कर्म शुरू कर दिया है। यह काम मंदिरों में भी शुरू हुआ है। जन मानस में यह बात बैठी है कि प्रसाद में मिले पौधों का अनादर न हो। ऐसे में प्रसाद में मिले पौधे का रोपा जाना और उसकी देखभाल तय है। रोपने वाला परिवार समेत इसकी देखरेख भी करता रहेगा; इसी विश्वास के साथ बुंदेलखण्ड की धरती में एक नई मुहिम शुरू हुई है। यह सिर्फ तुलसी के पौधों तक सीमित नहीं। प्रसाद में नीम, बेर, नींबू, मीठी नीम से लेकर फूल और छायादार पौधे दिये जा रहे हैं। बुंदेलखण्ड की हालत किसी से छिपी नहीं है। वीरों की यह भूमि दशकों से जल संकट से जूझ रही है।
Read More »बोलेरो की टक्कर से बाइक सवार गंभीर घायल
घाटमपुर/कानपुर, शिराजी। बोलेरो जीप की टक्कर से बाइक सवार घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हैलट कानपुर भेजा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार देर शाम जहानाबाद रोड स्थित परास चौराहे में तेज रफ्तार बोलेरो ने बाइक में टक्कर मार दी। दुर्घटना में घायल बाइक सवार जसवंत सिंह 45 वर्ष पुत्र राम सिंह यादव व बृजेंद्र सिंह 40 वर्ष पुत्र स्वर्गीय केदारनाथ निवासी राम सारी घाटमपुर घायल हो गए। जिन्हें स्थानीय पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घटमपुर में भर्ती करवाया, प्राथमिक उपचार के बाद हालत चिंताजनक होने पर दोनों घायलों को इलाज के लिए हैलट कानपुर भेजा गया है।
Read More »गन्ने के खेत में निकले चार अजगर
उपमुख्यमंत्री ने माघ मेला की तैयारियों की समीक्षा बैठक व किया स्थलीय निरीक्षण
पुलिस विभाग के अधिकारियों का व्यवहार यात्रियों के प्रति सभ्य एवं शालीन होना चाहिए-उप मुख्यमंत्री, उ0प्र0
मेले में कल्पवासियों को किसी भी तरह की तकलीफ न हो, इसका रखे विशेष ध्यान- उप मुख्यमंत्री
प्रयागराज, प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने माघ मेला की तैयारियों की समीक्षा बैठक व स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उप मुख्यमंत्री ने प्रभारी अधिकारी माघ मेला कार्यालय के सामने रूक कर वहां अपनी शिकायत लेकर खड़े लोगो से ज्ञापन लिया एवं उनकी शिकायतों के जल्द समाधान करने का आश्वान दिया। लोगो ने उप मुख्यमंत्री से मेले में जमीन कम मिलने एवं न मिलने की शिकायत की। वहां से निकलकर संगम नोज तक जाकर वहां का स्थलीय निरीक्षण किया। मेला प्रभारी अधिकारी रजनीश मिश्र से मेला की चल रही तैयारियों के सम्बन्ध में जानकारी ली। प्रभारी अधिकारी ने उप मुख्यमंत्री को माघ मेला की तैयारियों से अवगत कराते हुए कहा कि समय से मेला के कार्य को पूरा करा लिया जायेगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पर दल-दलीय जमीन है, उसको जल्द से जल्द ठीक कराकर उस जमीन को इस्तेमाल करने लायक बनाये।
आपदा प्रबंधन हेतु माघ मेला प्रशासन ने संबंधित विभागों के साथ संयुक्त बैठक की
आपातकालीन स्थिति में आर्मी हर मुमकिन मदद करेगी
प्रयागराज, जन सामना ब्यूरो। रेलवे से आए अनुराग गुप्ता, एडीआरएम उत्तर मध्य ने बताया कि माघ मेले के दृष्टिगत रेलवे विभाग द्वारा लगभग 235 विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त विशेष टिकट घरों की व्यवस्था, यात्री आश्रयो की व्यवस्था तथा भीड़ प्रबंधन के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में फोर्स की व्यवस्था भी की गई है।
सारे विभागों की तैयारी की जानकारी लेने के बाद बलबीर सिंह, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ने मेला शुरू होने से पहले एक मॉक ड्रिल करवाकर की गई तैयारियों का परीक्षण करने की सलाह दी।
इस बैठक में मेला पुलिस अधीक्षक पूजा यादव, एडीएम सिटी अशोक कुमार कनौजिया, मेला पुलिस अधीक्षक क्राइम, श्री आशुतोष मिश्रा, पुलिस अधीक्षक यातायात कुलदीप सिंह, प्रभारी अधिकारी माघ मेला श्री रजनीश मिश्रा के अतिरिक्त मेला पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, रेलवेज, स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट टीम, चिकित्सा, विद्युत, गंगा प्रदूषण तथा कई अन्य विभागों के नोडल अफसरों ने भी भाग लिया।