Sunday, May 19, 2024
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कानपुर नगर निगम चुनाव : वार्ड 45 में भाजपा प्रत्याशी के सामने विपक्षी दलों ने नहीं उतारे प्रत्याशी ?

कानपुर नगर: अवनीश सिंह। उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव के चलते राजनीतिक पारा काफी चढ़ा हुआ है। ऐसे में महानगर के 110 वार्डों में एक ऐसा भी वार्ड है जहां वोट पड़ने से पहले ही लड़ाई बड़ी रोमांचक मोड़ पर आ गई है। पूरी खबर कानपुर महानगर के 110 वार्डों में सबसे छोटे वार्ड 45 की है चर्चा है इस निकाय चुनाव में वार्ड 45 में बसपा,कांग्रेस,आप पार्टी सहित सरकार की धुर विरोधी कही जाने वाली समाजवादी पार्टी ने भी समर्पण कर दिया। मौजूदा समय चुनाव त्रिकोणीय हो गया है यहां पर सिर्फ बीजेपी ने अपना प्रत्याशी को मैदान में उतारा है वहीं दूसरी ओर लड़ाई में दो निर्दलीय प्रत्याशी मुख्य रूप से मैदान में उतरे है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस, बसपा, आम आदमी पार्टी की ओर से कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं उतरा है, वहीं सपा के प्रत्याशी ने अपना समर्थन निर्दलीय प्रत्याशी को कर दिया है। चुनाव में इस बार भाजपा ने भावना सत्येन्द्र द्विवेदी पर अपना दांव आजमाया है वहीं दूसरी ओर निर्दलीय प्रत्याशी कामिनी मनोज यादव व रेनू अर्पित यादव मैदान में है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि चुनाव मुख्य रूप से तीन प्रत्याशियों के बीच चल रहा है। भाजपा ने संगठन की सक्रिय कार्यकर्ता भावना सत्येन्द्र द्विवेदी को टिकट दिया है वहीं निर्दलीय प्रत्याशी कामिनी मनोज यादव क्षेत्र के पुराने राजनैतिक परिवार की बहू है व पूर्व में इनके परिवार से सूरजपाल यादव व लवली यादव इसी क्षेत्र से पार्षद रह चुके हैं व तीसरी निर्दलीय प्रत्याशी रेनू अर्पित यादव पूर्व पार्षद अर्पित यादव की पत्नी है इनके पति अर्पित यादव वर्तमान में समाजवादी पार्टी कानपुर ग्रामीण से युवजन सभा से जिलाअध्यक्ष है। राजनैतिक गलियारे में यह चर्चा भी है कि इस बार बीजेपी के ब्राह्मण चेहरे के चलते चुनावी समीकरण को देखते हुए समाजवादी युवजन सभा के कानपुर ग्रामीण अध्यक्ष ने अपनी पत्नी को सपा से न उतारकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है पूर्व में अर्पित यादव की मां सरोजनी यादव भी निर्दलीय पार्षद रह चुकी है। चुनावी कुरुक्षेत्र में पूरे महानगर में किदवई नगर का वार्ड 45 विश्व बैंक बर्रा ही एकमात्र ऐसा वार्ड है जहां सभी विपक्षी दलों सपा,बसपा,कांग्रेस,आप पार्टी ने चुनावी समीकरण को देखते हुए कोई प्रत्याशी नही उतारा है। पूरे 110 वार्डों में वार्ड 45 में सपा का कोई भी प्रत्याशी मैदान में नही आया वहीं कांग्रेस ने वार्ड 45 समेत एक अन्य वार्ड में अपना प्रत्याशी नही उतारा। चुनावी समीकरण अगर देखा जाए तो ब्राह्मण बाहुल्य क्षेत्र होने के बाद भी पिछले 25 वर्षों में पहली बार बीजेपी ने ब्राह्मण प्रत्याशी को टिकट दिया है। ब्राह्मण प्रत्याशी आने के बाद वार्ड के समीकरण काफी बदले हुए हैं। लेकिन वार्ड में बीजेपी के सामने सपा, बसपा, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी से कोई प्रत्याशी न लड़ना चर्चा का विषय बना हुआ है। दोनों निर्दलीय प्रत्याशी सीधे तौर पर बीजेपी के सामने ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। ऐसे में सपा, बसपा, कांग्रेस द्वारा कोई प्रत्याशी न उतारना विपक्षी पार्टियों के धरातल पर संगठन की हकीकत को बयां कर रहा है।