Sunday, October 6, 2024
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किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाया चौधरी चरण सिंह का जन्मदिन

कानपुर। पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 चौधरी चरण सिंह के जन्म दिवस के अवसर पर कृषि भवन परिसर, गुमटी नं० 9, रावतपुर में किसान सम्मान दिवस एवं उप्र मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यकम अन्तर्गत मिलेट्स रेसिपी विकास एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यकम का आयोजन किया गया। मेले का उद्घाटन विधायक नीलिमा कटियार द्वारा किया गया। मेले में विभिन्न पब्लिक व प्राइवेट सेक्टर के स्टाल लगाये गये।
किसान सम्मान दिवस के अवसर पर 29 कृषकों को पुरस्कार जनपद स्तर एवं 49 कृषकों को पुरस्कार विकास खण्ड स्तर पर कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित विभिन्न क्षेत्रों यथा उद्यान, पशुपालन, गन्ना, रेशम, मत्स्य एवं दुग्ध में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषकों को मा० मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि स्व० चौधरी चरण सिंह जी का पूरा जीवन किसानों की प्रगति के लिये समर्पित रहा साथ ही उनके द्वारा किये गये कार्यों से उपस्थित कृषकों को अवगत कराया। उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के सम्बन्ध में कहा कि सरकार द्वारा अनेको कदम उठाये गये है जैसे खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना कराना जिसके माध्यम से कृषकों को अधिक लाभ प्राप्त हो सकता है। उन्होनें कहा कि भारत की भूमि एवं जलवायु मिलेट्स फसलों के लिये सबसे उपयुक्त है। कृषि एक ऐसा उद्यम है जिसमें सभी निवेश फुटकर दर पर कय किये जाते है तथा किसानों को अपने फसल उत्पाद को थोक विकय दर पर बेचना पड़ता है जिस हेतु उन्होनें कृषकों को एफ पी ओ से जुड़ने का आहवान किया जिसके माध्यम से कृषकों को अधिक लाभ प्राप्त हो।
कार्यकम में जिलाधिकारी विशाख जी0 ने कहा कि वर्ष 2023 अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है जिसके अन्तर्गत मिलेट्स फसलों एवं उससे बनने वाले व्यंजनों का भरपूर प्रचार प्रसार किया जा रहा है जिसके फलस्वरूप आज मिलेट्स से बनने वाले व्यंजनों को अधिक पसन्द किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि जनपद कानपुर नगर जिओग्रेफिकल इन्डीकेटर में अभी तक चमड़ा उत्पाद आता है, हमारा प्रयास है कि इसके अन्तर्गत बिदूर में उत्पादित जामुन तथा बिल्हौर में उत्पादित आलू को शामिल करा दिया जाये जिससे इन उत्पादों का भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार होगा तथा इनका अधिक से अधिक मूल्य प्राप्त होगा।
कार्यकम की मुख्य अतिथि नीलिमा कटियार ने अपने सम्बोधन में कहा कि भारत कृषि प्रधान देश है तथा इस देश के किसान को अन्नदाता कहा जाता है। इस देश में किसानी सिर्फ पेट पालने का साधन नहीं है बल्कि यह एक संस्कृति है। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी द्वारा किसानों के उत्थान के लिये नई-नई योजनाओं लायी गयी तथा उनका धरातल स्तर पर सफल कियान्वयन सुनिश्चित कराया ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके। उन्होने प्रदेश के किसानों की सराहना करते हुये कहा कि बहुत से किसानों ने लोगों के स्वास्थय का ध्यान रखते हुये मिलेट्स फसलों को अपनाया तथा अन्य किसानों को भी मिलेट्स फसलों को अपनाने के लिये प्रेरित किया। उन्होने कहा कि मा० प्रधानमंत्री जी द्वारा मार्गदर्शन प्रदान करने के कारण ही आज हम मिलेट्स फसलों की ओर लौट रहे है। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में मिलेट्स की फसलें भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी। गोष्ठी में चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के वैज्ञानिकों द्वारा कृषि की नवीनतम तकनीकी की जानकारी कृषकों को दी तथा वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों द्वारा उठायें गयी कृषि तकनीकी समस्याओं का समाधान भी किया।
इस अवसर पर उप निदेशक कृषि चौधरी अरुण कुमार सहित कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी एवं अधिकाधिक प्रगतिशील कृषक उपस्थित रहे।