फिरोजाबाद। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली व उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा-निर्देशन में जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रशासनिक न्यायूमर्ति डॉ गौतम चौधरी, जज, उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित करते हुए किया। कार्यक्रम में हरवीर सिंह, जनपद न्यायाधीश व अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पीठासीन अधिकारी, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अरविन्द कुमार सिंह-।।, जिलाधिकारी रमेश रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित, मुख्य चिकित्सा अधिकारी रामबदन राम, जेल अधीक्षक अरूण कुमार सिंह एवं पुलिस अधीक्षक (शहर) वि शंकर प्रसाद आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति डॉ गौतम चौधरी ने राष्ट्रीय लोक अदालत के महत्व के विषय मे बताते हुए यह संदेश दिया कि बहुत छोटे छोटे कारणों से विवाद होते हैं। पहले पंचायतों की परम्परा थी और घर के विवाद घर के बडे बुजुर्ग आपसी समझौता कराकर समाप्त करा देते थे। वही परम्परा आज लोक अदालत के पर्व के रूप में मनायी जाती है। छोटे-छोटे विवादों का निस्तारण लोक अदालत के माध्यम से होने से बडे विवादों और जघन्य अपराधों से सम्बन्धित मुकदमों का निस्तारण करने में न्यायालय के समय का सदुपयोग होगा। अगर देश को समृद्घ बनाना है तो पंचायती व्यवस्था का महत्वपूर्ण योगदान होगा। आज हिन्दी दिवस के अवसर पर न्यायमूर्ति द्वारा सभी को शुभकामनायें दी। प्रशासनिक न्यायमूर्ति ने परिवार न्यायालय में विचाराधीन मामलों में पारिवारिक मतभेदों को और विवादों को समाप्त कर दम्पत्तियों को एक साथ रहने के लिए प्रोत्साहित किया। 15 दम्पत्तियों ने आपसी मतभेदों को समाप्त कर एक दूसरे को फूलों की माला पहना कर नई शुरूआत करने का निर्णय लिया। जनपद न्यायाधीश हरवीर सिंह ने प्रशासनिक न्यायमूर्ति डॉ गौतम चौधरी के आगमन पर न्यायिक परिवार की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 135195 वादों का निस्तारण किया जिसमें अर्थदण्ड व समझौता राशि कुल मु० 249543672 रू. है।