Monday, October 7, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » व्यावहारिक समस्याओं के निराकरण तक आनलाइन हाजिरी देने में शिक्षकों ने जताई असमर्थता, प्रस्ताव पारित

व्यावहारिक समस्याओं के निराकरण तक आनलाइन हाजिरी देने में शिक्षकों ने जताई असमर्थता, प्रस्ताव पारित

रायबरेली। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ब्लॉक इकाईयों की कार्यसमिति, संघर्ष समिति एवं तहसील प्रभारी की बैठक आज उनके बीआरसी सभागार में सम्पन्न हुई। जिसमें संगठन द्वारा आनलाइन डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने हेतु चर्चा हुई। जिसमे संघ के निर्देश पर दिनांक 11/07/2024 एवम 12/07/2024 को शिक्षको को ब्लॉक स्तर पर पहुंचकर डिजिटल उपस्थिति के संबंध में सहमति असहमति रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर अपनी मंशा व्यक्त करेंगे।
बैठक में महानिदेशक स्कूल शिक्षा के पत्र दिनांक 18 जून 2024 एवं 05 जुलाई 2024 के द्वारा शिक्षकों की डिजिटल उपस्थिति अनिवार्य किये जाने के सम्बन्ध में चर्चा हुई। जिलाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि बैठकों में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि शिक्षकों की लम्बित समस्याओं के निराकरण हेतु शासन को अनेक बार पत्र प्रेषित किये गये। जिसमें परिषदीय शिक्षकों को पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने, राज्य कर्मचारियों की भाँति 31 उपार्जित अवकाश, 12 द्वितीय शनिवार अवकाश, अर्द्ध-आकस्मिक अवकाश, प्रतिकर एवं अध्ययन अवकाश, निःशुल्क चिकित्सा सुविधा अनुमन्य करने, शिक्षकों की पदोन्नति शीघ्र करने जैसी माँगें सम्मिलित हैं परन्तु दिनांक 30-10-2023 व दिनांक 09-11-2023 को शासन स्तर पर सम्पन्न हुई वार्ता के उपरान्त भी अद्यतन शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नही किया गया है। जिला मंत्री मुकेश चंद्र द्विवेदी ने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों को सरकारी वाहन उपलब्ध कराया गया है। समस्त अधिकारियों व कर्मचारियों का कार्य स्थल प्रदेश अथवा जनपद मुख्यालय है जो कि उनके निवास स्थान से निकटस्थ है। अधिकारियों व कर्मचारियों को एक कैलेण्डर वर्ष में 14 आकस्मिक अवकाश के अतिरिक्त 31 उपार्जित अवकाश,
12 द्वितीय शनिवार अवकाश के साथ ही अर्द्ध-आकस्मिक अवकाश की सुविधा अनुमन्य है। सरकारी वाहन, निकटस्थ कार्यस्थल, उपार्जित एवं द्वितीय शनिवार अवकाश का लाभ प्राप्त करने वाले अधिकारियों /र्मचारियों पर दैनिक उपस्थिति हेतु आनलाइन हाजिरी का प्रावधान लागू नहीं है। जिला संघर्ष समिति के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने कहा कि परिषदीय शिक्षक सबसे दुर्गम स्थानों पर स्थित विद्यालयों में सेवा प्रदान कर रहा है। शिक्षक ऐसे स्थानों पर कार्य कर रहे हैं जहाँ आवागमन हेतु सड़क नही है, यदि कहीं सड़क उपलब्ध है तो कोई भी सार्वजनिक वाहन की सुविधा उपलब्ध नही है, शिक्षक अपने निजी वाहन तथा पैदल यात्रा करके इन दुर्गम मार्गों में नदी, जलभराव, पगडंडी से होते हुए अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं।
जनपदीय कोषाध्यक्ष यादवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिक्षक प्रतिदिन 50-60 कि०मी० तक अपने निजी साधनों से यात्रा करके विद्यालय पहुँचते हैं। शिक्षक के प्रति मास कभी न कभी विद्यालय में विलम्ब से पहुँचने की संभावना बनी रहती है। वर्तमान में भी शिक्षकों की समय से विद्यालय पहुँचने की प्रतिबद्धता के कारण जल्दबाजी में प्रत्येक माह कोई न कोई शिक्षक दुर्घटना के कारण काल के गाल में समा जाते हैं। जनपदीय संयुक्त मंत्री डा चंद्र मणि बाजपेई ने कहा कि इस प्रकार शिक्षक के साथ मानवीय दृष्टिकोण न रखकर शिक्षकों को रोबोट की भाँति मानकर नियम लागू करना न्यायोचित नहीं है। वर्तमान में प्रदेश भर में मानसून के चलते अधिकांश रास्ते जलभराव से बाधित हैं, कहीं-कहीं सड़के पानी में डूब गयी हैं तो कहीं-कहीं शिक्षकों के द्वारा नाव से नदी पार करने की तस्वीरें सोशल मीडिया के माध्यम से सामने आ रही हैं। जिससे स्पष्ट होता है कि शिक्षक दुर्गम मार्गाे पर भी बाधाओं को पार करते हुए विद्यालय पहुँच रहे है। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुए हें कि उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा शिक्षकों की माँगों के निराकरण हेतु प्रेषित पत्र में उल्लिखित माँगों का शासन द्वारा निराकरण किया जाये। बेसिक शिक्षकों को भी बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी/कर्मचारियों की भाँति उपार्जित अवकाश, प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार अवकाश तथा अर्द्ध-आकस्मिक अवकाश अनुमन्य किया जाये।
शिक्षकों की उपस्थिति पंजिका का डिजिटाईजेशन किये जाने में शिक्षकों को आ रही कठिनाईयों का संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निराकरण किया जाये जब तक उपरोक्त समस्याओं का निराकरण नही किया जाता है तब तक सभी विकास क्षेत्र की कार्यसमितियां, संघर्ष समितियां एवं तहसील प्रभारी उपरोक्त प्रस्ताव पारित करते हैं। विकास क्षेत्र ऊंचाहार में अध्यक्ष दिनेश कुमार सिंह, सतांव में डा चंद्रमणि बाजपेई, नगर में पंकज द्विवेदी, छतोह में आदित्य पाण्डेय,जगतपुर में संजय सिंह, हरचंदपुर में अरविंद द्विवेदी, महाराजगंज में विनोद अवस्थी, अमावां में शशि प्रकाश श्रीवास्तव, सरेनी में राकेश द्विवेदी,डीह में कमलेश ओझा, सलोन में राजेश पाण्डेय, रोहनियां में पवन शुक्ला, लालगंज में शेषर यादव, खीरों में नीरज हंस, गौरा में शैलेष पाण्डेय, राही में गजेन्द्र सिंह द्वारा बैठक आहूत की हुई।