Sunday, November 24, 2024
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खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा छोटे व्यापारियों का किया जा रहा उत्पीड़न

मोदनवाल महासभा ने सीएम को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा
रायबरेली। उत्तर प्रदेशीय श्री कान्यकुब्ज वैश्य (हलवाई) मोदनवाल महासभा द्वारा रमेश मोदनवाल की अध्यक्षता में जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अनुरोध किया गया कि नमूने एवं अनुज्ञप्ति के नाम पर विभागीय अधिकारियों के द्वारा मिष्ठान एवं अन्य व्यापारियों का दोहन किया जा रहा है। जिससे सम्पूर्ण व्यापारी समाज आर्थिक प मानसिक रूप से तनाव में है। पत्र में सीएम से व्यापारी हितों कि रक्षा करने के लिए कहा गया है।
व्यापारियों ने कहा कि नमूने एवं अनुज्ञप्ति के नाम पर विभागीय अधिकारियों के द्वारा छोटे-छोटे व्यापारियो (मिष्ठान आदि) पर वास्तविक बिक्री से अधिक के श्रेणी का अनुज्ञा पत्र बनवाने हेतु दबाव बनाकर उत्पीडन किया जा रहा है।
नगर निगम, पालिका परिषद एवं नगर पंचायत आदि में केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की हर घर को स्वच्छ नल से पानी पहुँचाने की योजना है। खाद्य विभाग के अनुज्ञा के आवेदन प्रपत्र में प्रयोगशाला द्वारा पानी की जांच की अनिवार्यता समाप्त की जाये। वस्तु स्थिति यह है कि पानी स्वच्छ एवं शुद्ध उक्त संस्थाओं द्वारा पूर्ति ही किया जाता है, किन्तु जांच के नाम पर छोटे-छोटे व्यापारियों (मिष्ठान आदि) का उत्पीड़न हो रहा है। अतः आपसे अनुरोध है कि नगर निगम एवं नगर पालिका आदि में पानी के जांच की अनिवार्यता समाप्त किया जाये। इसके साथ ही प्रत्येक जनपद मुख्यालय पर एक प्रयोगशाला का निर्माण किया जाये, जिसमें आवश्यक शुल्क जमा करके अपने उत्पाद की गुणवत्ता की जांच व्यवसायी स्वयं करा सके और खाद्य विभाग के नियमों के अनुकुल उच्च गुणवत्ता के उत्पाद स्वतः संज्ञान लेते हुए समाज में उपलब्ध कराये। अभी तक के नियमों में नमूने लेकर प्रयोगशाला में भेजने का प्रावधान है, जनपद मुख्यालय पर एक सभागार का निर्माण किया जाये। जिसमें वस्तु एवं सेवा कर, खाद्य सुरक्षा कानून, श्रम विभाग, अग्निशमन विभाग एवं बाट-माप विभाग आदि से सम्बन्धित अधिकारियो के संरक्षण में उक्त विषयों की जानकारी सत्र लगाकर दी जाये, जिससे आत्मनिर्भर भारत कौशल विकास जैसी योजनाओं के परिणाम गुणात्मक मिलेंगे और विभिन्न प्रकार के उत्पीड़न से व्यापारी समाज बच सकेगा।
उत्तर प्रदेशीय श्री कान्यकुब्ज वैश्य (हलवाई) मोदनवाल महासभा ने पत्र में लिखते हुए कहा कि हमारा समाज सामाजिक, राजनीतिक एवं आर्थिक रूप से अत्यन्त पिछड़ा है। उसको संबल प्रदान करने हेतु राज्यसभा, विधान परिषद एवं विभिन्न निगमों में समायोजन आदि में आपके संरक्षण की महती आवश्यकता है।
अतः अनुरोध है कि हम व्यापारियों (मिष्ठान आदि) के हितों की रक्षा कर करें। इस अवसर पर संरक्षक डॉक्टर जेके भारत, महामंत्री बबलू मोदनवाल, सुजीत मोदनवाल, प्यारेलाल मोदनवाल, रंजना देवी, उर्मिला देवी, राजेश कुमार, अर्चना, दिनेश मदनलाल, सोनू मोदनवाल, अर्पण, महेश मोदनवाल व मोदनवाल व्यापारी गण उपस्थित रहे।