Thursday, April 17, 2025
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कांग्रेसियों ने निजी स्कूलों की मनमानी का किया विरोध

कानपुर। शहर के अभिभावकों ने निजी स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि, महंगी किताबों और ड्रेस की खरीद के लिए बाध्य करने की लगातार शिकायतें कांग्रेस पार्टी के समक्ष रखी हैं। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ ही अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल मनमाने ढंग से फीस बढ़ा रहे हैं और कुछ चुनिंदा दुकानों से ही किताबें व ड्रेस खरीदने का दबाव बना रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर बोझ पड़ रहा है।
ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, कोविड काल की 15 प्रतिशत फीस वापस या समायोजित की जानी थी, लेकिन कई स्कूलों ने न केवल इस आदेश का पालन नहीं किया, बल्कि उल्टे फीस में इजाफा कर दिया। बच्चों की पढ़ाई बाधित होने की चिंता के चलते अधिकतर अभिभावक खुलकर शिकायत करने से भी कतरा रहे हैं।
इस संदर्भ में अभिभावकों ने कांग्रेस पार्टी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उनकी मांग है कि निजी स्कूलों को अभिभावकों पर महंगी किताबें और ड्रेस खरीदने का दबाव डालने से रोका जाए। साथ ही, जिन स्कूलों ने अभी तक कोविड काल की 15 प्रतिशत फीस समायोजित नहीं की, उन्हें इस सत्र में इसे लागू करने के लिए बाध्य किया जाए।
कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस पार्टी के महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता व नगर ग्रामीण अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने कहा कि वह महानगर के लाखों अभिभावकों की आवाज को बुलंद करने के लिए प्रतिबद्ध है। निजी स्कूलों की मनमानी के प्रति आज विरोध जताते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया है। कहा कि जरूरत पड़ने पर आन्दोलन से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी समर्थक मौजूद रहे।
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन और स्कूल प्रबंधन इस बढ़ते विवाद पर क्या कदम उठाते हैं।