Friday, March 29, 2024
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सत्यदेव पचौरी ने सरकार के छः माह पूरे होने पर बतायी विभाग की उपलब्धिया

भदोही, जन सामना ब्यूरो। ज्ञानपुर स्थित बन्द कम्बल कारखाना 34.55 रुपये लाख की लागत से 25 अगस्त, 2017 को पुनरूद्धार कराकर चालू कराया गया। खादी पर छूट 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दी गयी। यह छूट बिक्री की जगह खादीके उत्पादन पर मिलेगी, जिससे खादी के उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा। इसमें विशेष बात यह है कि उक्त छूट में से 10 प्रतिशत समितियों को तथा 5 प्रतिशत सीधे खादी बनाने वाले कत्तिनों/बुनकरों की होगी। यह छूट 108 दिन के स्थान पर 12 महीने अर्थात पूरे वर्ष होगी।
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम 
यह योजना पूर्व में रुपये 111 करोड़ की थी जिसे बढ़ाकर 278.93 करोड़ कर दी गयी है। जिसमें खादी एवं एम0एस0एम0ई0 को मिलाकर 9844 इकाइयाँ स्थापित होंगी और लगभग 55 हजार लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत लोगों को उद्यमी बनाये जाने एवं उनके द्वारा उद्योग लगाये जाने हेतु उन्हें सुगमता से ऋण उपलब्ध कराये जाने के उद्देश्य से दिनांक 21 सितम्बर,2017 को खादी आयोग, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग तथा बैंको के प्रतिनिधियों के साथ संयुकत बैठक आयोजित की गयी तथा 15 अक्टूबर, 2017 तक समस्त आवेदन बैंक द्वारा स्वीकृत किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।




मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना
-इसका लक्ष्य 2000 इकाई स्थापित करने का है जिसमें 4431 इकाइयों का चयन करके बैंकों को भेज दिया गया है।
सोलर चरखा संचालन
-खादी का उत्पादन सोलर चरखे से कराये जाने के लिये खादी आयोग द्वारा सेवापुरी, वाराणसी में 500 सोलर चरखों को लोकार्पण 17 सितम्बर, 2017 को प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर किया गया।
खादी नीति 2017
-खादी नीति 2017 का प्रारूप तैयार कर दिलया गया हैं यह नीति पहली बार बनायी गयी है जो शीघ्र ही मंत्रिपरिषद के अनुमोदन के पश्चात लागू कर दी जायेगी।
खादी भवन
-खादी भवन की नयी बिल्डिंग बन कर तैयार हो गयी है जिसे ‘खादी प्लाजा’ के रूप में विकसित किया जायेगा।
विगत 6 माह की उपलब्धियाँ
-रेशम की नई धागाकरण इकाई स्थापना के लिये ई-टेण्डर आमंत्रित किये गये हैं इसी वर्ष धागाकरण इकाईयाँ स्थापित की जायेंगी।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अन्तर्गत अर्जित उपलब्धियाँ
-शहतूत की खेती के लिए सिंचाई हेतु 28 बोरिंग, 10 फर्मों में सौर ऊर्जा संचालित, सिंचाई सुविधा का विकास, 14 चाकी कीटपालन भवन का निर्माण, जनपद-फतेहपुर में एरी बीजागार (कीटाण्ड उत्पादन केन्द्र) का संचालन एवं प्रकाश हेतु 20 सोलर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की गयी।
-अधिक शहतूत पत्ती उत्पादन हेतु नई पद्धति के अनुसार 2‘ग5’’ग5’’ प्राविधिक तौर पर प्रारम्भ हेतु गोण्डा व बहराइच में वृक्षारोपण का काय्र सम्पन्न कर लिया गया है।
-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत राजकीय रेशम फार्मों पर अवस्थापना सुविधाओं एवं मशीनरी क्रय हेतु 1570.25 रुपये लाख की धनराशि स्वीकृत की गयी है।
-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत राजकीय रेशम फार्मों पर सृजित परिसम्पत्तियों को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना की वेबसाइट पर अपलोड किये जाने की कार्यवाही प्रारंभ की गई।
-प्रदेश की नयी वस्त्रोद्योग नीति, 2017 तैयार की जा रही है। मंत्रिपरिषद के अनुमोदन पश्चात इसे शीघ्र ही लागू कर दिया जायेगा। इस नीति में हथकरघा, रेशम तथा सभी प्रकार के वस्त्रों के उद्योग को बढ़ावा देने की व्यवस्था की जा रही है। विशेष रूप से रोजगारपरक वस्त्र उद्योगों को अधिक प्रोत्साहन दिया जायेगा।
हथकरघा विभाग
विगत छः माह की उपलब्धियाँ
-कस्बा मुबारकपुर, जनपद आजमगढ़ में दुकानें निर्मित कर बिक्री केन्द्र की स्थापना की गयी तथा सभी 158 दुकानें बुनकरों को आवंटित कर दी गयी हैं। इससे बुनकरों को अपने माल की सीधी बिक्री करनेकी सुविधा मिलेगी।
-हथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिये पुरस्कार वितरण योजना अन्तर्गत 17 जून, 2017 को 9.50 रुपये लाख की धनराशि पुरस्कार स्वरूप वितरित की गयी जिसमें प्रदेश स्तर के 03 पुरस्कार, 13 परिक्षेत्र स्तर के 39 पुरस्कार बुनकरों को प्रदान किये गये।
-पाॅवरलूम बुनकरों को विद्युत सब्सिडी हेतु रुपये 150.00 करोड़ की धनराशि जारी की गयी है जबकि गतवर्ष यह धनराशि नहीं दी गयी थी।
-जलपद-गोरखपुर एवं मेरठ के बुनकरों को निर्बाध विद्युत आपूर्तिै हेतु स्वतंत्र फीडर की स्थापना के लिये 5 रुपये करोड़ की धनराशि निर्गत की गयी।
-वाराणसी में लगभग 300 करोड़ लागत की धनराशि से केन्द्र सरकार द्वारा निर्मित पं0 दीनदयाल हस्तकला संकुल व्यापार केन्द्र एवं संग्रहालय का लोकार्पण 22 सितम्बर,2017 को प्रधानमंत्री जी द्वारा मुख्यमंत्री जी की उपस्थिति में किया गया।
-स्पिनिंग मिल की 12 इकाइयों को 4 रुपये करोड़ तीन लाख ब्याज उपादान दिया गया।
-हथकरघा बुनकरों को बैट्री लिंक्ड सोलर इन्र्वटर दिये जा रहे हैं। प्रति लाभार्थी लगभग 14 हजार की सामग्री दी जाती है। बड़ी संख्या में बुनकरों को आधुनिक हथकरघा यथा जैकार्ड और नये हथकरघे दिये जा रहे हैं।
-प्रधानमंत्री मुद्रा योजना अन्तर्गत इस वर्ष 300 से अधिक बुनकरों को आसान ऋण की सुविधा उपलब्ध करायी गयी।
-नयी वस्त्रोद्योग नीति 2017 तैयार की जा रही है। मंत्रिपरिषद के अनुमोदन पश्चात इसे शीघ्र ही लागू कर दिया जायेगा। इस नीति में हथकरघा, रेशम तथा अन्य सभी प्रकार मे वस्त्रों के उद्योग को बढ़ावा देने की व्यवस्था की जा रही है। विशेष रूप से रोजगारपरक वस्त्र उद्योगों को अधिक प्रोत्साहन दिया जायेगा।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग
विगत छः माह की उपलब्धियाँ
-उत्तर प्रदेश सरकार, भारत सरकार द्वारा विकसित ई-मार्केटप्लेस, जेम पोर्टल के माध्यम से सरकारी क्रय-विक्रय करेगी। इसका नोडल विभाग सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग को बनाया गया है।
-प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने हेतु आॅन लाइन ‘सिंगल विण्डो’ व्यवस्था लागू की गयी है।
कृषि उत्पादनको रोजगार से जोड़ने के लिये एसाइड योजना के अन्तर्गत सामान्य सुविधा केन्द्र द्वारा फल, फूल एवं सब्जी के पैकेजिंग और स्टोरेजसे संबंधित परियोजना का लोकार्पण 05 अगस्त, 2017 को लखनऊ में किया गया। इस परियोजना से कृषि क्षेत्र और द्याद प्रसंस्करण के निर्यातकों बढ़ावा मिलेगा।
-लकड़ी खिलौना, कला, लकड़ी सामान, क्लस्टर, खेजवा (वाराणसी) के 15 हस्तशिल्पियों को चन्नापटना क्लस्टर कार्नाटक के तर्ज पर बिक्री नीति विकसित करनेके लिये उद्यमियों को कर्नाटक भेजा गया, ताकि वे आधुनिक डिजाइनों के आधार पर हस्तशिल्प का विकास कर सकें।
-सूक्ष्म, लघु एवं माध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन नीति 2017 का प्रारूपतैयार कर लिया गया है। मंत्रिपरिषद के अनुमोदन पश्चात इसे शीघ्र ही लागू कर दिया जायेगा।