कानपुर, जन सामना ब्यूरो। एक धनी परिवार में जन्म लेने के बावजूद स्व. अशोक सिंघल जी कठिन परिश्रम कर संघ की विचारधारा को जन-जन पहुंचाने का काम किया। वह सदैव लोगों को आगे बढ़ने के लिए एक ही वाक्य कहा करते थे कि स्वाभिमान कभी गिरने नहीं देता और अभिमान कभी उठने नहीं देता। यह बात सिंघल जी के जन्म दिवस पर आरएसएस के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख बाल कृष्ण त्रिपाठी ने कही।
विश्व हिन्दू परिषद के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्व. अशोक सिंहल के जन्म दिवस पर उनकी कर्मभूमि कानपुर में चित्र अनावरण व गोष्ठी का आयोजन हुआ। गांधी नगर स्थित पुराने संघ कार्यालय में आयोजित गोष्ठी में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख बाल कृष्ण त्रिपाठी ने सिंहल जी को याद करते हुए कहा कि वह काम प्रति इस कदर सजग रहते थे कि जो लक्ष्य रखा उसे पूरा करके ही रहते थे। उन्होंने कहा कि जिस समय वह कानपुर आए थे उस समय यहां पर संघ का क्षेत्र सीमित था। लेकिन उन्होंने इसे चुनौती मानकर लोगों को ऐसे जोड़ा कि धीरे-धीरे यहां पर कई शाखाएं चलने लगी और लोग स्वतः संघ से जुड़ने लगे। वह सदैव कार्यकर्ताओं की सुध रखते थे भले ही स्वयं खाना न खाए लेकिन कार्यकर्ताओं को भूखा नहीं सोने देते थे। दक्षिणा जैसे कार्यक्रमों में तो एक महीने तक एक ही समय भोजन करते थे और उससे जो बचत होती थी उसे दक्षिणा में दे देते थे। उनके इस बलिदान के चलते संघ की शाखाएं देश ही नहीं विदेश तक जा पहुंची।
पूर्व संघ चालक ईश्वर चन्द्र गुप्ता ने कहा कि उनका व्यक्तित्व ऐसा था कि एक बार जो उनसे मिल लेता था वह संघ का सक्रिय सदस्य ही बन जाता था। उनकी व्यक्ति से व्यक्ति की बात करने की अद्भुत क्षमता थी। जिससे जो उनके साथ जुड़ा वह अन्तिम क्षण तक जुड़ा ही रहा। प्रान्त संघ चालक वीरेन्द्र जीत सिंह ने कहा कि वह कार्यकर्ताओं में जोश तो भरते ही थे, साथ ही अहंकार को कार्यकर्ताओं के बीच कभी नहीं पनपने देते थे। अशोक बाजपेई ने कहा, वह कार्यकर्ताओं का ही नहीं उनके परिवार की भी चिंता रखते थे।
कार्यक्रम का संचालन वीरेश्वर द्विवेदी द्वारा किया गया। विभाग कार्यवाह भवानी भीख द्वारा मंचासीन व कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोगों का आभार प्रकट किया। अन्त में वरिष्ठ कार्यकर्ता हरिमोहन के वन्देमातरम् गीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ वैद विद्यालय के आचार्य व बटुकों द्वारा वैदिक स्वति वाचन व सिंहल जी के चित्र पर उपस्थित लोगों ने पुष्पार्पण कर हुआ। विमल जी ने स्व. अशोक सिंहल जी द्वारा यह मातृ भूमि मेरी……. गीत सुनाकर उपस्थित लोगों को भाव विभोर कर दिया। विश्व हिन्दू परिषद के महामंत्री चम्पत राय ने पुष्पार्चन किया। यहां पर मुख्य रूप से प्रान्त प्रचारक अनिल, वासुदेव वासवानी, महापौर जगत वीर सिंह द्रोण, विधायक सत्यदेव पचैरी, सतीश महाना, अरूण पाठक, अवध बिहारी मिश्रा, डा. दिवाकर मिश्रा, अजय अग्नि होत्री, प्रकाश शर्मा, विकास, राजेश गुप्ता, पार्षद महेन्द्र दद्दा, पूनम आदि मौजूद रहीं।