Friday, April 26, 2024
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एक साथ जीने मरने की कसम खाने के बाद एक साथ त्यागे प्राण

वृद्व दम्पति की एक साथ मौत, लोगों के लिये प्रेरणाश्रोत
गाजे वाजे के साथ निकाली शव यात्रा
फिरोजाबाद, जन सामना संवाददाता। एक साथ जीने मरने की कसमें खाने वाले एक वृद्व दम्पति ने एक साथ प्राण त्यागकर सभी को एक प्रेरणाश्रोत मिशाल दी है। दोनों के शवों को गाजे वाजे के साथ विमान निकालकर अंतिम संस्कार किया है। मृतकों ने अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ा है। थाना दक्षिण के मौहल्ला संत नगर में 80 वर्षीय तोडीराम पुत्र देवीराम के पांच पुत्र है। जिनकी शादिया हो चुकी है। तोडीराम अपनी पत्नी 75 वर्षीय भगवती देवी उर्फ रामकला को अत्यधिक प्रेम करते थे। अक्सर दोनों एक दूसरे पर तंज कसते हुये कहते थे कि हम दोनों में से पहले किसकी मृत्यु होती है। वृद्व दम्पति के इस तंज से परिवार भी खुश था। दोनों के जीवन की नैया खुशी खुशी चल रही थी। रोजाना की तरह सोमवार की रात्रि में दोनों परिवार के साथ सोये थे। मंगलवार सुवह दोनों के न जागने पर परिवार ने जव इनके पास जाकर देखा तो दोनों की सांसे थम चुकी थी। यह देख परिवार सन्न रह गया। जैसे ही दोनों की एक साथ मृत्यु होने की खबर क्षेत्र में फैली तो लोगों की भीड एकत्रित हो गयी। परिवार के अनुसार तोडीराम की शादी 1950 में हुई थी। तभी से दोनों के मध्य बहुत प्रेम था। परिवार ने भी खुशी खुशी बैंण्ड वाजों के साथ दोनों का विमान निकालकर शवों का एक साथ अंतिम संस्कार छारबाग स्थित स्वर्गाश्रम पर किया। इस मौके पर भारी संख्या में लोगों की भीड जमा रही। सभी ने एक दूसरे के प्रेम की सराहना की और उनसे कुछ सीखने की प्रेरणा भी ली।